आगरा: व्हीलचेयर दिव्यांगों के लिए एक बड़ा सहारा है. इसकी मदद से वह अपने अधिकतर कार्य करने में सक्षम होते हैं. लेकिन क्या आपने कभी अपाहिज डॉग्स के लिए व्हीलचेयर देखी है? अगर नहीं तो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो आपको जरूर भावुक कर देगा. साथ ही साबित करेगा कि आवश्यकता अविष्कार की जननी है. जी हां शहर के युवा अमन अग्रवाल ने अपाहिज डॉग्स के लिए अनोखी व्हीलचेयर बनाई है. जिसकी मदद से अपाहिज डॉग्स का अब संघर्षशील जीवन आसान हो रहा हैं.
अपाहिज डॉग को देखकर आया आईडिया
आगरा के अमन अग्रवाल की मानें तो आगरा की एक डॉग्स लवर संस्था के साथ जुड़े हैं. कोरोना महामारी के समय लॉकडाउन में अमन ने एनजीओ की मदद से भरपूर सेवा की थी. उसी दौरान अमन को एक अपाहिज डॉग्स मिला. उसे घसीटते चलते देख वह सहम उठे. तभी दिमाग में ठान लिया कि ऐसे अपाहिज डॉग्स के लिए कुछ करना हैं. उन्होंने सोशल मीडिया साइट्स पर अपाहिज डॉग्स के लिए आने वाली व्हील चेयर मंगाने का विचार किया. लेकिन उसके दाम उनकी हैसियत से बहार थे. जिसके बाद सर्वप्रथम अमन ने भाई-बहनों की मदद से प्लास्टिक (PVC) पाइप से एक व्हील चेयर तैयार की. जिसे उस अपाहिज डॉग्स को बांधकर ट्रायल किया गया. जिससे चलने में अक्षम डॉग चलने-दौड़ने लगा. तभी से अमन ने व्हील चेयर बनाना शुरू कर दिया.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद आने लगे ऑर्डर
अपाहिज डॉग्स के लिए व्हील्स ऑफ हैप्पीनेस चेयर बनाने वाले अमन ने बताया कि जिस अपाहिज डॉग को उन्होंने अपनी सबसे पहली प्लास्टिक पाइप से बनी व्हील चेयर प्रदान की थी. उसका उन्होंने एक वीडियो बनाया था. इस वीडियो में पहले डॉग घिसटते हुए चला उसके बाद व्हील चेयर लगाकर दौड़ता हुआ नजर आया. इस वीडियो को अमन ने अपनी इंस्टाग्राम पर शेयर किया था. जिसे 9 लाख लोगों ने देखा और 98 हजार लोगों ने लाइक भी किया था. जिसके बाद अमन के पास व्हील ऑफ हैप्पीनेस खरीदने वाले लोगों के ऑर्डर्स की लाइन लग गयी.
भारत से लेकर कनाडा तक बिकी व्हील्स ऑफ हैप्पीनेस
अमन का कहना हैं कि वो आरबीएस से एम कॉम पूरा कर चुके हैं. पेशे से उनके परिवार का व्यापार कैटरिंग का हैं. उसमे भी अमन योगदान देते हैं. घर में सबसे बड़े बेटे हैं. इसके आलावा 3 भाई और बहन हैं. अपाहिज डॉग्स के लिए व्हील चेयर बनाने का मकसद मदद करना था. लेकिन अब लोग अमन को अपने अपाहिज डॉग्स के लिए व्हील चेयर बनवाने के लिए सोशल साइट्स के माध्यम से आर्डर देते हैं. अब तक अमन 40 से 45 व्हील चेयर बनाकर ग्राहकों को दे चुके हैं. साल 2021 में सबसे पहले उन्होंने बल्केश्वर निवासी कविता खेमानी को व्हील्स चेयर बेची थी. कविता ने एक अपाहिज स्ट्रीट डॉग को गोद ले रखा था. इसके आलावा उनकी व्हील्स ऑफ हैप्पीनेस कनाडा के नील शाह भी खरीद चुके हैं. अमन का कहना हैं कि सोशल साइट्स पर मिलने वाली व्हील चेयर काफी महंगी हैं. लेकिन वह एल्मुनियम पाइप से बनी व्हील चेयर 2500 रुपए से लेकर 5 हजार तक बेच रहे हैं.
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