आगरा: जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की बैठक में जिला पंचायत सदस्यों ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की. इस मामले में पीठासीन अधिकारी की तहरीर पर रकाबगंज थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस अब वीडियोग्राफी के आधार पर हंगामा और तोड़फोड़ करने वाले लोगों की पहचान कर रही है.
- जिला पंचायत अध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह के खिलाफ जिला पंचायत सदस्य यशपाल चौधरी के नेतृत्व में 28 सदस्यों ने डीएम एनजी रवि कुमार को अविश्वास प्रस्ताव दिया था.
- जिस पर जिलाधिकारी ने 12 जुलाई को सदन बुलाने के निर्देश दिए और विश्वास प्रस्ताव के लिए पीठासीन अधिकारी सिविल जज शैलेंद्र कुमार वर्मा को नियुक्त किया गया.
- शुक्रवार सुबह पहले विरोधी खेमे के जिला पंचायत सदस्यों ने मुख्यालय पर जमकर हंगामा किया फिर सदन में पहुंचकर के हंगामा और तोड़फोड़ की थी.
- इस पर पीठासीन अधिकारी शैलेंद्र कुमार वर्मा उठ कर चले गए, जिस वजह से बैठक को स्थगित कर दिया गया.
पीठासीन अधिकारी शैलेंद्र कुमार वर्मा ने रकाबगंज थाने में तहरीर दी है. उसमें लिखा है कि समय पर बैठक शुरू हो गई. निर्धारित समय पर कोरम पूरा करने के लिए जिला पंचायत सदस्य उपस्थित नहीं हुए. इसके बाद खंदौली निवासी जिला पंचायत सदस्य सत्य प्रकाश के साथ कुछ लोग सदन में आए. वह पहले से ही उग्र थे और लोगों को उकसा रहे थे. साथ ही साथ गाली गलौज कर रहे थे. उन्होंने सदन में हंगामा किया और कुर्सियां तोड़ दी. इससे सदन में मौजूद लोगों के जानमाल का खतरा पैदा हो गया.
पीठासीन अधिकारी की तहरीर के आधार पर जिला पंचायत के सदन में हुई तोड़फोड़ के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. वीडियो ग्राफी के आधार पर हंगामा करने वाले जिला पंचायत सदस्य और अन्य लोगों की पहचान की जाएगी. उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.
-विकास कुमार जायसवाल, सीओ सदर