आगराः शीतगृहों से आलू निकासी की तिथि बढ़ाने को लेकर सोमवार को सैकड़ों किसानों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. किसानों की मांग है कि आलू निकासी की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर निर्धारित है, जिसे 30 नवंबर तक बढ़ा दिया जाए.
आलू निकासी के निर्देश से अन्नदाता परेशान
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जारी शीतगृहों में आलू निकासी के निर्देशों को लेकर अन्नदाता बेहद परेशान हैं. एत्मादपुर के पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह की अगुवाई में किसानों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर आलू भंडारण निकासी के निर्देशों का विरोध जताया. साथ ही किसानों ने जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह से मांग की है कि 30 नवंबर तक आलू निकासी के निर्देशों को लेकर किसानों को राहत प्रदान की जाए.
चल रहा आलू बुवाई का काम
किसानों ने अपनी समस्या का हवाला देते हुए बताया कि खेतों में इस समय आलू बुवाई का काम चल रहा है. ऐसी परिस्थितियों में शीतगृहों से आलू निकासी के बाद किसानों की समस्या और भी बढ़ जाएंगी और वह भुखमरी के कगार पर आ जाएंगे.
किसानों को मिल रहा मूल्य
पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह ने बताया कि सरकार ने आलू की निकासी की अंतिम तिथि 30 नवंबर निर्धारित की है. कई वर्षों के बाद जब किसानों को आलू का उचित मूल्य मिल रहा है, ऐसे में शीतगृहों से आलू निकलवाना कतई उचित नहीं है, जिसका किसान विरोध कर रहे हैं.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
किसानों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचे पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह ने जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए 30 नवंबर तक का समय दिए जाने की बात कही है. वहीं उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें न मानी गईं, तो किसान उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.