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Taj Mahotsav 2023 : आखिरी दिन पंजाबी सिंगर हर्षदीप के गानों पर झूमे लोग, चार दिन और सजेगा शिल्प मेला - ताज महोत्सव 2023

आगरा में बुधवार को ताज महोत्सव का समापन हो गया. महोत्सव के आखिरी दिन पंजाबी पॉप सिंगर हर्षदीप कौर ने शानदार प्रस्तुति दी. इस दौरान मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने देशभर से शिल्पियों का आगरा आने पर धन्यवाद दिया.

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Published : Mar 2, 2023, 1:21 PM IST

ताज महोत्सव में पंजाबी सिंगर हर्षदीप कौर

आगरा: ताज महोत्सव का बुधवार देर शाम समापन हो गया. महोत्सव का आखिरी दिन बाॅलीवुड व पंजाबी पॉप सिंगर हर्षदीप कौर के नाम रहा. हर्षदीप कौर ने एक के बाद एक गीत से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं, मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने समापन समारोह की घोषणा की. उन्होंने शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच से देशभर से आए शिल्पियों का आगरा आने पर धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि शिल्पियों और दुकानदारों ने हमारी संस्कृति के संरक्षण के साथ रोजगार के भी अवसर उपलब्ध कराए हैं. उन्होंने मोमेंटो देकर कलाकारों और शिल्पियों को सम्मानित किया. इस अवसर पर यूपी पर्यटन विभाग की ओर से समापन समारोह में घोषणा की गई कि पांच मार्च तक शिल्पग्राम में शिल्पियों और दुकानदारों का बाजार लगा रहेगा. अब 20 रुपये की टिकट पर विजिटर्स को एंट्री मिलेगी.

ताज महोत्सव में आखिरी दिन शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच से बाॅलीवुड सिंगर व पंजाबी पॉप सिंगर हर्षदीप कौर ने अपनी गायकी से श्रोताओं का मन मोह लिया. हर्षदीप कौर ने 'लंबी जुदाई चार दिनों का प्यार ओ रब्बा... 'अंखियां च तू वसदा... गानों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. सिंगर हर्षदीप कौर ने 'मांगा जो मेरा है, जाता क्या तेरा है... 'जाना जोगी दे नाल.... गानों पर खूब तालियां बटोरीं. इसके साथ ही शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच से यास्मीन सिंह ने शिवा अर्धनारीश्वर थीम पर कथक नृथ्य की प्रभावपूर्ण प्रस्तुति दी. आनंद किशोर के निर्देशन में ढेढिया लोक नृत्य की भी प्रस्तुति दी गई. संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश चंद्र मिश्रा ने बताया कि इस बार ताजमहोत्सव में पिछली बार की अपेक्षा ज्यादा दर्शक आए.

बता दें कि 31वां ताज महोत्सव इस साल जी 20 के चलते विश्व बन्धुत्व थीम पर लगा था. दस दिन तक हर दिन बाॅलीवुड कल्चरल नाइट में भारतीय संस्कृति पर आधारित विविध सांस्कृतिक विधाओं की प्रस्तुतियां हुईं. इसमें कथक, भरतनाट्यम, शास्त्रीय संगीत, उप शास्त्रीय गायन, भोजपुरी, कव्वाली, अवधी, भजन, ब्रज लोक संगीत, सुर सिंगार, तबला, पखावज वादन के साथ ही उड़ीसा का छाऊ नृत्य, गोटीपुआ नृत्य, पायका अखाडा, लेह लद्दाख का जिगमेट, अरुणांचल प्रदेश का पिजे पिलो, बुन्देलखण्ड का राई नृत्य और प्रयागराज की डेढ़िया नृत्य जैसी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को आकर्षित किया. शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच के साथ ही सूरसदन में कवि सम्मेलन तथा मुशायरा हुआ. ताज महोत्सव में 10 दिन में एक लाख से ज्यादा दर्शक पहुंचे. इसमें से 90 हजार लोगों ने टिकटें खरीदीं और शेष पास से शिल्पग्राम पहुंचे. ताज महोत्सव में 10 दिन में 2.5 करोड़ की शिल्पियों की बिक्री हुई.

पद्मश्री से लेकर बाॅलीवुड सिंगर तक का चला जादू

ताज महोत्सव में देशभर से आए मशहूर कलाकारों के साथ ही स्थानीय कलाकारों ने प्रस्तुतियां दीं. इस साल पद्मश्री कुमारी देवयानी का शास्त्रीय नृत्य, पद्मश्री सुमित्रा गुहा ने शास्त्रीय गायन और पद्मश्री अशोक चक्रधर ने काव्य पाठ किया. इसके साथ ही बाॅलीवुड नाइट में गायक अमित मिश्रा, सिंगर सचेत, सिंगर परम्परा, सिंगर पवनदीप, सिंगर अरुनिता, सिंगर हर्षदीप कौर, इण्डियन ओसीयन बैंड की प्रस्तुतियां भी आकर्षण का केंद्र रहीं.

