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पूर्व राष्ट्राध्यक्ष बोले, वायु प्रदूषण पर ग्लोबल लीडर्स को उठाने चाहिए ठोस कदम

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Published : Nov 7, 2019, 2:50 PM IST

यूपी के आगरा की हवाएं दीपावली के बाद लगातार जहरीली हो रही हैं. विश्व के न्यायाधीशों की 20वीं इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होने आए 74 देशों के प्रमुख, मुख्य न्यायाधीशों ने ताज का दीदार किया. रॉयल गेट से ताज साफ न दिखाई देने पर उनके चेहरे पर शिकन दिखाई दे रही थी.

जहरीली हो रही आगरा की हवाएं.

आगरा: देश में प्रदूषण को लेकर हल्ला मचा हुआ है. दिल्ली एनसीआर की हवा जहरीला हो गई है. इससे आगरा भी अछूता नहीं रहा है. ताजनगरी की हवा भी जहरीली हो गई है. बुधवार को 74 देशों के प्रमुख, मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश, कानूनविद और शांति प्रचारक ताजमहल देखने पहुंचे थे, लेकिन दोपहर 12 बजे भी ताजमहल रॉयल गेट से साफ नहीं दिखाई दे रहा था. इसकी वजह साफ थी, वायु प्रदूषण. इसकी शिकन प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों के चेहरे पर साफ झलक रही थी.

जहरीली हो रही आगरा की हवा.


ईटीवी भारत ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों से वायु प्रदूषण पर की बात
ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण पूरे विश्व की समस्या है. इसको लेकर ग्लोबल लीडर्स को आगे आना चाहिए, साथ ही ठोस कदम उठाने चाहिए. दीपावली के बाद से ही ताजनगरी की हवाएं लगातार जहरीली हो रही हैं. आगरा की एयर क्वालिटी इंडेक्स भी लगातार घट-बढ़ रही है. इससे लोगों को सांस लेने के लिए स्वच्छ हवा नहीं मिल रही है. इसकी वजह धुंध और एयर पॉल्यूशन है.


इसे भी पढ़ें:- आगरा को लगी दिल्ली वाली हवा, स्मॉग से बढ़ी परेशानी


वायु प्रदूषण पर ग्लोबल लीडर्स को उठाने चाहिए ठोस कदम
त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य के पूर्व राष्ट्रपति जस्टिस एंटोनी थॉमस एक्विनास कार्मोना ने कहा कि दिल्ली के आस-पास किसान जो अपने खेतों में पौधे और फसल के बचे हुए टुकड़ों को जला रहे हैं. इसकी वजह से वायु प्रदूषण हुआ है. इसके साथ ही कारों से निकलने वाले धुएं, एसी के साथ ही क्लाइमेट चेंज भी पॉल्यूशन का बहुत बड़ा कारण है. यह विश्व की समस्या है. इस पर सभी को चर्चा और काम करना चाहिए. इस पर ग्लोबल लीडर्स को विचार करना चाहिए.


एयर पॉल्यूशन बच्चों के लिए हानिकारक
साउथ अफ्रीका के मुख्य न्यायाधीश मोगोइंग थॉमस रेसॉन्ग मोगोइंग ने कहा कि वायु प्रदूषण में बढ़ती जनसंख्या भी बराबर की भागीदार है. दिल्ली की बात करें तो यहां पर भी एयर पॉल्यूशन लिमिट से ज्यादा है. एयर पॉल्यूशन से बच्चों और आमजन के लिए भी रिस्क है. अगर इस पर काम नहीं किया तो आने वाली जनरेशन को स्वच्छ वातावरण भी नहीं दे पाएंगे.

