ETV Bharat / state

गांव-गांव बिक रही 'सस्ती मौत', बच्चा-बच्चा जानता है अड्डा लेकिन पुलिस-प्रशासन बेखबर

ताजनगरी आगरा के गांव-गांव फैले अपने नेटवर्क के जरिए तस्करों ने रक्षाबंधन पर जहरीली शराब को खपाया था. जहरीली शराब ने जिले के तीन थाना क्षेत्र में चौदह जिंदगियां निगल लीं. ETV BHARAT की टीम ने पड़ताल की तो चौंकाने वाले खुलासे सामने आए.

आगरा में जहरीली शराब कांड.
आगरा में जहरीली शराब कांड.
author img

By

Published : Aug 28, 2021, 4:13 PM IST

आगराः ताजनगरी के गांव-गांव फैले अपने नेटवर्क के जरिए तस्करों ने रक्षाबंधन पर जहरीली शराब को खपाया था. जहरीली शराब ने जिले के तीन थाना क्षेत्र में चौदह जिंदगियां निगल लीं. कई मासूम के सिर से पिता का साया छिनने से अनाथ हो गए और आठ महिलाएं विधवा हो गई. अब इन घरों में कोहराम मचा हुआ है. पहले जहां जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने जहरीली शराब से लोगों की मौत होने को इंकार किया था. लेकिन बुधवार को आई फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मचा दी. क्योंकि जहरीली शराब से चार लोगों की मौत हुई है.

आगरा में जहरीली शराब कांड.

जिले में देशी शराब ठेकों से तस्करों ने नेटवर्क से सस्ती और उधारी की जहरीली शराब खपाई थी. इससे अब आगरा से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में ETV BHARAT की टीम ने पड़ताल की तो चौंकाने वाले खुलासे सामने आए. पड़ताल में पता चला कि गांव कोलारा कलां, गांव देवरी या फिर गढ़ी जहानसिंह और मेहरमपुर. इन गांवों में और आसपास के गांव में देशी शराब ठेका संचालक और सेल्समैन जहरीली शराब का कारोबार करते हैं. पुलिस, आबकारी और जिम्मेदार अधिकारियों को भी इसकी शिकायत हुई हैं. मगर, जिम्मेदार सोते रहे और अपनी जेबें भरते रहे.

10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की मांग
गांव देवरी निवासी भोला राम ने बताया कि उनका बेटा सुनील 23 अगस्त-2021 को गांव के पप्पू और उसकी पत्नी किशन देवी उर्फ किशनी के यहां से देशी शराब का क्वार्टर लेकर आया था. उसे पीने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई. घबराहट और उल्टियां हुई इसके बाद आंखों की रोशनी चली गई. गंभीर हालत में सुनील को अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी भी लेकर गए, वहां भी डॉक्टर ने सुनील को मृत घोषित कर दिया. भोला राम ने कहा कि सुनील की पत्नी दिव्यांग है, उसके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. ऐसे में सरकार सुनील की पत्नी और बच्चों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद करे.

पुलिस की शह पर महिला बेचती थी अवैध शराब
गांव देवरी निवासी सुमेर सिंह ने बताया कि पुलिस ने 4 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत के बाद किशनी देवी को गिरफ्तार कर लिया. वह काफी समय से गांव में शराब बेच रही थी. कई बार इसकी शिकायत पुलिस में की, लेकिन पुलिस गांव आती और किशनी से रुपये लेकर के चली जाती थी. पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं करती थी और न अवैध शराब की बिक्री बंद कराई. पुलिस की इसी लापरवाही ने गांव में कहर बरपाया है. अब तक इस मामले में आठ की गिरफ्तारी हुई है.

खूब समझाया था, अब रोता छोड़ गया
गांव देवरी निवासी रामबेटी ने बताया कि उनका बेटे सुनील को शराब नहीं पीने को लेकर खूब समझाया था. रक्षाबंधन के दिन भी उससे कहा था कि शराब मत पीना. उससे कहा था कि किशनी के यहां से शराब लेकर मत आना. लेकिन वह नहीं माना और किशनी के यहां से क्वार्टर लेकर आया गया. उसने किशनी से कहा भी था कि शराब में कुछ गड़बड़ है, इस पर उसने कहा था ऐसा कुछ नहीं है. मैं सस्ती शराब दे रही हूं.रामबेटी ने बताया कि सुनील शराब पीने के बाद सो गया. अगले दिन नहीं जगा तो हमें लगा कि नशे में है. जब जगाया तो वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. जिस गिलास में सुनील ने शराब पी थी, वो भी पीले रंग का हो गया.


