आगरा: ताजनगरी में शुक्रवार को 'ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2020' की शुरुआत हुई. डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति अशोक मित्तल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर फिल्म फेस्टिवल का शुभांरभ किया. फिल्म फेस्टीवल के दौरान फीचर फिल्म, शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, म्यूजिक वीडियो और एनिमेशन फिल्म प्रदर्शित की जाएंगी. इस ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में शहर के लोगों को करीब 12 देशों की फिल्मे देखने का मौका मिलेगा. फिल्म फेस्टिवल में भारतीय समेत कई विदेशी फिल्मों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी. विश्व विद्यालय के जुबली हॉल में फिल्म फेस्टिवल के पहले दिन फिल्म ग्रीन सिंग्नल को प्रदर्शित किया गया, जो समाज को एक संदेश देती नजर आयी. इस फिल्म की 90 प्रतिशत शूटिंग आगरा में ही हुई है.
यह होगा फिल्म फेस्टिवल का खास आकर्षण
फेस्टिवल के संयोजक सूरज तिवारी ने बताया कि फिल्म फेस्टिवल में सामाजिक सरोकारों पर आधारित संदेश देने वाली फिल्मों को प्रमुखता दी जा रही है. फेस्टिवल में तीन दिन तक प्रदर्शित होने वाली सभी फिल्मों की ज्यूरी के द्वारा स्क्रीनिंग की जाएगी. यहां मौजूद ज्यूरी सदस्य फिल्मों को अंक प्रदान करेंगे. इसी आधार पर निर्माता और निर्देशकों को पुरस्कार दिए जाएंगे. फेस्टिवल के दौरान मास्टर्स टाक शो और कार्यशालाएं भी होंगी, जिनका सीधा फायदा नए फिल्मकारों को होगा. नए फिल्मकार जाने-माने निर्माता, निर्देशकों और तकनीशियनों से सवाल-जवाब भी कर पाएंगे. ये फिल्म फेस्टिवल 6 नवंबर से 8 नवंबर तक चलेगा.
फिल्मकारों का लगेगा जमावड़ा
इस तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल में देश-विदेश के निर्माता, निर्देशक, प्रोडक्शन हाउस, लेखक, अभिनेता भी हिस्सा लेंगे. इन लोगों को आगरा में उपलब्ध शूटिंग की लोकेशन भी दिखाई जाएगी, जिससे भविष्य में वे यहां फिल्मों को शूट करने का विचार बनाएंगे. शहर और प्रदेश को पहचान मिलेगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
आगरा में शुरू हुआ ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल-2020
यूपी के आगरा में शुक्रवार से ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल-2020 की शुरुआत हो चुकी है. डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति अशोक मित्तल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर फिल्म फेस्टिवल का शुभांरभ किया. इस फिल्म फेस्टिवल में भारतीय समेत कई विदेशी फिल्मों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी.
आगरा: ताजनगरी में शुक्रवार को 'ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2020' की शुरुआत हुई. डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति अशोक मित्तल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर फिल्म फेस्टिवल का शुभांरभ किया. फिल्म फेस्टीवल के दौरान फीचर फिल्म, शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, म्यूजिक वीडियो और एनिमेशन फिल्म प्रदर्शित की जाएंगी. इस ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में शहर के लोगों को करीब 12 देशों की फिल्मे देखने का मौका मिलेगा. फिल्म फेस्टिवल में भारतीय समेत कई विदेशी फिल्मों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी. विश्व विद्यालय के जुबली हॉल में फिल्म फेस्टिवल के पहले दिन फिल्म ग्रीन सिंग्नल को प्रदर्शित किया गया, जो समाज को एक संदेश देती नजर आयी. इस फिल्म की 90 प्रतिशत शूटिंग आगरा में ही हुई है.
यह होगा फिल्म फेस्टिवल का खास आकर्षण
फेस्टिवल के संयोजक सूरज तिवारी ने बताया कि फिल्म फेस्टिवल में सामाजिक सरोकारों पर आधारित संदेश देने वाली फिल्मों को प्रमुखता दी जा रही है. फेस्टिवल में तीन दिन तक प्रदर्शित होने वाली सभी फिल्मों की ज्यूरी के द्वारा स्क्रीनिंग की जाएगी. यहां मौजूद ज्यूरी सदस्य फिल्मों को अंक प्रदान करेंगे. इसी आधार पर निर्माता और निर्देशकों को पुरस्कार दिए जाएंगे. फेस्टिवल के दौरान मास्टर्स टाक शो और कार्यशालाएं भी होंगी, जिनका सीधा फायदा नए फिल्मकारों को होगा. नए फिल्मकार जाने-माने निर्माता, निर्देशकों और तकनीशियनों से सवाल-जवाब भी कर पाएंगे. ये फिल्म फेस्टिवल 6 नवंबर से 8 नवंबर तक चलेगा.
फिल्मकारों का लगेगा जमावड़ा
इस तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल में देश-विदेश के निर्माता, निर्देशक, प्रोडक्शन हाउस, लेखक, अभिनेता भी हिस्सा लेंगे. इन लोगों को आगरा में उपलब्ध शूटिंग की लोकेशन भी दिखाई जाएगी, जिससे भविष्य में वे यहां फिल्मों को शूट करने का विचार बनाएंगे. शहर और प्रदेश को पहचान मिलेगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.