आगरा: धीरे-धीरे सर्दी बढ़ रही है. इसीलिए संरक्षण केंद्र में के भालूओं के खानपान और रहन-सहन में भी बदलाव किया है. सर्दी में एशिया के सबसे बड़े स्लॉथ बीयर रेस्क्यू और सरंक्षण केंद्र में भालूओं की पसन्द और नापसंद से डाइट चार्ट तैयार किया गया है. 125 एकड़ में फैले कीठम सूर सरोवर भालू संरक्षण केंद्र में 109 भालू हैं. जिनकी देखरेख में वाइल्ड लाइफ एसओएस के 70 कर्मचारी लगते हैं.
वाइल्ड लाइफ एसओएस के विशेषज्ञ ने सर्दी में भालुओं के लिए डाइट चार्ट तैयार किया है. अब भालुओं को शहद, खजूर, दलिया, मौसमी फल के साथ ही उबला अंडा दिया जा रहा है. सर्दी में एल्विश की पहली पसंद शहद और गरम गरम दलिया है. रोजी और मोगली की पसंद खजूर है. जूली, छोटू,ऐश्वर्या और कीर्ति की पसंद और नापसंद भी सर्दियों में बदल जाती है. यही वजह है कि, सरंक्षण केंद्र में आने वाले भालुओं की उम्र भी बढ़ गई है.
देश का इकलौता और एशिया का सबसे बड़ा स्लॉथ बीयर के सरंक्षण और पुनर्वास केंद्र आगरा में है, जो 120 एकड़ में फैला है. यहां पर कलंदरों से मुक्त कराए गए या जंगल में रेस्क्यू किए गए भालू हैं. सन् 1999 में उत्तर प्रदेश वन विभाग के सहयोग से वाइल्डलाइफ एसओएस ने की थी. अभी तक वाइल्डलाइफ एसओएस ने 628 से अधिक डांसिंग भालू मुक्त कराकर उनका पुनर्वास किया है. जो वाइल्ड लाइफ एसओएस के आगरा, भोपाल, पश्चिम बंगाल और बंगलुरू के केंद्र पर हैं. जहां भालूओं की देखभाल वाइल्डलाइफ एसओएस करती है. आगरा-दिल्ली हाईवे पर कीठम सूर सरोकार में स्थित भालू संरक्षण केंद्र में गृह में अभी 51 नर और 58 मादा भालू हैं. वन्यजीव संरक्षण अधिनियम-1972 के तहत भीलू की इस प्रजाति को बाघ, गैंडे और हाथियों के साथ रखा गया है. इसलिए, उन्हें सुरक्षित रखने के लिए वाइल्ड लाइफ एसओएस इनकी सुरक्षा प्रदान करता है.
डाइट में हर भालू की पसंद और नापसंद का रखा जाता ख्याल: वाइल्डलाइफ एसओएस के डिप्टी डायरेक्टर वेटरनरी सर्विस डॉ. इलयाराजा ने बताया कि, सर्दी में भालुओं का खानपान और रहन-सहन बदल दिया है. अब भालुओं को रागी, चना, मक्ई, बाजरा, जौ और गुड़ का दलिया दिया जाता है. जिसमें भालूओं की उनकी पसंद और नापसंद के मुताबिक, शहद, खजूर और उबला अंडा दिया जाता है. इसके साथ ही भालूओं की पसंद के मुताबिक ही उन्हें मौसमी फल भी दिए जाते हैं, जिससे फल खराब नहीं होते हैं. अभी भालूओं की पसंद के मुताबिक, उन्हें लाई और गुड़ के लड्डू के साथ ही गुड़ और मूंगफली की चिक्की भी खिलाई जा रही है. युवा और बुजुर्ग भालूओं के स्वास्थ्य का परीक्षण समय-समय पर करके उनकी हेल्थ कुंडली बनाई जाती है. जिसमें हर भालू का वजन और उनकी बीमारी और दी जा रही दवाएं समेत अन्य जानकारी होती है.
अमिताभ को दलिया में उबला अंडा और सेब पसंद: भालू संरक्षण केंद्र में हर भालू का नाम है. जिसे पुकारते ही भालू अलर्ट और एक्टविटी करता है. सर्दियों की बात करें तो सर्दी में एल्विश की पहली पसंद कश्मीरी खजूर और शहद डालकर गरम गरम दलिया खाना बेहद पसंद है. फल में पपीता पसंद है. रोजी सर्दी में मौसमी फल खाना बंद कर देती है. उसे शहद पसंद है. गणेशा और चमेली को अंगूर पसंद हैं. चीकू पसंद है. मोगली की पसंद खजूर है. छोटू,ऐश्वर्या और कीर्ति को कश्मीरी खजूर के साथ ही दलिया में शहद और उबला अंडा पसंद है. अमिताभ को दलिया में उबला अंडा खाना पसंद करता है. फल में सेब पसंद है. तो आर्थर को दलिया में दूध मिलाकर खाना पसंद है.
सर्दी में मिले गर्मी, इसलिए बिछाई धान का प्यार (पराली):वाइल्डलाइफ एसओएस के डिप्टी डायरेक्टर वेटरनरी सर्विस डॉ. इलयाराजा ने बताया कि, सर्दी में भालू के हर बाड़े में धान का प्यार (पराली) बिछाते हैं. जो भालुओं का गद्दा बन जाती है. जिस पर भालू सोते हैं. इसके साथ ही भालुओं को सर्दी से बचाने के लिए उनके बाड़े में हीटर व हेलोजन लाइट भी लगाई हैं. जिससे उन्हें ठंड न लगे. इसके साथ ही भालू सर्दी में एक्टिव रहें. इसके लिए धूप में जूट की बोरी का झूला बनाया है. जहां भालू खूब उछल कूद करें. धूप में भी पराली डाल दी है. जहां बैठकर भालू धूप सेंक सकें.
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