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आगरा: ताजमहल के बाहर बने रेस्टोरेंट पर अवैध निर्माण का आरोप, जांच शुरू

यूपी के आगरा में ताजमहल के पूर्वी गेट के पास वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है. सीएम के पोर्टल पर शिकायत के बाद शुक्रवार को राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंचकर पैमाइश की. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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रेस्टोरेंट पर अवैध निर्माण का आरोप.
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Published : Jan 17, 2020, 7:51 PM IST

आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल के पूर्वी गेट के पास वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण का मामला सामने आया है. शिकायतकर्ता की जांच पर शुक्रवार को राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंच कर पैमाइश की है. हालांकि होटल स्वामी का कहना है कि उनके किरायेदार ने साजिशन इसकी शिकायत की है और उनकी जगह बिल्कुल वैध है. फिलहाल अब प्रशाशनिक जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रेस्टोरेंट पर अवैध निर्माण का आरोप.
आर्यन ताज रेस्टोरेंट का मामलाशिकायतकर्ता विवेक लवानिया ने ताजमहल पूर्वी गेट के निकट ताज नेचर वाक के सामने बने हुए आर्यन ताज रेस्टोरेंट की शिकायत सीएम के पोर्टल पर की. इसमें प्रतिष्ठित पंछी पेठा और एक अन्य दुकान भी स्थापित है.

रेस्टोरेंट पर लगा आरोप
शिकायतकर्ता का आरोप है कि यह जगह वन विभाग की है और इसके अगल-बगल की जमीन अभी भी वन विभाग के कब्जे में है. मामले में रेस्टोरेंट स्वामी रमाकांत सारस्वत का कहना है कि उनका होटल 1976 के आस-पास का है. 1996 में सुप्रीम कोर्ट ने यहां हरित पट्टिका विकसित की थी. उस दौरान जो जगह आबादी थी, वह जगह छोड़ी गई और जहां कुछ नहीं था वह जगह वन विभाग ने अधिग्रहण कर ली थी.

उन्होंने शिकायतकर्ता के ऊपर आरोप लगाया है कि वह पहले उनके यहां किरायेदार था और गलत कार्यों की वजह से उसे हटा दिया गया था. वह साजिशन ऐसा कार्य कर रहे हैं. मामले में राजस्व अधिकारी उमेश कुमार ने बताया है कि अभी पैमाइश हो रही है. दो दिन बाद इसकी रिपोर्ट तैयार कर आला अधिकारियों को दी जाएगी. रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल के पूर्वी गेट के पास वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण का मामला सामने आया है. शिकायतकर्ता की जांच पर शुक्रवार को राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंच कर पैमाइश की है. हालांकि होटल स्वामी का कहना है कि उनके किरायेदार ने साजिशन इसकी शिकायत की है और उनकी जगह बिल्कुल वैध है. फिलहाल अब प्रशाशनिक जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रेस्टोरेंट पर अवैध निर्माण का आरोप.
आर्यन ताज रेस्टोरेंट का मामलाशिकायतकर्ता विवेक लवानिया ने ताजमहल पूर्वी गेट के निकट ताज नेचर वाक के सामने बने हुए आर्यन ताज रेस्टोरेंट की शिकायत सीएम के पोर्टल पर की. इसमें प्रतिष्ठित पंछी पेठा और एक अन्य दुकान भी स्थापित है.

रेस्टोरेंट पर लगा आरोप
शिकायतकर्ता का आरोप है कि यह जगह वन विभाग की है और इसके अगल-बगल की जमीन अभी भी वन विभाग के कब्जे में है. मामले में रेस्टोरेंट स्वामी रमाकांत सारस्वत का कहना है कि उनका होटल 1976 के आस-पास का है. 1996 में सुप्रीम कोर्ट ने यहां हरित पट्टिका विकसित की थी. उस दौरान जो जगह आबादी थी, वह जगह छोड़ी गई और जहां कुछ नहीं था वह जगह वन विभाग ने अधिग्रहण कर ली थी.

उन्होंने शिकायतकर्ता के ऊपर आरोप लगाया है कि वह पहले उनके यहां किरायेदार था और गलत कार्यों की वजह से उसे हटा दिया गया था. वह साजिशन ऐसा कार्य कर रहे हैं. मामले में राजस्व अधिकारी उमेश कुमार ने बताया है कि अभी पैमाइश हो रही है. दो दिन बाद इसकी रिपोर्ट तैयार कर आला अधिकारियों को दी जाएगी. रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:आगरा।मोहब्बत की निशानी ताजमहल के पूर्वी गेट के पास वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण का मामला सामने आया है।शिकायतकर्ता की जांच पर आज राजस्वविभाग और वन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंच कर पैमाइश की है।हालांकि होटल स्वामी का कहना है कि उनके किरायेदार ने हटाये जाने पर साजिशन शिकायत की है और उनकी जगह बिल्कुल वैध है।फिलहाल अब प्रशाशनिक जांच में मामला सामने आएगा।

Body:जानकारी के मुताबिक विवेक लवानिया नामक शिकायतकर्ता ने ताजमहल पूर्वी गेट के निकट ताज नेचर वाक के सामने बने हुए आर्यन ताज रेस्टोरेंट,जिसमे प्रतिष्ठित पंछी पेठा और एक अन्य दुकान भी स्थापित है कि शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की है।शिकायतकर्ता का आरोप है कि यह जगह वनविभाग की है और इसके अगले बगल की जमीन अभी भी वन विभाग के कब्जे में है।मामले में रेस्टोरेंट स्वामी रमाकांत सारस्वत का कहना है कि उनका होटल 1976 के आस पास का है और 1996 में सुप्रीम कोर्ट ने यहां हरित पट्टिका विकसित की थी।उस दौरान जो जगह आबादी थी वो जगह छोड़ी गई और जहां कुछ नही था वो जगह वन विभाग ने अधिग्रहण कर ली थी।उन्होंने शिकायतकर्ता के ऊपर आरोप लगाया है कि वो पहले उनके यहां किरायेदार था और गलत कार्यों की वजह से उन्हें हटाया गया था अतः साजिशन वो ऐसा कर रहे हैं।मामले में राजस्व अधिकारी उमेश कुमार ने बताया है कि अभी पैमाइश हो रही है और दो दिन बाद इसकी रिपोर्ट तैयार कर आलाअधिकारियों को दी जाएगी।रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।


बाईट- उमेश कुमार राजस्व अधिकारी

बाईट- रमाकांत सारस्वत रेस्टोरेंट स्वामीConclusion:
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