मुंह से निकल रहा था झाग
गांव देवरी निवासी मीरा देवी ने बताया कि जेठ के लड़का ताराचंद की शादी नहीं हुई थी. वह गलीचा का काम करता था. रक्षाबंधन के दिन उसने गांव में अवैध तरीके से शराब बेचने वाली किशनी से क्वार्टर खरीदा था. शराब पीने के बाद ताराचंद सो गया. सोमवार को परिजन जागे और देखा कि ताराचंद के मुंह से झाग निकल रहा था. आंखों से दिखाई नहीं दे रहा था. देखते ही देखते तड़- तड़प कर ताराचंद ने दम तोड़ दिया.

आरोपियों को मिले सख्त सजा
गांव देवरी निवासी बब्बू ने बताया कि ताऊ के लड़के ताराचंद ने किशनी के यहां से शराब खरीद कर पी थी. किशनी कई सालों से अवैध शराब बेचने का काम कर रही है. गांव की राजरानी का कहना है कि चचिया ससुर की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है. हम गरीब हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि हम मरते रहेंगे. सरकार से मांग है कि अवैध शराब और अवैध काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. हमें आर्थिक मदद भी दी जाए.

शराब पीने के बाद आंख की रोशनी चली गई
गांव देवरी निवासी लाखन सिंह ने बताया कि भाई चंद्रभान की शादी नहीं हुई थी. रक्षाबंधन पर शराब पीने के बाद चंद्रभान की हालत खराब हो गई. उसे आंखों से दिखाई भी नहीं दे रहा था. उसे दवा भी दिलवाई थी. एक बार को वह ठीक भी हो गया था. फिर उसकी हालत बिगड़ती चली गई और मौत हो गई.

इसे भी पढ़ें-जहरीली शराब का कहर : सुनिए उनकी जुबानी जो शराब पीने के बाद किसी तरह जिंदा हैं..

बता दें कि आगरा के डौकी, ताजगंज, शमशाबाद के साथ ही अन्य थाना क्षेत्र में गांव-गांव जहरीली शराब का कारोबार जोरों पर है. तस्कर जहरीली शराब सरकारी देसी और अंग्रेजी शराब के ठेकों से नेटवर्क के जरिए सस्ती दर पर बेचते हैं. सस्ती अवैध शराब के साथ ही रुपये न होने पर उधारी में भी शराब बेची जाती है. अवैध शराब बेचने वालों के बारे में बच्चा बच्चा भी जानता है. जिससे यहां सरकारी राजस्व का नुकसान तो हो ही रहै, साथ ही जहरीली शराब जिंदगियां की निगल रही हैं. वहीं, जहरीली शराब मामले में एडीजी राजीव कृष्ण ने दो इंस्पेक्टर समेत 9 पुलिसकर्मी निलंबित कर दिया है. डीएम और एसएसपी ने लापरवाही बरतने पर एसडीएम फतेहाबाद व सीओ फतेहाबाद को हटा दिया. आबकारी विभाग ने आबकारी निरीक्षक और तीन आबकारी सिपाही निलंबित कर दिए. जबकि, जिला आबकारी अधिकारी और एक आबकारी निरीक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है.


जहरीली शराब के सेवन से इनकी हुई मौत
1. राधे उर्फ राधेश्याम निवासी कोलारा कलां (डौकी).
2. अनिल उर्फ अन्नी निवासी कोलारा कलां (डौकी).
3. रामवीर निवासी कोलारा कलां (डौकी).
4. गया प्रसाद निवासी बरकुला (डौकी).
5. सुनील निवासी गांव देवरी (ताजगंज).
6. ताराचंद निवासी गांव देवरी (ताजगंज).
7. चंद्र भान उर्फ चंदू निवासी गांव देवरी (ताजगंज),
8. रामसहाय निवासी गांव देवरी (ताजगंज).
9. रूप सिंह निवासी गांव गढ़ी जहानसिंह (शमशाबाद).
10. राजू निवासी गांव गढ़ी जहानसिंह (शमशाबाद).
11. अशोक निवासी गांव मेहरमपुर (शमशाबाद).
12. भगवान सिंह निवासी गांव मेहरमपुर (शमशाबाद).
13. संजय निवासी गांव मेहरमपुर (शमशाबाद).
14. राकेश निवासी बोदला, भगवती नगर की इरादतनगर थाना गढ़ी गजेंद्र ससुराल में मौत.

