आगरा : वर्ल्ड म्यूजियम डे पर शनिवार को ताजमहल में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. जिसमें स्कूली बच्चे शामिल हुए. कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों ने बच्चों को म्यूजियम और अपने पुराने इतिहास के बारे में बताया और विरासत को बर्बाद होने से बचाने में यूथ किस तरह आगे आ सकते हैं, इस बारे में भी जानकारी दी.
बच्चों को ताज म्यूजियम घुमाया गया और उन्हें मुगल काल के इतिहास के तलवार, तीर, खानपान और ताजमहल बनाने सहित अन्य तमाम वस्तुओं और चीजों की जानकारी दी गई.
वर्ल्ड म्यूजियम डे पर दिखा उत्साह
⦁ छात्रा अर्सिता सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में हमारा ज्ञान वर्धन हुआ और हमें पता चला कि मुगल काल और अन्य काल में लोग किस तरह से रहते थे.
⦁ शिक्षक सोनम गुप्ता ने कहा कि कार्यक्रम में बच्चों को तमाम जानकारियां मिलीं और बच्चे म्यूजियम देख कर बहुत खुश हुए.
⦁ कार्यक्रम में शामिल हुए रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल गजेंद्र सिंह ने बताया कि इतिहास विकास की वजह बनता है. इसलिए बच्चों को इतिहास और विरासत के बारे में बताया गया. उन्होंने बताया कि जो विजिटर्स ताजमहल देखने आते हैं उनमें से 90 प्रतिशत लोग ताज महल देख करके चले जाते हैं, लेकिन म्यूजियम नहीं देखते हैं.
'बच्चों को यह बताया गया कि किस तरह से अपनी विरासत को हम अच्छी तरह से रख सकते हैं. अपनी विरासत को खराब नहीं करना. उस पर खरोच न करें और दूसरों को भी इस बारे में जागरूक करें'.
-दिवाकर सिंह, उप अधीक्षक पुरातत्वविद अभियंता, एएसआई
'हर म्यूजियम में प्राचीन समय के लोगों के पहनावे, रहने और खाने के स्टाइल सहित अन्य तमाम ऐसी वस्तुएं है, जो उस समय उपयोग की जाती थीं. उन सब को म्यूजियम में रखा जाता है. ताज महल के ताज म्यूजियम में भी तमाम मुगल काल की ऐसी वस्तुएं, तीर, तलवार सहित अन्य तमाम सामान रखे गए हैं'.
-आरके सिंह, सहायक अधीक्षण पुरातत्वविद और म्यूजियम प्रभारी, एएसआई