आगरा: यूपी के आगरा में कोरोना के तांडव के बाद डेंगू ने दस्तक दे दी है. इस संक्रमण से सबसे ज्यादा नवजात और बच्चे प्रभावित हैं. जिसको लेकर एसएन प्रबंधन ने डेंगू के दो स्पेशल वार्ड तैयार किये है. जहां मथुरा और फिरोजाबाद सहित आगरा के दो दर्जन से अधिक बच्चे पिछले तीन दिनों में भर्ती किये गए है. डेंगू से संक्रमित बच्चों में तेज बुखार, कमजोरी और उल्टी-दस्त के लक्षण पाए गए हैं. जो डेंगू की पुष्टि करते हैं. एस.एन. प्रबंधन ने बच्चों के बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम का गठन भी किया है. जिनकी देख-रेख में नवजातों और संक्रमित बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
एस.एन. प्रबंधन के प्रचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता का कहना है कि डेंगू मच्छरों की प्रजाति के एक विशेष एडीज मच्छर के काटने से होता है. जो साफ पानी में पनपता है. यह मच्छर मनुष्य के कमर के निचले हिस्से पर काटता है. जिससे लोग डेंगू से संक्रमित हो जाते हैं. मरीज को शुरुआत में कमजोरी, तेज भुखार ओर उल्टी-दस्त की समस्या होती है. वहीं, डेंगू के अन्य मामलों में शरीर पर चकत्ते पड़ जाते हैं, जो एक गंभीरता के संकेत है. ऐसे में डेंगू और भी गंभीर हो जाता है. उस अवस्था मे मरीज को तत्काल चिकित्सक सलाह ओर उपचार लेना चाहिए. सही समय पर उपचार न मिलने पर मरीज की मृत्यु भी हो सकती है.
आगरा में डेंगू की दस्तक: अधिकतर बच्चो में डेंगू के लक्षण, शहर में फैली दहशत
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में डेंगू संक्रमण ने दस्तस्क दे दी है. एस.एन. मेडिकल में बीते तीन दिनों में दो दर्जन से अधिक नवजात और बच्चे भर्ती हुए हैं. जिनमें अधिकतर बच्चो में डेंगू के लक्षण पाए गए हैं. आगरा के गांव और देहातों की लचर चिकित्सा व्यवस्था के कारण अधिकांश मरीज एसएन इमरजेंसी पहुंच रहे हैं.
आगरा: यूपी के आगरा में कोरोना के तांडव के बाद डेंगू ने दस्तक दे दी है. इस संक्रमण से सबसे ज्यादा नवजात और बच्चे प्रभावित हैं. जिसको लेकर एसएन प्रबंधन ने डेंगू के दो स्पेशल वार्ड तैयार किये है. जहां मथुरा और फिरोजाबाद सहित आगरा के दो दर्जन से अधिक बच्चे पिछले तीन दिनों में भर्ती किये गए है. डेंगू से संक्रमित बच्चों में तेज बुखार, कमजोरी और उल्टी-दस्त के लक्षण पाए गए हैं. जो डेंगू की पुष्टि करते हैं. एस.एन. प्रबंधन ने बच्चों के बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम का गठन भी किया है. जिनकी देख-रेख में नवजातों और संक्रमित बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
एस.एन. प्रबंधन के प्रचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता का कहना है कि डेंगू मच्छरों की प्रजाति के एक विशेष एडीज मच्छर के काटने से होता है. जो साफ पानी में पनपता है. यह मच्छर मनुष्य के कमर के निचले हिस्से पर काटता है. जिससे लोग डेंगू से संक्रमित हो जाते हैं. मरीज को शुरुआत में कमजोरी, तेज भुखार ओर उल्टी-दस्त की समस्या होती है. वहीं, डेंगू के अन्य मामलों में शरीर पर चकत्ते पड़ जाते हैं, जो एक गंभीरता के संकेत है. ऐसे में डेंगू और भी गंभीर हो जाता है. उस अवस्था मे मरीज को तत्काल चिकित्सक सलाह ओर उपचार लेना चाहिए. सही समय पर उपचार न मिलने पर मरीज की मृत्यु भी हो सकती है.