आगरा: जिले की पुलिस ने सेना में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भर्ती करवाने वाले गैंग के सरगना को गिरफ्तार किया है. इसके पास से एक कार, आईफोन, अन्य दो मोबाइल और कई कागज बरामद किए हैं. बता दें कि पुलिस गिरोह के कई सदस्यों को पूर्व में ही जेल भेज चुकी है. पुलिस अब सेना की मदद से सेना के अंदर मौजूद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.
जानिए पूरा मामला
दरअसल बीते दिनों आगरा पुलिस ने पैसे लेकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सेना में भर्ती कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था. इस गिरोह के तार आगरा, मेरठ और शामली समेत कई जिलों से जुड़े हुए थे. उस समय गैंग का मास्टरमाइंड राकेश चौधरी पुलिस की पकड़ से बच गया था. इसके बाद रविवार रात पुलिस ने आरोपी को थाना ताजगंज क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया.
कम लंबाई की वजह से नहीं हुआ चयन
पुलिस के अनुसार आरोपी राकेश चौधरी साल 2009 से 13 तक खुद सेना में भर्ती होने का प्रयास करता रहा, लेकिन कम लंबाई के चलते कई बार प्रयास के बाद भी उसका चयन नहीं हुआ. इस दौरान उसकी हालत बहुत दयनीय थी और वह बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपना गुजारा करता था. 2013 से उसका संपर्क शामली के सतीश नाम के एक युवक से हुआ. इसके बाद उसने लोगों को जालसाजी से सेना में भर्ती करवाने का ठेका लेना शुरू कर दिया.
4 से 5 लाख रुपये में होती थी डील
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि आरोपी 4 से 5 लाख रुपये लेकर लोगों को सेना में भर्ती करवाता था. अगर सारे प्रयास करने के बाद भी बात नहीं बनती तो वह ग्राहक के पैसे वापस कर देता था. इससे कोई उसकी शिकायत भी नहीं करता था. पुलिस के मुताबिक राकेश चौधरी ने गैंग के हर सदस्य को काम बांट रखा था. एक व्यक्ति नकली कागज बनवाता था, वहीं कुछ लोगों का काम सिर्फ ग्राहक लाना होता था. सेना भर्ती बोर्ड में सेटिंग अलग व्यक्ति करता था. मिले पैसे सब मिलकर बांट लेते थे.
200 से ज्यादा लोगों की करा चुका भर्ती
एसएसपी बबलू कुमार के अनुसार यह अलग-अलग जगहों पर सेना भर्ती में गए लोगों को सेट करता था. सबसे जरूरी यह था कि भर्ती में दौड़ अभ्यर्थी को खुद पास करनी होती थी. इसके बाद उनके मेडिकल और कागजातों की सेटिंग करवाना गैंग का काम होता था. यह लोग हर भर्ती में 50 से 60 लोगों की सेटिंग करते थे. वहीं अब तक 200 से ज्यादा लोगों को सेना में भर्ती करवा चुका है.
सेना भर्ती बोर्ड में हो रही धांधली की जानकारी पर सेना ने भी जांच शुरू कर दी है. आगरा क्राइम ब्रांच के प्रभारी नरेंद्र सिंह ने पूरे गैंग का डोजियर तैयार किया है और उसे सेना के साथ भी साझा किया है. अब सेना और पुलिस दोनों ही इस मामले की जांच में जुटी हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी राकेश चौधरी पर बीस हजार का इनाम भी था. फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.