आगराः जिले में पिनाहट-उसेथ चंबल नदी घाट पर जर्जर पैंटून पुल से लगातार ओवरलोड वाहनों का आवागमन जारी है. इससे बड़ा हादसा होने की आशंका है. प्रतिबंधित पुल पर आवागमन होने में किसका संरक्षण है यह भी बड़ा सवाल है.
दिन-रात चलते हैं ओवरलोड ट्रैक्टर
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश सीमा और उत्तर प्रदेश सीमा को जोड़ने वाले पिनाहट चंबल नदी घाट पर बने पैंटून पुल से रोज तूरी से भरे भारी ओवरलोडेड ट्रैक्टर-ट्रॉली व अन्य वाहन निकाले जा रहे हैं. यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. पुल की स्थिति जर्जर बनी हुई है. वहीं पैंटून पुल का रखरखाव करने वाले पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारी भी अनजान बने हुए हैं. पुल पर कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण लगातार अवैध वसूली का खेल भी चल रहा है. सूत्रों की मानें तो इस खतरनाक काम को अंजाम देने में पुलिस का भी अहम रोल है.
तस्करी का बना साधन
पैंटून पुल दोपहिया-चार पहिया वाहनों के आवागमन के लिए है. मध्यप्रदेश में लाॅकडाउन होने के कारण यह पुल तस्करी का बड़ा साधन बना हुआ है. रातभर इस पुल से भारी वाहन व लोडेड वाहन जैसे तूरी के भरे हुऐ ट्रैक्टर व ट्रक खुलेआम निकल रहे हैं. रातभर इस पुल पर जाम जैसी स्थिति रहती है. जानकारों की मानें तो इस पुल पर भारी वाहनों का आवागमन कराने में अहम रोल पिनाहट पुलिस का चल रहा है. पुलिस के कुछ कर्मचारी यहां रातभर तैनात रहकर प्रत्येक वाहन से वसूली कर इनको निकलवा रहे हैं. यही नहीं मध्यप्रदेश पुलिस का भी इस उगाही में हिस्सा बताया जा रहा है.
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वीडियो वायरल
मध्यप्रदेश के महुआ थाने की उसैथ पुलिस चौकी की पुलिस का, इस पुल से आवागमन कर रहे लोडेड वाहनों से पैसे वसूली करने का एक वीडियो भी दो दिन पूर्व सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसमें दो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई भी हो चुकी है. कार्रवाई के बाद भी इस पुल पर लोडेड वाहनों का निकलना जारी है. वहीं सूत्रों की मानें तो मध्य प्रदेश सीमा से उत्तर प्रदेश सीमा में आने वाले तूरी से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली ओवरलोड वाहनों से असामाजिक तत्वों द्वारा अवैध वसूली की जाती है. इससे पुलिस अनजान बनी हुई है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर किसके संरक्षण में ओवरलोड वाहनों को निकाल कर वसूली की जा रही है.