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एयरपोर्ट की तर्ज पर ताजमहल में लगाए गए ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन - आगरा में ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन लगाए गए

ताज के दीदार को हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आगरा आते हैं. विदेशी पर्यटकों को टिकट के साथ ही 500 मिली की पानी की बोतल भी दी जाती है, लेकिन अब सभी जगह 'ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन' लगाए जा रहे हैं.

आगरा में एयरपोर्ट की तर्ज पर ताजमहल में ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन लगाए गए
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Published : Sep 12, 2019, 5:16 PM IST

आगरा: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से ताजमहल में एयरपोर्ट की तर्ज पर अंडरवाटर सेविंग की जा रही है. पहले ताजमहल परिसर में बारिश के पानी को एक कुएं और बाबड़ी में स्टोरेज किया जाने का काम किया गया. अब एक पहल के तहत 'ड्रिंकिंग वाटर' की सेविंग की जा रही है. टोटियों से पीने के पानी की अधिक बर्बादी होती थी. इसलिए अब ताजमहल परिसर में वाटर सेविंग के लिए एएसआई की ओर से 'ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन' लगाए गए हैं. इस पर एएसआई की ओर से करीब 28 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं. यह 'ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन' पर्यटकों को भी खूब पसंद आ रहे हैं.

ताजमहल में ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन लगाए गए.

इनोवेशन की हर जगह जरूरत है. हमने अभी हाल में ही एयरपोर्ट पर भी इसी तरह के ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन देखे थे. ताजमहल पर ऐसे ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन मिलेंगे यह उम्मीद नहीं थी. यहां ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन देखे तो बहुत खुशी हुई है. यह बहुत अच्छा है.
-बर्मेश कुमार, पर्यटक

एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि हम दो प्रकार से ताजमहल में वाटर सेविंग कर रहे हैं. पहले हमने पायलट प्रोजेक्ट के तहत मेहमानखाने के पास ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन लगाए. इनसे उतना ही पानी आता है, जितना पर्यटक को पीने की जरूरत है. इसके परिणाम बहुत ही अच्छे आए हैं. इनसे करीब 45 से 50 प्रतिशत वाटर की सेविंग हो रही है. पहले कई बार लोग नल खोल करके चले जाते थे, वाटर वेस्ट जाता था.

ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन से ऐसा नहीं होगा, इनकी अब डिजाइन में भी कुछ बदलाव किया जा रहा है. इसके साथ ही ताजमहल में वाटर सेविंग और ग्राउंडवाटर रिचार्ज किया जा रहा है. ताजमहल परिसर के बारिश के पानी को ग्राउंड वाटर सेविंग के लिए कुंए और बाबड़ी में डाला जाता है. इसके साथ ही जितने भी आरओ प्लांट लगे हैं, उसके वेस्टेज वाटर को भी ग्राउंड वाटर रिचार्ज किया जा रहा है.

आगरा: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से ताजमहल में एयरपोर्ट की तर्ज पर अंडरवाटर सेविंग की जा रही है. पहले ताजमहल परिसर में बारिश के पानी को एक कुएं और बाबड़ी में स्टोरेज किया जाने का काम किया गया. अब एक पहल के तहत 'ड्रिंकिंग वाटर' की सेविंग की जा रही है. टोटियों से पीने के पानी की अधिक बर्बादी होती थी. इसलिए अब ताजमहल परिसर में वाटर सेविंग के लिए एएसआई की ओर से 'ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन' लगाए गए हैं. इस पर एएसआई की ओर से करीब 28 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं. यह 'ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन' पर्यटकों को भी खूब पसंद आ रहे हैं.

ताजमहल में ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन लगाए गए.

इनोवेशन की हर जगह जरूरत है. हमने अभी हाल में ही एयरपोर्ट पर भी इसी तरह के ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन देखे थे. ताजमहल पर ऐसे ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन मिलेंगे यह उम्मीद नहीं थी. यहां ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन देखे तो बहुत खुशी हुई है. यह बहुत अच्छा है.
-बर्मेश कुमार, पर्यटक

एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि हम दो प्रकार से ताजमहल में वाटर सेविंग कर रहे हैं. पहले हमने पायलट प्रोजेक्ट के तहत मेहमानखाने के पास ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन लगाए. इनसे उतना ही पानी आता है, जितना पर्यटक को पीने की जरूरत है. इसके परिणाम बहुत ही अच्छे आए हैं. इनसे करीब 45 से 50 प्रतिशत वाटर की सेविंग हो रही है. पहले कई बार लोग नल खोल करके चले जाते थे, वाटर वेस्ट जाता था.

ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन से ऐसा नहीं होगा, इनकी अब डिजाइन में भी कुछ बदलाव किया जा रहा है. इसके साथ ही ताजमहल में वाटर सेविंग और ग्राउंडवाटर रिचार्ज किया जा रहा है. ताजमहल परिसर के बारिश के पानी को ग्राउंड वाटर सेविंग के लिए कुंए और बाबड़ी में डाला जाता है. इसके साथ ही जितने भी आरओ प्लांट लगे हैं, उसके वेस्टेज वाटर को भी ग्राउंड वाटर रिचार्ज किया जा रहा है.

Intro:स्पेशल .....
आगरा.
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से ताजमहल पर एयरपोर्ट की तर्ज पर अड वाटर सेविंग की जा रही है. पहले ताजमहल परिसर में बारिश के पानी को एक कुएं और बाबड़ी में स्टोरेज किया जाने का काम किया गया. अब एक पहल के तहत 'ड्रिंकिंग वाटर' की सेविंग की जा रही है. टोटियों से पीने के पानी की अधिक बर्बादी होती थी. इसलिए अब ताजमहल परिसर में वाटर सेविंग के लिए 'ड्रिंकिंग वाटर पॉइंट' पर एएसआई की ओर से 'ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन' लगाए गए हैं. इस पर एएसआई की ओर से करीब 28 लाख रुपए का खर्चा किया जा रहा है. यह 'ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन' पर्यटकों को भी खूब पसंद आ रहे हैं.


Body:पर्यटक निसार अख्तर ने बताया कि, मुझे ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन से पानी पीना अच्छा लगा है. यह सुंदर भी है. इससे पानी पीने का तरीका बढ़िया है.
पर्यटक बर्मेश कुमार ने बताया कि, इनोवेशन की हर जगह जरूरत है. हमने अभी हाल में ही एयरपोर्ट पर भी इसी तरह के ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन देखे थे. ताजमहल पर ऐसे ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन मिलेंगे. यह उम्मीद नहीं है. यहां ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन देखे तो बहुत खुशी हुई है. यह बहुत अच्छा है.

पर्यटक अमनदीप ने बताया कि इनसे वाटर सेविंग भी हो रही है. गलती से यदि कोई खोलकर भी चला जाएगा तो यह बंद हो जाएगा. इससे पानी नहीं निकलेगा. इससे सिर्फ उतना ही पानी निकलेगा. जितनी आदमी को पीने की जरूरत है. यह प्रयास बहुत अच्छा है. इससे वाटर की सेविंग हो रही है.
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि हम दो प्रकार से ताजमहल में वाटर सेविंग कर रहे हैं. पहले हमने पायलट प्रोजेक्ट के तहत मेहमानखाने के पास के ड्रिंकिंग वाटर प्वाइंट्स पर ड्रिंकिंग वॉटर फाउंटेन लगाए. इनसे उतना ही पानी आता है, जितना पर्यटक को पीने की जरूरत है.
इसके परिणाम बहुत ही अच्छे आए हैं. इनसे करीब 45 से 50% वाटर की सेविंग हो रही है. पहले कई बार लोग नल खोल करके चले जाते थे, वाटर वेस्ट जाता था. ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन से ऐसा नहीं होगा, इनकी अब डिजाइन में भी कुछ बदलाव किया जा रहा है. इसके साथ ही ताजमहल में वाटर सेविंग और ग्राउंडवाटर रिचार्ज किया जा रहा है. ताजमहल परिसर के बारिश के पानी को ग्राउंड वाटर सेविंग के लिए कुंए और बाबड़ी में डाला जाता है. इसके साथ ही जितने भी आरओ प्लांट लगे हैं, उसके वेस्टेज वाटर को भी ग्राउंड वाटर रिचार्ज किया जा रहा है.


Conclusion:ताज के दीदार को हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आगरा आते हैं. विदेशी पर्यटकों को टिकट के साथ ही 500ml की पानी की बोतल भी दी जाती है, फिर भी देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए शुद्ध पेयजल के लिए ताजमहल परिसर में आरओ प्लांट्स लगाए गए हैं. जिनसे शुद्ध पानी पर्यटक पीते हैं. अब सभी जगह पेयजल के लिए टोंटियों की जगह 'ड्रिंकिंग वाटर फाउंटेन' लगाए जा रहे हैं. वाटर फाउंटेन में पानी के प्रेशर को सामान रखने के लिए प्रेशर पंप भी लगाए जाएंगे.

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पहली बाइट निसार अख्तर, पर्यटक की।
दूसरी बाइट बर्मेश कुमार , पर्यटक की।
तीसरी बाइट अमनदीप, पर्यटक की।
चौथी बाइट वसंत कुमार स्वर्णकार, अधीक्षण पुरातत्वविद (एएसआई) की।

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श्यामवीर सिंह
आगरा
8387893357
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