आगरा: ताजनगरी में पुलिस हिरासत में चोरी के आरोपी सफाई कर्मचारी अरूण की मौत के बाद राजनीति गर्मा गई है. मामले को लेकर सपा के मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पुलिस को घेर लिया. इसके बाद कांग्रेसी और सपाई भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए, जहां पर सफाई कर्मचारियों और कांग्रेसियों में तकरार हो गई. धक्का-मुक्की के बाद मारपीट भी शुरू हो गई. इस दौरान गुस्साई भीड़ ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू और उनकी टीम को दौड़ा लिया और जमकर पिटाई की.
मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने मामले को शांत कराया. इस बारे में कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू का आरोप है कि बीजेपी के नेताओं ने मारपीट की है. सफाई कर्मचारियों से बातचीत के दौरान उनपर हमला किया गया. इस दौरान आगरा पुलिस की हिरासत में सफाई कर्मचारी अरुण की मौत के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के आगरा आने की सूचना पर उन्हें एक्सप्रेस-वे पर रोक लिया गया है.
यह था मामला
16 अक्टूबर 2021 की रात जगदीशपुरा थाना परिसर में पिछला दरवाजा और खिड़की तोड़कर मालखाना में सेंध लगाई गई थी. मालखाना से 25 लाख रुपए चोरी हुए हैं, जिसकी जानकारी 17 अक्टूबर की सुबह हुई थी. इससे पुलिस महकमे में खलबली मच गई. पुलिस की कई टीमें इसकी छानबीन में जुटी थी. मंगलवार को पुलिस ने आरोपी सफाईकर्मी अरुण को दबोच लिया और उससे पूछताछ की गई. मंगलवार देर रात पुलिस ने अरुण की निशानदेही पर उसके घर से 15 लाख रुपये बरामद किए. मगर, तभी पुलिस हिरासत में अरुण की मौत हो गई. वैसे इस मामले में एडीजी राजीव कृष्ण ने थाना की सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी निरीक्षक अनूप कुमार तिवारी समेत 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं.
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