आगराः जनपद के थाना खेड़ा राठौर और पिनाहट क्षेत्र के गांवों में जंगली जानवरों की दहशत कायम है, जिसके कारण लोगों को शाम ढलने के बाद घर से निकलने में डर सताने लगा है. ग्रामीणों ने जंगलों की तरफ जाना बंद कर दिया है, जहां जंगली जानवर ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें घायल कर दे रहे हैं.
बताया जा रहा है कि थाना खेड़ा राठौर के गांव शांति नगर में घर से शौच के लिए निकली 7 वर्षीय ज्योति पर सियार ने हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गई. वहीं थाना पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत मुहल्ला करेली बाग निवासी ज्योतिराम (60) शुक्रवार को अपने घर के बाहर बैठे थे, तभी पीछे से खेतों की तरफ से आये जानवर ने हमला बोल दिया. पिता के चीखने की आवाज सुनकर घर से बाहर आई पुत्री चरनावती (19) पर जानवर टूट पड़ा. वहीं दरवाजे पर खेल रही नातिन रामश्री (9) को भी जानवर ने घायल कर दिया.
ग्रामीणों के शोर से भागा जानवर
आवाज सुनकर एकत्रित ग्रामीणों के शोर मचाने के बाद जानवर खेतों की ओर भाग गया. बताया जा रहा है कि किसान का घर एकांत में खेतों में बना हुआ है, जहां घनी बस्ती नहीं है. इसकी वजह से अक्सर जंगली जानवर गुजरते रहते हैं और गांव वालों को इसे लेकर दहशत बनी हुई है.
इन घटनाओं के बाद चरवाहों और ग्रामीणों ने जंगल की तरफ जाना बंद कर दिया है. ग्रामीणों ने वन विभाग से खतरनाक जानवरों को पकड़ने की मांग उठाई है, जिसे लेकर पिछले दिनों वन विभाग की टीम ने हमला करने वाले जानवरों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया था, लेकिन जानवरों का कुछ पता नहीं चला.
इन गांवों में जंगली जानवरों की दहशत
थाना खेड़ा राठौर के अंतर्गत चंबल बीहड़ किनारे बसे गांव गुमान सिंह का पुरा, सिमराई, बीच का पुरा, शांति नगर, धांधू पुरा, बरहा, भगवानपुरा, गोंसली, आदि एवं पिनाहट क्षेत्र के गांव विप्रावली, देवगढ़, सूबेदारपुरा, सांवल दास का पुरा, क्योंरी बीचकापुरा आदि गांव के ग्रामीणों में जंगली जानवरों की दहशत है.
इन घटनाओं के संदर्भ में रेंजर बाह चंबल सेंचुरी आरके सिंह राठौर ने बताया कि ग्रामीणों पर हमला करने वाले जंगली जानवरों की टीम द्वारा तलाश जारी है. साथ ही ग्रामीण बीहड़ के इलाकों में जाने से परहेज करें.