आगरा: जिले की खेरागढ़ तहसील के थाना इरादत नगर क्षेत्र में स्थित गैस एजेंसी के गोदाम इंचार्ज ने फांसी लगा ली. मृतक ने सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण एजेंसी मालिक और अन्य द्वारा तनख्वाह व लेनदेन के रुपये नहीं देना बताया है. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं पुलिस ने गैस एजेंसी मालिक को हिरासत में ले लिया है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
मामला थाना इरादत नगर के रहलई में स्थित मिथिलेश इंडेन गैस एजेंसी (Mithilesh Indane Gas Agency) का है. गैस एजेंसी गोदाम इंचार्ज धर्मपाल चौहान (55) का शव मंगलवार सुबह गोदाम के अंदर रस्सी के सहारे छत के कुंडे से लटका मिला. जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उताकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस आगे की वैधानिक कार्रवाई कर रही है.
मरने से पहले छोड़ा सुसाइड नोट: गैस एजेंसी गोदाम इंचार्ज धर्मपाल ने मरने से पहले सुसाइड नोट भी छोड़ा है. जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार एजेंसी मालिक शिवकुमार और दूसरे कर्मचारी रामभरोसी मामा को बताया है. इंचार्ज ने सुसाइड नोट में एजेंसी मालिक द्वारा तनख्वाह न देने और एक अन्य पर रुपये के लेनदेन की बात लिखी है.
गोदाम इंचार्ज धर्मपाल चौहान के साथ रहने वाले भतीजे राहुल और धीरज ने बताया है कि सोमवार रात वह सभी बाते करके सो गए थे. सोने के बाद धर्मपाल कब उठकर गोदाम के अंदर चला गया और कब उसने फांसी लगा ली. इसके बारे में उन्हें कुछ नहीं पता चला. सुबह उठकर जब शौच पर जाने के लिए जब धर्मपाल को देखा तो वह कहीं भी नहीं दिखाई दिया. तभी उन्हे धर्मपाल द्वारा फांसी लगा लेना का पता चला.
पुलिस ने बताया है कि मृतक धर्मपाल कन्नौज का रहने वाला था. कई वर्षों से वह एजेंसी पर गोदाम इंचार्ज का काम कर रहा था. धर्मपाल का परिवार आगरा के टेढ़ी बगिया में रहता है. परिजनों को सूचना देदी गई है. सीओ खेरागढ़ महेश कुमार ने बताया है कि मृतक के सुसाइड नोट के आधार पर कार्रवाई की जा रही है एजेंसी मालिक को हिरासत में ले लिया है, मामला पंजीकृत करके विधिक कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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