आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां पिनाहट थाने में शनिवार को दो गधों के मालिकाना हक को लेकर कई घंटे हाई वोल्टेज ड्रामा चला. इस दौरान थाने के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई. पुलिस ने देर शाम गधों के लिए दोनों पक्षों की एक चौपाल लगाकर पंचायत की. जहां एक पक्ष को गधा लेकर जाने की सहमति बनी. पुलिस द्वारा गधों के लिए थाने में चौपाल लगाना चर्चा का विषय बन गया है.
मामला पिनाहट थाना क्षेत्र के थरी मोहल्ले का है. यहां के निवासी किसान महेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि कुछ माह पहले उसके दो गधे खेतों में चरने गए थे. वहां से दोनों गायब हो गए. उसने गधों की खूब खोजबीन की लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा. इसके बाद भी वह अपने गधों की खोजबीन कर रहे थे. उन्होंने पुलिस को बताया कि अपने गधों को पाने के लिए एक नया गधा खरीदने की योजना बनाई. इसके लिए उन्होंने आसपास के क्षेत्रों में घूमना शुरू कर दिया. जहां उन्हें ये पता चलने लगा कि कौन कहां पर गधे बेच रहा है.
पीडित महेंद्र ने पिनाहट थानाध्यक्ष नीरज पवार को बताया कि, बीते दिनों उसे पता चला कि फिरोजाबाद के रामनगर निवासी किसान अमर सिंह गधे बेच रहा है इसलिए वह गधा खरीदने के बहाने उनके घर पहुंच गया. वहां पर उन्हें अपने दोनों गधे दिखाई दिए. इस पर उन्होंने किसान अमर सिंह से कहा कि ये दोनों गधे उसके ही हैं. इसके बाद वहां हंगामा शुरू हो गया. मामला पुलिस तक पहुंच गया. इसके बाद उन्होंने पिनाहट थाने में अपने गधे चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस ने बरामद किए गधे
पिनाहट पुलिस ने किसान महेंद्र कि शिकायत पर उनकी मदद के लिए तैयार हो गई. पीड़ित महेंद्र को लेकर पुलिस शनिवार को फिरोजाबाद के रामनगर निवासी किसान अमर सिंह के घर पहुंची. पुलिस ने दोनों गधों को बरामद कर उन्हें एक लोडर में लादकर पिनाहट थाना लेकर पहुंच गई. इसके बाद किसान अमर सिंह और उसके पक्ष के लोग भी पिनाहट थाने पहुंच गए. थाने में किसान अमर सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने दोनों गधे बाजार से खरीदे हैं. जब पुलिस ने पूछा कि, किस बाजार से ? या किसी व्यक्ति से गधे खरीदे हैं ? इसका जवाब अमर सिंह के पास नहीं था.
थाने पर हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा
किसान महेंद्र और किसान अमर के पक्ष के लोगों ने गधों पर मालिकाना हक जताते हुए थाने पर ही हंगामा शुरू कर दिया. कई घंटे तक पिनाहट थाना पर हाई वोल्टेज ड्रामा चला. पुलिस को मामला सुलझाने का कोई रास्ता ही नहीं दिख रहा था. इस पर पिनाहट थानाध्यक्ष नीरज पवार ने थाने में चौपाल लगाई. इसमें दोनों पक्ष के लोगों के साथ वार्ता हुई. कई घंटे की पंचायत के बाद दोनों पक्षों से एक-एक गधा ले जाने पर सहमति बनी. इसके बाद पुलिस ने गधों का बंटवारा करके राहत की सांस ली.
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