आगरा: जिले में आयोजित द्वितीय सांसद खेल स्पर्धा में खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए शुक्रवार को हॉकी के जादूगर के बेटे और अर्जुन पुरस्कार विजेता अशोक ध्यानचंद पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपने पिता और हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद्र को लेकर कहा कि देश के करोड़ों लोगों की दिली तमन्ना है कि मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न मिले. पीएम मोदी सरकार में भी करोड़ों लोगों की उम्मीद अभी तक बरकरार है. मेरा मानना है कि इस दिशा में सरकार को कोई सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए. मेजर ध्यानचंद केवल हॉकी के ही नहीं इस देश के सभी खेलों के लिए रोल मॉडल हैं.
तीन बार के नेशनल हॉकी वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा रहे अशोक कुमार ध्यानचंद्र द्वितीय सांसद खेल स्पर्धा में शुक्रवार को मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे. सांसद खेल स्पर्धा स्थल एकलव्य स्टेडियम में उन्होंने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया. इस दौरान अलग-अलग इवेंट में खिलाड़ियों ने दमखम दिखाया. गुरुवार को मैराथन से सांसद खेल स्पर्धा का शुभारंभ हुआ था. जिसका समापन रविवार को होगा.
मीडिया से बातचीत करते हुए अशोक कुमार ध्यानचंद्र ने कहा कि स्वतंत्रता से पहले पिता ध्यानचंद ने भारत का नाम ऊंचा करके भारतीय खिलाड़ियों की ताकत से विश्व को परिचित कराया था. वैसे हॉकी राष्ट्रीय खेल है. लेकिन, हमारे देश में क्रिकेट का जलवा है. केन्द्र सरकार और राज्य सरकारें हॉकी को बढ़ावा देने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा हॉकी टर्फ लगाएं. टर्फ पर अभ्यास से निकलने वाली प्रतिभाएं भारतीय हॉकी का परचम एक बार फिर विश्व में फहरा सकती हैं.
इस दौरान जब मीडिया ने उनसे सवाल किया कि टोक्यो ओलंपिक में भारत ने कांस्य पदक जीता था. इससे भारत में हॉकी का क्या भविष्य है? तो उन्होंने कहा कि ओलंपिक में मिले कांस्य पदक से देश में हॉकी खेल को संजीवनी मिली है. इससे अब बच्चे और युवा भी हॉकी खेलने के लिए प्रेरित होंगे. वहीं, जब उनसे हॉकी विश्व कप को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उड़ीसा के राउरकेला और भुवनेश्वर में आईएचएफ हॉकी विश्व कप चल रहा है. अभी तक भारतीय टीम बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है. विश्व कप में भारतीय हॉकी की पदक जीतने की संभावनाएं अधिक हैं. मगर, अभी भारत को अधिक मेहनत की जरूरत है. अब तक के मुकाबले देखें हैं. जिसमें पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ हरमनप्रीत सिंह फार्म में हैं. दूसरे खिलाड़ी भी बेहतर हॉकी खेल रहे हैं. इससे उम्मीद है कि, भारतीय हॉकी टीम इस विश्व कप में बीते तीन दशक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी.
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