यह है एक्यूआई मानक

एक्यूआई गुणवत्ता
0-50 अच्छी
51-100 संतोषजनक
101-200 मध्यम
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 गंभीर
501 से आगे आपातकाल

इसे भी पढ़ें:- लखनऊ: राजधानी में बढ़ता वायु प्रदूषण, लोग हो रहे बीमार

आगरा का एयर क्वालिटी इंडेक्स

दिनांक एक्यूआई स्थिति
01 नवंबर 176 मध्यम
02 नवंबर 231 खराब
03 नवंबर 293 खराब
04 नवंबर 227 खराब
05 नवंबर 252 खराब
06 नवंबर 136 मध्यम

आगरा: देश में प्रदूषण को लेकर हल्ला मचा हुआ है. दिल्ली एनसीआर की हवा जहरीला हो गई है. इससे आगरा भी अछूता नहीं रहा है. ताजनगरी की हवा भी जहरीली हो गई है. बुधवार को 74 देशों के प्रमुख, मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश, कानूनविद और शांति प्रचारक ताजमहल देखने पहुंचे थे, लेकिन दोपहर 12 बजे भी ताजमहल रॉयल गेट से साफ नहीं दिखाई दे रहा था. इसकी वजह साफ थी, वायु प्रदूषण. इसकी शिकन प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों के चेहरे पर साफ झलक रही थी.

जहरीली हो रही आगरा की हवा.


ईटीवी भारत ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों से वायु प्रदूषण पर की बात
ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण पूरे विश्व की समस्या है. इसको लेकर ग्लोबल लीडर्स को आगे आना चाहिए, साथ ही ठोस कदम उठाने चाहिए. दीपावली के बाद से ही ताजनगरी की हवाएं लगातार जहरीली हो रही हैं. आगरा की एयर क्वालिटी इंडेक्स भी लगातार घट-बढ़ रही है. इससे लोगों को सांस लेने के लिए स्वच्छ हवा नहीं मिल रही है. इसकी वजह धुंध और एयर पॉल्यूशन है.


इसे भी पढ़ें:- आगरा को लगी दिल्ली वाली हवा, स्मॉग से बढ़ी परेशानी


वायु प्रदूषण पर ग्लोबल लीडर्स को उठाने चाहिए ठोस कदम
त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य के पूर्व राष्ट्रपति जस्टिस एंटोनी थॉमस एक्विनास कार्मोना ने कहा कि दिल्ली के आस-पास किसान जो अपने खेतों में पौधे और फसल के बचे हुए टुकड़ों को जला रहे हैं. इसकी वजह से वायु प्रदूषण हुआ है. इसके साथ ही कारों से निकलने वाले धुएं, एसी के साथ ही क्लाइमेट चेंज भी पॉल्यूशन का बहुत बड़ा कारण है. यह विश्व की समस्या है. इस पर सभी को चर्चा और काम करना चाहिए. इस पर ग्लोबल लीडर्स को विचार करना चाहिए.


एयर पॉल्यूशन बच्चों के लिए हानिकारक
साउथ अफ्रीका के मुख्य न्यायाधीश मोगोइंग थॉमस रेसॉन्ग मोगोइंग ने कहा कि वायु प्रदूषण में बढ़ती जनसंख्या भी बराबर की भागीदार है. दिल्ली की बात करें तो यहां पर भी एयर पॉल्यूशन लिमिट से ज्यादा है. एयर पॉल्यूशन से बच्चों और आमजन के लिए भी रिस्क है. अगर इस पर काम नहीं किया तो आने वाली जनरेशन को स्वच्छ वातावरण भी नहीं दे पाएंगे.

यह है एक्यूआई मानक

एक्यूआई गुणवत्ता
0-50 अच्छी
51-100 संतोषजनक
101-200 मध्यम
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 गंभीर
501 से आगे आपातकाल

इसे भी पढ़ें:- लखनऊ: राजधानी में बढ़ता वायु प्रदूषण, लोग हो रहे बीमार

आगरा का एयर क्वालिटी इंडेक्स

दिनांक एक्यूआई स्थिति
01 नवंबर 176 मध्यम
02 नवंबर 231 खराब
03 नवंबर 293 खराब
04 नवंबर 227 खराब
05 नवंबर 252 खराब
06 नवंबर 136 मध्यम
Intro:स्पेशल.....
आगरा.
देश में जो पॉल्यूशन को लेकर हल्ला मचा हुआ है. दिल्ली एनसीआर की हवा जहरीला हो गई है. इससे आगरा भी अछूता नहीं है. ताजनगरी की हवा जहरीली हो गई है. भले ही बुधवार को 74 देशों के प्रमुख, मुख्य न्यायाधीश, न्यायधीश, कानूनविद और शांति प्रचारक ताजमहल देखकर खुशी से उछल पड़े थे, लेकिन दोपहर 12 बजे जब ताजमहल रॉयल गेट से साफ नहीं दिखाई दे रहा था. इसकी वजह साफ थी. एयर पॉल्यूशन की वजह से ताजमहल धुंध में गिरा था. इसकी शिकन प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों के चेहरे पर साफ झलक रही थी. इस पर ईटीवी भारत में प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों से एयर पॉल्यूशन पर विशेष बातचीत की. तो उन्होंने कहा कि 'एयर पॉल्यूशन पूरे विश्व की समस्या है, इसको लेकर के ग्लोबल लीडर्स को आगे आना चाहिए. और इसके लिए ठोस कदम उठाने चाहिए'.


