आगरा: भारतीय किसान यूनियन केंद्र सरकार के कृषि बिल का विरोध कर रही है. भारतीय किसान यूनियन ने इसके विरोध में चक्का जाम करने का ऐलान किया है. शुक्रवार को आगरा में रेल रोको और चक्का जाम किया जाएगा. इसको लेकर रेल मंत्रालय हरकत में आ गयी है. रेल रोको आंदोलन को लेकर आरपीएफ और जीआरपी को सतर्क कर दिया गया है. गुरुवार को आरपीएफ और जीआरपी ने आगरा कैंट और अन्य स्टेशन पर चेकिंग अभियान चलाया.
रेलवे लाइनों की बढ़ाई गई सुरक्षा
भारतीय किसान यूनियन के रेल रोको आंदोलन को देखकर रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइनों की सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए हैं. गुरुवार को आरपीएफ और जीआरपी के अलावा सिविल पुलिस भी सुरक्षा में तैनात की गई. आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारियों ने आगरा कैंट स्टेशन के साथ ही दूसरे स्टेशनों का निरीक्षण किया. हर स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही रेलवे लाइनों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.
'कृषि बिल नहीं यह अंधा कानून है'
भाकियू के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानियां ने बताया कि कृषि बिल नहीं यह अंधा कानून है. भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार की गलत नीतियों को लेकर रेल रोको और चक्का जाम का ऐलान किया है. आगरा में शुक्रवार सुबह 11 बजे नवां मील चौराहा, फतेहाबाद रोड आगरा पर चक्का जाम किया जाएगा.
आरपीएफ इंस्पेक्टर वी के पचौरी ने बताया कि सभी स्टेशन और रेलवे लाइन पर जीआरपी और आरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है, जिससे सरकारी कार्य में कोई बाधा नहीं डाले. जीआरपी आगरा कैंट के प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह ने बताया कि रेल रोको आंदोलन के चलते स्टेशनों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के स्टेशनों की भी सुरक्षा पुख्ता की गई है. आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीमों के साथ ही मोबाइल टीम भी तैनात की गई है.