आगरा: जिले के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की दहलीज तक भी कोरोना संक्रमण पांव पसार चुका है. विश्वविद्यालय के चार कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले हैं. इसलिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर विश्वविद्यालय में 4 और 5 सितंबर को बाहरी व्यक्ति, स्टूडेंट और अभिभावकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है.
- डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के चार कर्मचारी कोरोना संक्रमित.
- 4 और 5 सितंबर को बाहरी व्यक्ति, स्टूडेंट्स और अभिभावकों के प्रवेश पर रोक.
दरअसल, विश्वविद्याल में हर दिन सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचते हैं. इनमें अंक तालिका में संशोधन समेत अन्य तमाम कार्य शामिल होते हैं. गेट पास बनाने के बाद परीक्षा नियंत्रक कार्यालय तक सभी स्टूडेंट को एंट्री दी जाती है, लेकिन विश्वविद्यालय के चार कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद परिसर में एंट्री पर रोक लगा दी गई है.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक कुमार मित्तल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखकर विश्वविद्यालय में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश 4 सितंबर से 5 सितंबर तक प्रतिबंधित किया गया है. विद्यार्थी को कोई आवश्यक काम है, तो वे हेल्प डेस्क पर आवेदन करें, जिसमें उसे अपना फोन नंबर भी लिखना होगा. ऐसे में विशेष परिस्थिति में छात्र-छात्राओं से संपर्क किया जा सके. डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रो. प्रदीप श्रीधर ने सभी स्टूडेंट्स से अपील की है कि वे विशेष कार्य की स्थिति में ही विश्वविद्यालय आएं. 7 सितंबर को विश्वविद्यालय दोबारा खुलेगा, जिसके बाद उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा.