आगरा: जिले में एक डेयरी फर्म के ई-मेल को हैक कर साइबर अपराधियों ने 50 लाख की रकम अपने खाते में स्थानांतरण (Transfer) करा ली. जब इसकी जानकारी डेयरी फर्म के मालिक को लगी, तो उसने साइबर सेल की मदद से ट्रांसफर हुई रकम को फ्रीज करा दिया.
डेयरी फर्म के खातें में साइबर अपराधियों ने लगाई सेंध: आगरा में डेयरी प्रोडक्ट इंड्रस्टी में नामचीन ब्रांड अजंता डेरी फर्म के खाते में साइबर अपराधियों ने सेंध लगा दी. मामला 26 जनवरी का है. वैभव अग्रवाल की अजंता डेयरी मिल्क एवं फूड प्रोडक्ट के नाम से फर्म है. 26 जनवरी को फर्म के खाते से अचानक 50 लाख रुपए ट्रांसफर हो गए. जब वैभव ने बैंक से इस ट्रांजैक्शन के बारे में पता किया, तो पता चला कि 50 लाख की बड़ी रकम किसी अनजान खाताधारक के खाते में स्थानांतरित हुई थी. बैंक की सलाह पर उन्होंने तत्काल साइबर सेल के टोल फ्री नंबर पर अपने साथ हुई साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद साइबर सेल ने तत्काल बैंक की मदद से अनजान खाते में भेजी हुई 50 लाख की रकम को फ्रीज कर दिया.
डेयरी फर्म को ऐसे लगाया चुना: इस मामले में आगरा साइबर सेल प्रभारी आकाश सिंह ने बताया कि शातिर साइबर अपराधियों ने डेयरी फर्म की ई-मेल आईडी को हैक कर लिया था. इसके बाद फर्म की ई-मेल आईडी में दर्ज मोबाइल नंबर पर लिंक भेजा. लिंक खुलते ही मोबाइल में अपने आप मैसेज फॉरवर्ड एप डाउनलोड हो गया. जिसके बाद साइबर अपराधियों ने बैंकिंग इंटरनेट एक्ससेस कर फर्म के खाते से 50 लाख अपने खातें में ट्रांसफर करा लिए थे. साइबर सेल ने जब गहनता से इसकी जांच की तो खाता पश्चिम बंगाल का निकला. फिलहाल साइबर सेल टीम ने बैंक की मदद से साइबर अपराधियों के खातें में स्थानांतरण (Transfer) हुई रकम को फ्रीज कर दिया है.
साइबर अपराध से बचने के उपाय: वहीं, साइबर सेल प्रभारी आकाश सिंह ने बताया कि लोग अपने ईमेल-पासवर्ड मोबाइल में सेव न करे. उसे साइबर अपराधी आपके मेल आईडी को हैक कर सकते हैं. मेल आईडी और पासवर्ड को कागज पर लिखकर रखे. वहीं, किसी से भी इन्हें साझा न करे. अपने साथ साइबर अपराध होने पर टोल फ्री नंबर '1930' पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.