आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल के पूर्वी गेट के पास वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण का मामला सामने आया है. शिकायतकर्ता की जांच पर शुक्रवार को राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंच कर पैमाइश की है. हालांकि होटल स्वामी का कहना है कि उनके किरायेदार ने साजिशन इसकी शिकायत की है और उनकी जगह बिल्कुल वैध है. फिलहाल अब प्रशाशनिक जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
रेस्टोरेंट पर लगा आरोप
शिकायतकर्ता का आरोप है कि यह जगह वन विभाग की है और इसके अगल-बगल की जमीन अभी भी वन विभाग के कब्जे में है. मामले में रेस्टोरेंट स्वामी रमाकांत सारस्वत का कहना है कि उनका होटल 1976 के आस-पास का है. 1996 में सुप्रीम कोर्ट ने यहां हरित पट्टिका विकसित की थी. उस दौरान जो जगह आबादी थी, वह जगह छोड़ी गई और जहां कुछ नहीं था वह जगह वन विभाग ने अधिग्रहण कर ली थी.
उन्होंने शिकायतकर्ता के ऊपर आरोप लगाया है कि वह पहले उनके यहां किरायेदार था और गलत कार्यों की वजह से उसे हटा दिया गया था. वह साजिशन ऐसा कार्य कर रहे हैं. मामले में राजस्व अधिकारी उमेश कुमार ने बताया है कि अभी पैमाइश हो रही है. दो दिन बाद इसकी रिपोर्ट तैयार कर आला अधिकारियों को दी जाएगी. रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.