आगरा: पुलिस ने सेना भर्ती के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले फर्जी गिरोह का खुलासा किया है. तहसील बाह क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं को भारतीय सेना वर्ती कराने का सपना दिखाकर युवाओं से 5 लाख रुपए का ठेका लेकर फर्जी दस्तावेजों द्वारा सेना में भर्ती कराने वाले एक गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है.
पिनाहट पुलिस, सर्विलांस एवं स्वाट की संयुक्त टीम ने पांच सदस्य गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. भारतीय सेनाओं में फर्जी तरीके से ठेका लेकर दस्तावेजों के आधार पर भर्ती कराने कि पुलिस को सूचना मिली थी. पुलिस ने सोमवार को मुखबिर की सूचना पर पिनाहट पुलिस, सर्विलांस एवं स्वाट की संयुक्त टीम ने गिरोह के दो सदस्य मनोज कुमार और नीरज परिहार को कस्बा भदरौली की नहर पुलिया से घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया.
गिरोह के सदस्य दीपू, दीपक जादौन, साधु यादव और दीपक यादव फरार चल रहे हैं. पुलिस ने पकड़े गए ठगो के पास से फर्जी कागजात सहित 4 मोबाइल एवं अन्य सामान बरामद किया है. पूछताछ में गिरोह के पकड़े गए सदस्य नीरज ने बताया आगरा और अन्य प्रदेशों में सेना में भर्ती चलती रहती है, जिसमें युवाओं का 5 लाख रुपये में सेना भर्ती का ठेका लिया जाता है, जिसमें फर्जी पते से सामान्य निवास पत्र, अंक तालिकाएं, आधार कार्ड, मूल निवास पत्र, फर्जी प्रवेश पत्र आदि पदों पर स्थानीय दर्शा कर सेना और अन्य विभागों में नौकरियां में भर्ती कराने का कार्य कर रहे थे.
गिरोह के फरार सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है. एसपी पूर्वी बैंकट अशोक ने बताया कि "सेना में भर्ती कराने वाले गिरोह की शिकायत मिल रही थी, जिस पर पुलिस टीम गठित कर कार्रवाई की गई है. फरार सदस्यों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.