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जिला पंचायत चुनाव: आगरा से निर्विरोध जीतीं भाजपा की प्रत्याशी डाॅ. मधु भदौरिया

यूपी के आगरा में बसपा के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को नहीं उतारने से भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी डाॅ. मधु भदौरिया निर्विरोध चुनाव जीत गई हैं. हालांकि अभी इसकी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है.

भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी डाॅ. मधु भदौरिया
भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी डाॅ. मधु भदौरिया
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Published : Jun 26, 2021, 4:18 PM IST

Updated : Jun 26, 2021, 8:59 PM IST

आगरा: जिला पंचायत अध्यक्ष में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी डाॅ. मधु भदौरिया निर्विरोध चुन ली गई हैं. नामांकन के तय समय तक डॉ. मंजु भदौरिया के सामने किसी भी अन्य प्रत्याशी ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया. सबसे ज्यादा जिला पंचायत सदस्य जीतने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) ने अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी उतारने को लेकर हाथ खड़े कर दिए. जिससे निर्दलीय भी दावेदारी के लिए आगे नहीं आए. इसके बाद भाजपा की डॉ. मंजु भदौरिया अब निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई हैं. अभी इसकी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है.

जिला पंचायत चुनाव में भाजपा के 18 सदस्य जीते हैं. प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने वार्ड-36 से चुनाव जीतीं डाॅ. मंजु भदौरिया को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया था. वह भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह की पुत्रवधु हैं. जिले में भाजपा की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दौड़ में पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम भदौरिया की पत्नी पूजा भदौरिया, ब्रज क्षेत्र महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष बबिता चौहान और जिला मंत्री सत्यदेव दुबे की पत्नी रजनेश दुबे के साथ डाॅ. मंजु भदौरिया भी थीं.

भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी डाॅ. मधु भदौरिया

बसपा को नहीं मिला प्रत्याशी

जिला पंचायत चुनाव में बसपा के सबसे अधिक 20 सदस्य चुनाव जीत कर आए हैं. बसपा जिला पंचायत चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी है. बसपा को अपना अध्यक्ष बनाने के लिए जादुई अंक 26 पूरा करने के लिए सिर्फ 6 जिला पंचायत सदस्य की जरूरत थी. मगर, बसपा की ओर से कोई प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया गया है. इस बारे में बसपा के जिलाध्यक्ष विमल वर्मा का कहना है कि पार्टी के जीते सदस्य अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के लिए राजी नहीं हुए. जिन्होंने पहले उम्मीदवारी का दावा किया था वह भी पीछे हट गए, इसलिए पार्टी की ओर से चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए कोई प्रत्याशी उतारा है. सभी सदस्य इस चुनाव में अपना वोट देने के लिए स्वतंत्र है.

जिसकी सत्ता उसका अध्यक्ष

बता दें कि सन 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला था. जब सीएम योगी आदित्यनाथ बने तो आगरा में भाजपा ने मार्च-2018 को जिला पंचायत अध्यक्ष का तख्ता पलट कर दिया. भाजपा के प्रबल प्रताप बघेल ने सपा की कुशल यादव से अध्यक्ष की 'कुर्सी' छीनी थी. हालांकि, इसके बाद एक बार फिर जिला पंचायत सदस्यों ने बगावत कर दी, जिससे वर्ष 2019 में प्रबल प्रताप की अध्यक्षी जाते-जाते बची. इस बार सपा के सिर्फ 5 ही जिला पंचायत सदस्य चुनकर आए. जिस पर सपा ने भाजपा को हराने वाले उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की. इससे बसपा का अध्यक्ष बनने की उम्मीद बनी थी. मगर, अब बसपा ने भी भाजपा की रणनीति के आगे हाथ खड़े कर दिए हैं.

आगरा के जिला पंचायत सदस्य की संख्या

पार्टी का नामविजयी सदस्य
बसपा20
भाजपा18
सपा05
रालोद02
महान दल01
निर्दलीय05

आगरा: जिला पंचायत अध्यक्ष में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी डाॅ. मधु भदौरिया निर्विरोध चुन ली गई हैं. नामांकन के तय समय तक डॉ. मंजु भदौरिया के सामने किसी भी अन्य प्रत्याशी ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया. सबसे ज्यादा जिला पंचायत सदस्य जीतने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) ने अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी उतारने को लेकर हाथ खड़े कर दिए. जिससे निर्दलीय भी दावेदारी के लिए आगे नहीं आए. इसके बाद भाजपा की डॉ. मंजु भदौरिया अब निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई हैं. अभी इसकी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है.

जिला पंचायत चुनाव में भाजपा के 18 सदस्य जीते हैं. प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने वार्ड-36 से चुनाव जीतीं डाॅ. मंजु भदौरिया को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया था. वह भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह की पुत्रवधु हैं. जिले में भाजपा की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दौड़ में पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम भदौरिया की पत्नी पूजा भदौरिया, ब्रज क्षेत्र महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष बबिता चौहान और जिला मंत्री सत्यदेव दुबे की पत्नी रजनेश दुबे के साथ डाॅ. मंजु भदौरिया भी थीं.

भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी डाॅ. मधु भदौरिया

बसपा को नहीं मिला प्रत्याशी

जिला पंचायत चुनाव में बसपा के सबसे अधिक 20 सदस्य चुनाव जीत कर आए हैं. बसपा जिला पंचायत चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी है. बसपा को अपना अध्यक्ष बनाने के लिए जादुई अंक 26 पूरा करने के लिए सिर्फ 6 जिला पंचायत सदस्य की जरूरत थी. मगर, बसपा की ओर से कोई प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया गया है. इस बारे में बसपा के जिलाध्यक्ष विमल वर्मा का कहना है कि पार्टी के जीते सदस्य अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के लिए राजी नहीं हुए. जिन्होंने पहले उम्मीदवारी का दावा किया था वह भी पीछे हट गए, इसलिए पार्टी की ओर से चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए कोई प्रत्याशी उतारा है. सभी सदस्य इस चुनाव में अपना वोट देने के लिए स्वतंत्र है.

जिसकी सत्ता उसका अध्यक्ष

बता दें कि सन 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला था. जब सीएम योगी आदित्यनाथ बने तो आगरा में भाजपा ने मार्च-2018 को जिला पंचायत अध्यक्ष का तख्ता पलट कर दिया. भाजपा के प्रबल प्रताप बघेल ने सपा की कुशल यादव से अध्यक्ष की 'कुर्सी' छीनी थी. हालांकि, इसके बाद एक बार फिर जिला पंचायत सदस्यों ने बगावत कर दी, जिससे वर्ष 2019 में प्रबल प्रताप की अध्यक्षी जाते-जाते बची. इस बार सपा के सिर्फ 5 ही जिला पंचायत सदस्य चुनकर आए. जिस पर सपा ने भाजपा को हराने वाले उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की. इससे बसपा का अध्यक्ष बनने की उम्मीद बनी थी. मगर, अब बसपा ने भी भाजपा की रणनीति के आगे हाथ खड़े कर दिए हैं.

आगरा के जिला पंचायत सदस्य की संख्या

पार्टी का नामविजयी सदस्य
बसपा20
भाजपा18
सपा05
रालोद02
महान दल01
निर्दलीय05
Last Updated : Jun 26, 2021, 8:59 PM IST
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