379 स्टाॅल लगे मिनी भारत में

ताज महोत्सव में देश के कोने-कोने से शिल्पी अपने साथ शिल्प के उत्कृष्ट उत्पाद लेकर आए. शिल्पग्राम में 379 स्टॉल हैं. इसमें 342 स्टॉल शिल्पियों के और अन्य कैटगरी में व्यंजन व कॉमर्शियल स्टाॅल रहे. इसमें आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली के साथ ही उत्तर प्रदेश के वाराणसी, मिर्जापुर, मेरठ, भदोही, सहारनपुर, कानपुर, फिरोजाबाद समेत अन्य जिलों के शिल्पियों ने प्रतिभाग किया. ताज महोत्सव में आंध्र प्रदेश का सिल्क, बिहार का सिल्क एवं ड्रेस मैटीरियल, जम्मू-कश्मीर का सूट एवं शॉल, वाराणसी का सूट एवं साड़ी, पिलखुआ की बेडशीट, सहारनपुर का फर्नीचर, खुर्जा की पोटरी, फरीदाबाद का टेराकोटा, भदोही का कारपेट समेत अन्य सामान रहे.

20 रुपये रहेगी एंट्री टिकट

डीएम नवनीत सिंह चहल ने बताया कि स्थानीय लोगों और शिल्पियों की मांग पर ताज महोत्सव का मेला चार दिन के लिए बढ़ाया गया है. अब विजिटर रविवार यानी पांच मार्च तक शिल्प मेले में आकर्षक हस्तशिल्प खरीद सकते हैं. उप्र पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक अविनाश चंद्र मिश्रा ने बताया कि शिल्पग्राम में रविवार तक चलने वाले शिल्प मेले में अब विजिटर के लिए 20 रुपये की एंट्री टिकट रहेगी.

लवली ने किया सात लाख रुपये का कारोबार

पर्यटन विभाग की ओर से शिल्पियों और दुकानदारों को सम्मानित किया गया. इस साल ताज महोत्सव में सर्वाधिक बिक्री पटियाला पंजाब की फुलकारी कारपेट की हस्तशिल्पी लवली ने की. लवली ने लगभग सात लाख रुपये की बिक्री की है. ताज महोत्सव में लवली के साथ ही उत्कृष्ट शिल्प में अलीगढ़ के आर्ट मेटल क्राफ्ट के हस्तशिल्पी विजय पाल सिंह, उत्कृष्ट शिल्प प्रदर्शन डिस्प्ले के लिए भागलपुर बिहार के सिल्क साड़ी के हस्तशिल्पी मो. जहांगीर अंसारी को सम्मानित किया गया.

यह भी पढ़ें: Convocation Ceremony : उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा, शिक्षा का उद्देश्य संस्कारों को बढ़ाना

ताज महोत्सव में पंजाबी सिंगर हर्षदीप कौर

आगरा: ताज महोत्सव का बुधवार देर शाम समापन हो गया. महोत्सव का आखिरी दिन बाॅलीवुड व पंजाबी पॉप सिंगर हर्षदीप कौर के नाम रहा. हर्षदीप कौर ने एक के बाद एक गीत से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं, मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने समापन समारोह की घोषणा की. उन्होंने शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच से देशभर से आए शिल्पियों का आगरा आने पर धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि शिल्पियों और दुकानदारों ने हमारी संस्कृति के संरक्षण के साथ रोजगार के भी अवसर उपलब्ध कराए हैं. उन्होंने मोमेंटो देकर कलाकारों और शिल्पियों को सम्मानित किया. इस अवसर पर यूपी पर्यटन विभाग की ओर से समापन समारोह में घोषणा की गई कि पांच मार्च तक शिल्पग्राम में शिल्पियों और दुकानदारों का बाजार लगा रहेगा. अब 20 रुपये की टिकट पर विजिटर्स को एंट्री मिलेगी.

ताज महोत्सव में आखिरी दिन शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच से बाॅलीवुड सिंगर व पंजाबी पॉप सिंगर हर्षदीप कौर ने अपनी गायकी से श्रोताओं का मन मोह लिया. हर्षदीप कौर ने 'लंबी जुदाई चार दिनों का प्यार ओ रब्बा... 'अंखियां च तू वसदा... गानों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. सिंगर हर्षदीप कौर ने 'मांगा जो मेरा है, जाता क्या तेरा है... 'जाना जोगी दे नाल.... गानों पर खूब तालियां बटोरीं. इसके साथ ही शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच से यास्मीन सिंह ने शिवा अर्धनारीश्वर थीम पर कथक नृथ्य की प्रभावपूर्ण प्रस्तुति दी. आनंद किशोर के निर्देशन में ढेढिया लोक नृत्य की भी प्रस्तुति दी गई. संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश चंद्र मिश्रा ने बताया कि इस बार ताजमहोत्सव में पिछली बार की अपेक्षा ज्यादा दर्शक आए.

