आगरा: जिले के फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में अस्सी साल से अधिक के बुजुर्गों व दिव्यांगों के वोट दिलवाने गई टीम पर भाजपा के पक्ष मे वोट डलवाने का आरोप लगा है. ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए टीम को काम नहीं करने दिया. सूचना पर एसडीएम सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को समझाया-बुझाया. ग्रामीणों को शांत कराने के बाद टीम वापस लौट गई. वहीं इस दौरान टीम के साथ ग्रामीणों के विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
बता दें कि मामला फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र के जगराजपुर गांव का है. जानकारी के मुताबिक रविवार को फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में 148 मतदाताओं के वोट बैलेट पेपर से डलवाने के लिए दस पार्टियां मंडी समिति से रवाना हुई थीं. जिसमें जगराजपुर में एक टीम 11 मतदाताओं के बैलेट पेपर से वोट डलवाने के लिए रवाना हुई थी. पहले तो कुछ मतदाताओं ने पोलिंग बूथ पर वोट डालने के लिए कहा. लेकिन फिर भी वोटिंग न होने की स्थिति में उपजिलाधिकारी जेपी पांडे ने ग्राम प्रधान को समझाने के बाद बैलेट पेपर से वोट डलवाने के लिए टीम को मतदाताओं के घर भेज दिया.
दिव्यांग मतदाता सुरेंन्द्र सिंह ने वोट डालने के बाद ग्रामीणों को बताया कि उसका वोट टीम की तरफ से भाजपा के निशान पर जबरदस्ती से डाल दिया गया है. इस पर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और टीम पर एक राजनीतिक दल को सपोर्ट करने का आरोप लगाया. इसके चलते ग्रामीण एकजुट होकर नारेबाजी करते हुए टीम को वोटिंग करवाने से रोक दिया और हंगामा करने लगे.
लगभग एक घंटे बाद मामले की जानकारी उपजिलाधिकारी को होने पर वो खंड विकास अधिकारी मंगल यादव, वरिष्ठ उपनिरीक्षक आर.एन.सिंह, कस्बा इंचार्ज शरद कुमार त्यागी व पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. उपजिलाधिकारी ने लोगों को काफी समझाने के बाद टीम को लेकर वापस लौट आए. मामले में उपजिलाधिकारी ने बताया कि जगराजपुर में सुरेंद्र सिंह ने अपना वोट अपने हाथ से डाला है. पूरे मतदान की वीडियो ग्राफी कराई गई है. सुरेंद्र सिंह का आरोप पूरी तरह निराधार है.
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पोलिंग पार्टी सभी 11 मतदाताओं के वोट डलवाने के बाद वापस लौट गई. इसके साथ ही हंगामे का सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो गया. वहीं मामले में मीडिया चैनलों पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मामले में ट्वीट किया है. उन्होंने चुनाव आयोग से मामले में कार्रवाई की मांग की है.
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