आगराः ताजनगरी के गांव-गांव फैले अपने नेटवर्क के जरिए तस्करों ने रक्षाबंधन पर जहरीली शराब को खपाया था. जहरीली शराब ने जिले के तीन थाना क्षेत्र में चौदह जिंदगियां निगल लीं. कई मासूम के सिर से पिता का साया छिनने से अनाथ हो गए और आठ महिलाएं विधवा हो गई. अब इन घरों में कोहराम मचा हुआ है. पहले जहां जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने जहरीली शराब से लोगों की मौत होने को इंकार किया था. लेकिन बुधवार को आई फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मचा दी. क्योंकि जहरीली शराब से चार लोगों की मौत हुई है.

आगरा में जहरीली शराब कांड.

जिले में देशी शराब ठेकों से तस्करों ने नेटवर्क से सस्ती और उधारी की जहरीली शराब खपाई थी. इससे अब आगरा से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में ETV BHARAT की टीम ने पड़ताल की तो चौंकाने वाले खुलासे सामने आए. पड़ताल में पता चला कि गांव कोलारा कलां, गांव देवरी या फिर गढ़ी जहानसिंह और मेहरमपुर. इन गांवों में और आसपास के गांव में देशी शराब ठेका संचालक और सेल्समैन जहरीली शराब का कारोबार करते हैं. पुलिस, आबकारी और जिम्मेदार अधिकारियों को भी इसकी शिकायत हुई हैं. मगर, जिम्मेदार सोते रहे और अपनी जेबें भरते रहे.

10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की मांग
गांव देवरी निवासी भोला राम ने बताया कि उनका बेटा सुनील 23 अगस्त-2021 को गांव के पप्पू और उसकी पत्नी किशन देवी उर्फ किशनी के यहां से देशी शराब का क्वार्टर लेकर आया था. उसे पीने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई. घबराहट और उल्टियां हुई इसके बाद आंखों की रोशनी चली गई. गंभीर हालत में सुनील को अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी भी लेकर गए, वहां भी डॉक्टर ने सुनील को मृत घोषित कर दिया. भोला राम ने कहा कि सुनील की पत्नी दिव्यांग है, उसके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. ऐसे में सरकार सुनील की पत्नी और बच्चों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद करे.

पुलिस की शह पर महिला बेचती थी अवैध शराब
गांव देवरी निवासी सुमेर सिंह ने बताया कि पुलिस ने 4 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत के बाद किशनी देवी को गिरफ्तार कर लिया. वह काफी समय से गांव में शराब बेच रही थी. कई बार इसकी शिकायत पुलिस में की, लेकिन पुलिस गांव आती और किशनी से रुपये लेकर के चली जाती थी. पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं करती थी और न अवैध शराब की बिक्री बंद कराई. पुलिस की इसी लापरवाही ने गांव में कहर बरपाया है. अब तक इस मामले में आठ की गिरफ्तारी हुई है.

खूब समझाया था, अब रोता छोड़ गया
गांव देवरी निवासी रामबेटी ने बताया कि उनका बेटे सुनील को शराब नहीं पीने को लेकर खूब समझाया था. रक्षाबंधन के दिन भी उससे कहा था कि शराब मत पीना. उससे कहा था कि किशनी के यहां से शराब लेकर मत आना. लेकिन वह नहीं माना और किशनी के यहां से क्वार्टर लेकर आया गया. उसने किशनी से कहा भी था कि शराब में कुछ गड़बड़ है, इस पर उसने कहा था ऐसा कुछ नहीं है. मैं सस्ती शराब दे रही हूं.रामबेटी ने बताया कि सुनील शराब पीने के बाद सो गया. अगले दिन नहीं जगा तो हमें लगा कि नशे में है. जब जगाया तो वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. जिस गिलास में सुनील ने शराब पी थी, वो भी पीले रंग का हो गया.


