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आगरा में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लेंगी फीडबैक, चलेगा यह अभियान

आगरा में एक से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है.

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Published : Jun 22, 2023, 8:54 AM IST

आगरा : बिपरजाॅय से मौसम में हुए बदलाव और बारिश से आगरा में संचारी रोगों के कहर की संभावना बढ गई है. इसलिए अभी से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. सूबे में एक से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान चलेगा. इस अभियान में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रत्येक घर घर जाकर क्षय रोग, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया व कालाजार समेत विभिन्न रोगियों की जानकारी एकत्रित करेंगी.

आगरा सीएमओ डाॅ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि, 'जिले में एक जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा. इसके साथ ही इसी माह में 17 जुलाई से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान भी चलेगा. अभियान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त नगर विकास, पंचायती राज एवं ग्राम विकास, शिक्षा विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, उद्यान विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग समेत अन्य विभाग की जिम्मेदारी रहेगी.'

सीएमओ डाॅ. अरुण कुमार श्रीवास्तव
सीएमओ डाॅ. अरुण कुमार श्रीवास्तव


सीएमओ डाॅ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि, 'जुलाई माह में संचालित होने वाले अभियान में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रत्येक घर पर जाकर क्षय रोग, कुष्ठ रोग समेत संचारी रोगों से पीड़ित लोगों के बारे में जानकारी लेंगे. प्रत्येक विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई हैं. जिले में सघन वेक्टर नियंत्रण व साफ पानी की उपलब्धता पर जोर दिया जाएगा. मलेरिया विभाग के कर्मचारियों को क्षेत्रवार योजना बनाकर विगत वर्ष के मच्छर जनित रोगों के आंकड़ों के आधार पर चिहिंत किए हैं. हाई रिस्क क्षेत्रों में वेक्टर घनत्व का आंकलन भी करेंगे.'

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि, 'मलेरिया विभाग के कर्मियों के सर्वे में वेक्टर घनत्व के विभि‌न्न सूचकांकों यथा हाउस इंडेक्स, ब्रेटयू इंडेक्स, कंटेनर इंडेक्स समेत अन्य का आंकलन लिया जा रहा है. जिन क्षेत्रों में यह सूचकांक सामान्य से अधिक पाए जाएंगे, वहां विभिन्न विभागों के सहयोग से निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी.'

जिला मलेरिया अधिकारी डीएमओ नीरज कुमार ने बताया कि 'जिले में फ्रंटलाइन वर्कर बुखार के रोगियों, इन्फ्लुएंजा, क्षय रोग, कुष्ठ, फाइलेरिया, कालाजार, कुपोषित बच्चों ‌समेत अन्य की सूची तैयार करेंगे. क्षेत्रवार मकानों में मच्छरों का प्रजनन पाए जाने पर सूची तैयार करनी होगी.'

यह भी पढ़ें : गोरखपुर में डायरिया से 4 लोगों की मौत, जिला अस्पताल में नहीं मिल रहे बेड

यह भी पढ़ें : अस्पताल में झाड़-फूंक से इलाज के मामले पर डिप्टी सीएम सख्त, दो नर्सों पर गिरी गाज

आगरा : बिपरजाॅय से मौसम में हुए बदलाव और बारिश से आगरा में संचारी रोगों के कहर की संभावना बढ गई है. इसलिए अभी से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. सूबे में एक से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान चलेगा. इस अभियान में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रत्येक घर घर जाकर क्षय रोग, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया व कालाजार समेत विभिन्न रोगियों की जानकारी एकत्रित करेंगी.

आगरा सीएमओ डाॅ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि, 'जिले में एक जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा. इसके साथ ही इसी माह में 17 जुलाई से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान भी चलेगा. अभियान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त नगर विकास, पंचायती राज एवं ग्राम विकास, शिक्षा विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, उद्यान विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग समेत अन्य विभाग की जिम्मेदारी रहेगी.'

सीएमओ डाॅ. अरुण कुमार श्रीवास्तव
सीएमओ डाॅ. अरुण कुमार श्रीवास्तव


सीएमओ डाॅ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि, 'जुलाई माह में संचालित होने वाले अभियान में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रत्येक घर पर जाकर क्षय रोग, कुष्ठ रोग समेत संचारी रोगों से पीड़ित लोगों के बारे में जानकारी लेंगे. प्रत्येक विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई हैं. जिले में सघन वेक्टर नियंत्रण व साफ पानी की उपलब्धता पर जोर दिया जाएगा. मलेरिया विभाग के कर्मचारियों को क्षेत्रवार योजना बनाकर विगत वर्ष के मच्छर जनित रोगों के आंकड़ों के आधार पर चिहिंत किए हैं. हाई रिस्क क्षेत्रों में वेक्टर घनत्व का आंकलन भी करेंगे.'

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि, 'मलेरिया विभाग के कर्मियों के सर्वे में वेक्टर घनत्व के विभि‌न्न सूचकांकों यथा हाउस इंडेक्स, ब्रेटयू इंडेक्स, कंटेनर इंडेक्स समेत अन्य का आंकलन लिया जा रहा है. जिन क्षेत्रों में यह सूचकांक सामान्य से अधिक पाए जाएंगे, वहां विभिन्न विभागों के सहयोग से निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी.'

जिला मलेरिया अधिकारी डीएमओ नीरज कुमार ने बताया कि 'जिले में फ्रंटलाइन वर्कर बुखार के रोगियों, इन्फ्लुएंजा, क्षय रोग, कुष्ठ, फाइलेरिया, कालाजार, कुपोषित बच्चों ‌समेत अन्य की सूची तैयार करेंगे. क्षेत्रवार मकानों में मच्छरों का प्रजनन पाए जाने पर सूची तैयार करनी होगी.'

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