Body:दीपावली के बाद से ही ताजमहल की हवा लगातार जहरीली हो रही है. आगरा की एयर क्वालिटी इंडेक्स भी लगातार घट-बढ़ रही है. इससे लोगों को सांस लेने के लिए स्वच्छ हवा नहीं मिल रही है. इसकी वजह धुंध और एयर पॉल्यूशन है. विश्व के न्यायाधीशों के 20 वें इंटरनेशनल कांफ्रेंस में शामिल होने आए 74 देशों के प्रमुख, मुख्य न्यायधीश, न्यायधीश, कानूनविद और शांति प्रचारकों ने ताजमहल का दीदार किया.

त्रिनिदाद एवं टोबैगो गणराज्य के पूर्व राष्ट्रपति महामहिम जस्टिस एंटोनी थॉमस एक्विनास कारमोना ने कहा कि, दिल्ली के आसपास किसान जो अपने खेतों में पौधे और फसल के बचे हुए टुकड़ों के जला रहे हैं. इसकी वजह से एयर पॉल्यूशन हुआ है. इसके साथ ही कारों से निकलने वाले धुआं, एयरकंडीशनर के साथ ही क्लाइमेट चेंज भी पॉल्यूशन का बहुत बड़ा कारण है. यह विश्व की समस्या है. इस पर सभी को चर्चा और काम करना चाहिए. इस पर ग्लोबल लीडर्स को विचार करना चाहिए.

साउथ अफ्रीका के मुख्य न्यायाधीश मोगोइंग थॉमस रेसॉन्ग मोगोइंग ने कहा कि, एयर पॉल्यूशन की वजह बढ़ता हुआ औद्योगिकीकरण है. बढ़ती जनसंख्या भी इसमें बराबर की भागीदार है. एयर पॉल्यूशन को लेकर मेरा आप पहला एक्सपीरियंस पिछले साल जब मैं बेल्जियम की यात्रा पर गया था. तो वहां देखने को मिला था. वह बुरा था. अभी दिल्ली की बात करें तो यहां पर भी एयर पॉल्यूशन लिमिट से ज्यादा है. एयर पॉल्यूशन से बच्चों और अन्य आमजन के लिए भी रिस्क है.

यह है एक्यूआई मानक
एक्यूआई.................गुणवत्ता
0-50.......................अच्छी
51-100..................संतोषजनक
101-200................मध्यम
201-300...............खराब
301-400...............बेहद खराब
401-500...............गंभीर
501 से आगे............ आपातकाल


आगरा की एयर क्वालिटी इंडेक्स
दिनांक............... एक्यूआई........ स्थिति
एक नवंबर...............176.........मध्यम
दो नवंबर..................231........खराब
तीन नवंबर................293........खराब
चार नवंबर.................227.......खराब
पांच नवंबर...............252........खराब
छह नवंबर................136........मध्यम




Conclusion:एयर पोलूशन बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है अगर इस पर हमने काम नहीं किया तो हम अपने आने वाली जनरेशन को स्वच्छ वातावरण भी नहीं दे पाएंगे.
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पहली बाइट जस्टिस एंटोनी थॉमस एक्विनास कारमोना, पूर्व राष्ट्रपति (त्रिनिदाद एवं टोबैगो गणराज्य) की।
दूसरी बाइट मोगोइंग थॉमस रेसॉन्ग मोगोइंग, चीफ जस्टिस ( साउथ अफ्रीका) की।

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श्यामवीर सिंह
आगरा
8387893357
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