आगरा: इरादतनगर थानाक्षेत्र के हज्जुपुरा गांव से किराना कारोबारी के अगवा नौ वर्षीय बेटे कुलदीप की हत्या की गई थी. पुलिस ने 25 दिन बाद गुरुवार की रात तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनकी निशानदेही पर जंगल से बच्चे का शव बरामद किया है. पहचान होने के डर से आरोपियों ने अपहरण के दिन ही बच्चे की हत्या कर दी थी. हत्या के बाद बच्चे का शव गांव से एक किलोमीटर दूर जंगल में गड्ढा खोदकर दफना दिया था. हाल में ही आरोपियों ने बच्चे के परिजनों को फोन करके 35 लाख रुपए की फिरौती मांगीं थी. जिसके बाद सुराग लगने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. मामले में रंजिश की बात भी सामने आ रही है. वहीं बच्चे कुलदीप की हत्या की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है.
इरादतनगर थाना प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार गौतम ने बताया कि छानबीन के बाद गुरुवार की देर शाम पहले गांव के दो युवक हिरासत में लिए गए. उनसे कड़ाई से पूछताछ के बाद उनका एक और साथी पकड़ा गया. पूछताछ में तीनों ने बच्चे की हत्या की बात कबूली है. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने गुरुवार की देर रात गांव से एक किलोमीटर दूर जंगल में गड्ढा खोदकर बच्चे का शव बाहर निकाला है. परिजनों की तरफ से पहचान कराने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
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बता दें कि थाना इरादत नगर के हज्जपुरा गांव निवासी गब्बर सिंह किराना कारोबारी हैं. 23 जनवरी 2022 को उनका नौ वर्षीय बेटा कुलदीप गायब हो गया. कुलदीप पहली कक्षा में पढ़ता था. वह घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रहा था. दोपहर तीन बजे परिजन जब कुलदीप ट्यूशन पढ़ने नहीं गया तो परिजन तलाश में जुट गए. छानबीन में पता चला कि कुलदीप आखिरी बार गांव में एक तेरहवीं में देखा गया था. फिर उसका सुराग नहीं लगा. इस पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी.
मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी. कुलदीप के चाचा जितेंद्र ने बताया कि भतीजे के अपहरण के 22 दिनों बाद 35 लाख रुपए की फिरौती का फोन आया. फिर कोई फोन नहीं आया. किराना कारोबारी के बेटे कुलदीप के अगवा होने की खबर मिलते ही एसपी ग्रामीण व सीओ समेत अन्य अधिकारी भी गांव पहुंचे थे. तब उन्होंने बच्चे की बरामदगी का आश्वासन दिया था.
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