आगरा: आगरा के इनर रिंग रोड टोल प्लाजा (inner ring road toll plaza of agra) पर गुरुवार को किसानों ने जमकर हंगामा काटा (Farmers created ruckus) था. इस दौरान आक्रोशित किसानों ने टोल को कब्जे में लेकर कर्मचारियों को दौड़ा दिया था. वहीं, टोल प्लाजा को 4:30 घंटे तक वाहनों के लिए मुफ्त कर दिया गया. जिसके बाद एडीए के अधिशासी अभियंता ने किसानों के खिलाफ थाना एत्मादपुर में मुकदमा दर्ज कराया है. बता दें कि इनर रिंग रोड प्रकरण को लेकर क्षेत्र के आक्रोशित किसान बीते 27 दिनों से धरने पर बैठे हैं.
किसान अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं. वहीं, एडीए अपने आदेशों पर बरकरार है. जिसको लेकर आधा दर्जन गांव के किसान इनर रिंग रोड पर बैठ कर धरना दे रहे हैं. बीते 6 जनवरी को आक्रोशित किसानों ने इनर रिंग टोल प्लाजा पर कब्जा कर लिया था. जिसके चलते टोल प्लाजा कर्मचारियों को टोल छोड़कर भागना पड़ा था.
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इस दौरान पूरे 4:30 घंटे तक टोल पर किसानों का कब्जा रहा, जिसके चलते टोल से गुजरने वाले वाहन बिना टोल टैक्स अदा किए गुजर गए. एडीए को 4:30 घंटे में लाखों के राजस्व का नुकसान हुआ है. जिसका मुख्य कारण एडीए ने किसानों को माना है. एडीए के अधिशासी अभियंता ने टोल के सीसीटीवी के आधार पर 7 नामजद और 100 अज्ञात किसानों के खिलाफ थाना एत्मादपुर में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है.
मुकदमे से नहीं डरेंगे हम-किसान
इस एफआरआई के बाद किसानों ने भी एडीए को दो टूक जवाब दिया है कि वो पुलिस या कार्यवाही से नहीं डरते हैं. एडीए हमें दबाना चाहता है. लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे. एडीए जब तक हमारी बात नहीं मानेगा, तब तक किसान संगठन धरना देंगे.
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
बीते गुरुवार को महापंचायत के दौरान किसान विपिन यादव, सौरभ यादव, कृपाल सिंह, गोविंद ठाकुर, प्रदीप शर्मा, बीरी सिंह, पंकज यादव समेत 100 लोगों ने टोल प्लाजा पर तैनात कर्मचारियों को डरा-धमकाकर बूथ से भगा दिया. इसके बाद टोल से गुजरने वाले वाहनों से टैक्स नहीं लेने दिया गया. इससे प्राधिकरण को एक लाख तेरह सौ बयासी रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. पुलिस ने उक्त लोगों पर बलवा, धमकी देने और आपराधिक बल प्रयोग की धारा में मुकदमा लिखा है.
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