बता दें कि 31वां ताज महोत्सव इस साल जी 20 के चलते विश्व बन्धुत्व थीम पर लगा था. दस दिन तक हर दिन बाॅलीवुड कल्चरल नाइट में भारतीय संस्कृति पर आधारित विविध सांस्कृतिक विधाओं की प्रस्तुतियां हुईं. इसमें कथक, भरतनाट्यम, शास्त्रीय संगीत, उप शास्त्रीय गायन, भोजपुरी, कव्वाली, अवधी, भजन, ब्रज लोक संगीत, सुर सिंगार, तबला, पखावज वादन के साथ ही उड़ीसा का छाऊ नृत्य, गोटीपुआ नृत्य, पायका अखाडा, लेह लद्दाख का जिगमेट, अरुणांचल प्रदेश का पिजे पिलो, बुन्देलखण्ड का राई नृत्य और प्रयागराज की डेढ़िया नृत्य जैसी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को आकर्षित किया. शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच के साथ ही सूरसदन में कवि सम्मेलन तथा मुशायरा हुआ. ताज महोत्सव में 10 दिन में एक लाख से ज्यादा दर्शक पहुंचे. इसमें से 90 हजार लोगों ने टिकटें खरीदीं और शेष पास से शिल्पग्राम पहुंचे. ताज महोत्सव में 10 दिन में 2.5 करोड़ की शिल्पियों की बिक्री हुई.

पद्मश्री से लेकर बाॅलीवुड सिंगर तक का चला जादू

ताज महोत्सव में देशभर से आए मशहूर कलाकारों के साथ ही स्थानीय कलाकारों ने प्रस्तुतियां दीं. इस साल पद्मश्री कुमारी देवयानी का शास्त्रीय नृत्य, पद्मश्री सुमित्रा गुहा ने शास्त्रीय गायन और पद्मश्री अशोक चक्रधर ने काव्य पाठ किया. इसके साथ ही बाॅलीवुड नाइट में गायक अमित मिश्रा, सिंगर सचेत, सिंगर परम्परा, सिंगर पवनदीप, सिंगर अरुनिता, सिंगर हर्षदीप कौर, इण्डियन ओसीयन बैंड की प्रस्तुतियां भी आकर्षण का केंद्र रहीं.

379 स्टाॅल लगे मिनी भारत में

ताज महोत्सव में देश के कोने-कोने से शिल्पी अपने साथ शिल्प के उत्कृष्ट उत्पाद लेकर आए. शिल्पग्राम में 379 स्टॉल हैं. इसमें 342 स्टॉल शिल्पियों के और अन्य कैटगरी में व्यंजन व कॉमर्शियल स्टाॅल रहे. इसमें आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली के साथ ही उत्तर प्रदेश के वाराणसी, मिर्जापुर, मेरठ, भदोही, सहारनपुर, कानपुर, फिरोजाबाद समेत अन्य जिलों के शिल्पियों ने प्रतिभाग किया. ताज महोत्सव में आंध्र प्रदेश का सिल्क, बिहार का सिल्क एवं ड्रेस मैटीरियल, जम्मू-कश्मीर का सूट एवं शॉल, वाराणसी का सूट एवं साड़ी, पिलखुआ की बेडशीट, सहारनपुर का फर्नीचर, खुर्जा की पोटरी, फरीदाबाद का टेराकोटा, भदोही का कारपेट समेत अन्य सामान रहे.

20 रुपये रहेगी एंट्री टिकट

डीएम नवनीत सिंह चहल ने बताया कि स्थानीय लोगों और शिल्पियों की मांग पर ताज महोत्सव का मेला चार दिन के लिए बढ़ाया गया है. अब विजिटर रविवार यानी पांच मार्च तक शिल्प मेले में आकर्षक हस्तशिल्प खरीद सकते हैं. उप्र पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक अविनाश चंद्र मिश्रा ने बताया कि शिल्पग्राम में रविवार तक चलने वाले शिल्प मेले में अब विजिटर के लिए 20 रुपये की एंट्री टिकट रहेगी.

लवली ने किया सात लाख रुपये का कारोबार

पर्यटन विभाग की ओर से शिल्पियों और दुकानदारों को सम्मानित किया गया. इस साल ताज महोत्सव में सर्वाधिक बिक्री पटियाला पंजाब की फुलकारी कारपेट की हस्तशिल्पी लवली ने की. लवली ने लगभग सात लाख रुपये की बिक्री की है. ताज महोत्सव में लवली के साथ ही उत्कृष्ट शिल्प में अलीगढ़ के आर्ट मेटल क्राफ्ट के हस्तशिल्पी विजय पाल सिंह, उत्कृष्ट शिल्प प्रदर्शन डिस्प्ले के लिए भागलपुर बिहार के सिल्क साड़ी के हस्तशिल्पी मो. जहांगीर अंसारी को सम्मानित किया गया.

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