मुंह से निकल रहा था झाग
गांव देवरी निवासी मीरा देवी ने बताया कि जेठ के लड़का ताराचंद की शादी नहीं हुई थी. वह गलीचा का काम करता था. रक्षाबंधन के दिन उसने गांव में अवैध तरीके से शराब बेचने वाली किशनी से क्वार्टर खरीदा था. शराब पीने के बाद ताराचंद सो गया. सोमवार को परिजन जागे और देखा कि ताराचंद के मुंह से झाग निकल रहा था. आंखों से दिखाई नहीं दे रहा था. देखते ही देखते तड़- तड़प कर ताराचंद ने दम तोड़ दिया.

आरोपियों को मिले सख्त सजा
गांव देवरी निवासी बब्बू ने बताया कि ताऊ के लड़के ताराचंद ने किशनी के यहां से शराब खरीद कर पी थी. किशनी कई सालों से अवैध शराब बेचने का काम कर रही है. गांव की राजरानी का कहना है कि चचिया ससुर की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है. हम गरीब हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि हम मरते रहेंगे. सरकार से मांग है कि अवैध शराब और अवैध काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. हमें आर्थिक मदद भी दी जाए.

शराब पीने के बाद आंख की रोशनी चली गई
गांव देवरी निवासी लाखन सिंह ने बताया कि भाई चंद्रभान की शादी नहीं हुई थी. रक्षाबंधन पर शराब पीने के बाद चंद्रभान की हालत खराब हो गई. उसे आंखों से दिखाई भी नहीं दे रहा था. उसे दवा भी दिलवाई थी. एक बार को वह ठीक भी हो गया था. फिर उसकी हालत बिगड़ती चली गई और मौत हो गई.

इसे भी पढ़ें-जहरीली शराब का कहर : सुनिए उनकी जुबानी जो शराब पीने के बाद किसी तरह जिंदा हैं..

बता दें कि आगरा के डौकी, ताजगंज, शमशाबाद के साथ ही अन्य थाना क्षेत्र में गांव-गांव जहरीली शराब का कारोबार जोरों पर है. तस्कर जहरीली शराब सरकारी देसी और अंग्रेजी शराब के ठेकों से नेटवर्क के जरिए सस्ती दर पर बेचते हैं. सस्ती अवैध शराब के साथ ही रुपये न होने पर उधारी में भी शराब बेची जाती है. अवैध शराब बेचने वालों के बारे में बच्चा बच्चा भी जानता है. जिससे यहां सरकारी राजस्व का नुकसान तो हो ही रहै, साथ ही जहरीली शराब जिंदगियां की निगल रही हैं. वहीं, जहरीली शराब मामले में एडीजी राजीव कृष्ण ने दो इंस्पेक्टर समेत 9 पुलिसकर्मी निलंबित कर दिया है. डीएम और एसएसपी ने लापरवाही बरतने पर एसडीएम फतेहाबाद व सीओ फतेहाबाद को हटा दिया. आबकारी विभाग ने आबकारी निरीक्षक और तीन आबकारी सिपाही निलंबित कर दिए. जबकि, जिला आबकारी अधिकारी और एक आबकारी निरीक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है.


जहरीली शराब के सेवन से इनकी हुई मौत
1. राधे उर्फ राधेश्याम निवासी कोलारा कलां (डौकी).
2. अनिल उर्फ अन्नी निवासी कोलारा कलां (डौकी).
3. रामवीर निवासी कोलारा कलां (डौकी).
4. गया प्रसाद निवासी बरकुला (डौकी).
5. सुनील निवासी गांव देवरी (ताजगंज).
6. ताराचंद निवासी गांव देवरी (ताजगंज).
7. चंद्र भान उर्फ चंदू निवासी गांव देवरी (ताजगंज),
8. रामसहाय निवासी गांव देवरी (ताजगंज).
9. रूप सिंह निवासी गांव गढ़ी जहानसिंह (शमशाबाद).
10. राजू निवासी गांव गढ़ी जहानसिंह (शमशाबाद).
11. अशोक निवासी गांव मेहरमपुर (शमशाबाद).
12. भगवान सिंह निवासी गांव मेहरमपुर (शमशाबाद).
13. संजय निवासी गांव मेहरमपुर (शमशाबाद).
14. राकेश निवासी बोदला, भगवती नगर की इरादतनगर थाना गढ़ी गजेंद्र ससुराल में मौत.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.