आगरा: चेक गणराज्य के विदेश मंत्री थॉमस पैट्रिक गुरुवार सुबह अपनी पत्नी पैट्रिकोवा के साथ एक दिवसीय दौरे पर आगरा आए. थॉमस पैट्रिक और उनकी पत्नी ने सुबह पहले ताजमहल का दीदार किया. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल के साथ डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय पहुंचे.
विश्वविद्यालय के खंदारी स्थित गेस्ट हाउस में विदेश मंत्री थॉमस पैट्रिक, उनकी पत्नी और प्रतिनिधिमंडल में आए सभी सदस्यों ने विश्वविद्यालय स्टॉफ और स्टूडेंट्स से बातचीत की. इस अवसर पर मीडिया से रूबरू होने पर थॉमस पैट्रिक ने कहा कि मैं भारतीय सभ्यता और संस्कृति को जानता हूं. अपनी आगे आने वाली पीढ़ी के लिए हमें ताजमहल सहित अन्य स्मारकों के संरक्षण पर काम करना चाहिए.
बुके और शाल ओढ़ाकर किया गया स्वागत
चेक गणराज्य के विदेश मंत्री थॉमस पैट्रिक अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ गुरुवार दोपहर करीब 2:30 बजे डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी स्थित गेस्ट हाउस पहुंचे. जहां पर विश्वविद्यालय के मॉडल स्कूल के स्टूडेंट्स ने उनका बैंड बाजे से स्वागत किया. इस अवसर पर उनका रोली और तिलक लगाकर अभिवादन किया गया. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद कुमार दीक्षित ने उन्हें बुके दिया.
इसके बाद विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में विश्वविद्यालय के कुलपति और स्टॉफ ने विदेश मंत्री थॉमस पैट्रिक, उनकी पत्नी और आए प्रतिनिधिमंडल का बुके और शाल ओढ़ाकर स्वागत किया गया. इस दौरान विदेश मंत्री थॉमस पैट्रिक, उनकी पैट्रिकोवा सहित प्रतिनिधिमंडल में शामिल सभी सदस्य काफी खुश नजर आए.
विवि का इतिहास और एकेडमिक स्तर समझाया
डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर्स ने प्रतिनिधिमंडल में आए सभी लोगों को विश्वविद्यालय के इतिहास और एकेडमिक क्रियाकलाप की प्रोजेक्टर के जरिए जानकारी दी. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों ने अपने सवाल भी किए, जिनका उचित जबाव मिलने पर वे संतुष्ट दिखे.
डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के साथ मिलकर करेंगे काम
मीडिया से रूबरू होने पर चेक गणराज्य के विदेश मंत्री थॉमस पैट्रिक ने कहा कि, ताजमहल यूनिक है. हिस्ट्रोरिकल और कल्चरल का बेमिसाल नमूना है. यह ह्यूमिडिटी हेरिटेज की पावर है. यह यूनिस्को की हेरिटेज बिल्डिंग में शामिल है. हमारे देश में भी प्राचीन हिस्टोरिकल इमारत का संरक्षण किया जा रहा है. तमाम ऐसे स्टार्टअप और विशेषज्ञ हैं.
नई तकनीकें हैं. जो इस पर काम करते हैं. आगे आने वाली पीढ़ी के लिए इसे संजोकर रखना बहुत जरूरी है. नैनो टेक्नोलॉजी में भी हमारे यहां बहुत काम हो रहा है. मुझे विश्वास है कि, हम आगे आने वाले समय में डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के साथ तमाम रिसर्च और अन्य चीजों से जुड़ेंगे. यह दोनों के लिए ही बेहतर होगा.
ताजमहल को प्रोटेक्ट करने पर भी हुई बात
डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद कुमार दीक्षित ने बताया कि चेक गणराज्य के विदेश मंत्री थॉमस पैट्रिक यहां पर आए हैं. उन्होंने ललित कला, फाइन आर्ट्स, आयुर्वेद, योगा और फिजिकल फिटनेस सहित अन्य तमाम पर क्षेत्र में अपनी रुचि दिखाई है.
उन्होंने बताया कि हम ताजमहल को कैसे प्रोटेक्ट करें इसके बारे में भी बात हुई क्योंकि चेक गणराज्य में पुरानी इमारतों को लेकर काफी काम किया जा रहा है. उनके वैज्ञानिकों के साथ मिलकर भी हम ताजमहल के संरक्षण पर भी काम करेंगे. यह काफी अच्छा रहेगा. इस दौरान विवि के एकेडमिक स्तर पर भी चर्चा हुई.