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Agra SSC GD Exam: सॉल्वर गैंग का सरगना समेत 7 गिरफ्तार, कैश और फिंगर प्रिंट बरामद

आगरा में सॉल्वर गैंग (Agra solver gang) का खुलासा कर पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से नकली फिंगर प्रिंट और फिंगर प्रिंट तैयार करने का सामान भी बरामद किया है.

डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया.
डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया.
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Published : Feb 4, 2023, 8:01 PM IST

डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया.

आगरा: जनपद की थाना सैंया क्षेत्र से पुलिस ने एसएससी जीडी परीक्षा में सॉल्वर गैंग के सरगना समेत 7 सदस्यों को दबोचने में बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने इनके पास से हजारों की नगदी, फिंगर प्रिंट बनाने का सामान समेत अन्य सामग्री बरामद की है. सॉल्वर गैंग के ऊपर सैंया पुलिस की एक माह के भीतर ये चौथी बड़ी कार्रवाई है. जिसमें कुल एक दर्जन से अधिक सॉल्वर गैंग के सदस्य दबोचे जा चुके हैं.

डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने शनिवार को बताया कि थाना सैंया क्षेत्र के वीरई चौराहे पर शुक्रवार को पुलिस टीम चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक गैंग एसएससी जीडी परीक्षा के समय मुख्य अभ्यर्थी की जगह पर एक सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा पास कराता है. यह गैंग कुनाल एजुकेशनल तेहरा और आरकेजीएम कॉलेज आगरा में कार्य करता है. इस गैंग के सदस्य कुनाल एजुकेशनल तेहरा पर योजना बना रहे हैं. सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए सात अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले सैंया पुलिस टीम 12 जनवरी, 23 जनवरी और 27 जनवरी को अन्य सॉल्वर गैंग के सदस्यों को पकड़ चुकी है.

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम हेतपाल, समरवीर, प्रदीप कुमार, जितेंद्र, रविकांत यादव, सुनील और कैलाश चंद बताया. गैंग में पकड़े गए हेतपाल ने बताया कि वह समरवीर के साथ मिलकर भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बैठाकर परीक्षा पास कराता है. जितेंद्र व प्रदीप आसपास के लड़कों को लाना, परीक्षा केंद्र पर छोड़ना और रुपये के लेनदेन का कार्य देखता है. जिसमें रविकांत यादव सॉल्वर के रूप में रुपये में कार्य करता है. जो एक परीक्षा पास कराने के 50 हजार रुपये की रकम लेता है. विद्यालय के प्रवेश द्वार पर समरवीर की सेटिंग सुनील से है, जो कुनाल एजुकेशनल में कार्य करता है.

सुनील एक परीक्षा दिलाने के लिए तीस हजार रुपये लेता है. वहीं, कैलाश चंद 5 हजार रुपये में फिंगर प्रिंट तैयार करके उपलब्ध कराता है. कुनाल एजुकेशनल के कर्मचारी सुनील की ऑनलाइन परीक्षा केंद्र के प्रबंधक के साथ सेटिंग रहती है. रविकांत जिस अभ्यर्थी की परीक्षा में बैठता है, उससे आधी रकम लगभग तीन लाख रुपये परीक्षा से पूर्व ही ले लेते हैं. साथ ही गिरफ्तार अभ्यर्थियों ने बताया कि उसी का हिसाब करने के लिए यहां एकत्रित हुए थे. ये सभी आरोपी मथुरा, फिरोजाबाद और हाथरस के रहने वाले हैं. पुलिस ने पकड़े गए गैंग से एक कार, एक पल्सर बाइक, नौ मोबाइल, 57,900 की नगदी, दो फिंगर प्रिंट लिफाफे और फिंगर प्रिंट तैयार करने का सामान बरामद किया है.


यह भी पढ़ें-Murder in pratapgarh: चाची के अवैध संबधों की चर्चा हो गई थी आम, तंज से तंग आकर भतीजे ने कर दी प्रेमी की हत्या

डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया.

आगरा: जनपद की थाना सैंया क्षेत्र से पुलिस ने एसएससी जीडी परीक्षा में सॉल्वर गैंग के सरगना समेत 7 सदस्यों को दबोचने में बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने इनके पास से हजारों की नगदी, फिंगर प्रिंट बनाने का सामान समेत अन्य सामग्री बरामद की है. सॉल्वर गैंग के ऊपर सैंया पुलिस की एक माह के भीतर ये चौथी बड़ी कार्रवाई है. जिसमें कुल एक दर्जन से अधिक सॉल्वर गैंग के सदस्य दबोचे जा चुके हैं.

डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने शनिवार को बताया कि थाना सैंया क्षेत्र के वीरई चौराहे पर शुक्रवार को पुलिस टीम चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक गैंग एसएससी जीडी परीक्षा के समय मुख्य अभ्यर्थी की जगह पर एक सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा पास कराता है. यह गैंग कुनाल एजुकेशनल तेहरा और आरकेजीएम कॉलेज आगरा में कार्य करता है. इस गैंग के सदस्य कुनाल एजुकेशनल तेहरा पर योजना बना रहे हैं. सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए सात अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले सैंया पुलिस टीम 12 जनवरी, 23 जनवरी और 27 जनवरी को अन्य सॉल्वर गैंग के सदस्यों को पकड़ चुकी है.

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम हेतपाल, समरवीर, प्रदीप कुमार, जितेंद्र, रविकांत यादव, सुनील और कैलाश चंद बताया. गैंग में पकड़े गए हेतपाल ने बताया कि वह समरवीर के साथ मिलकर भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बैठाकर परीक्षा पास कराता है. जितेंद्र व प्रदीप आसपास के लड़कों को लाना, परीक्षा केंद्र पर छोड़ना और रुपये के लेनदेन का कार्य देखता है. जिसमें रविकांत यादव सॉल्वर के रूप में रुपये में कार्य करता है. जो एक परीक्षा पास कराने के 50 हजार रुपये की रकम लेता है. विद्यालय के प्रवेश द्वार पर समरवीर की सेटिंग सुनील से है, जो कुनाल एजुकेशनल में कार्य करता है.

सुनील एक परीक्षा दिलाने के लिए तीस हजार रुपये लेता है. वहीं, कैलाश चंद 5 हजार रुपये में फिंगर प्रिंट तैयार करके उपलब्ध कराता है. कुनाल एजुकेशनल के कर्मचारी सुनील की ऑनलाइन परीक्षा केंद्र के प्रबंधक के साथ सेटिंग रहती है. रविकांत जिस अभ्यर्थी की परीक्षा में बैठता है, उससे आधी रकम लगभग तीन लाख रुपये परीक्षा से पूर्व ही ले लेते हैं. साथ ही गिरफ्तार अभ्यर्थियों ने बताया कि उसी का हिसाब करने के लिए यहां एकत्रित हुए थे. ये सभी आरोपी मथुरा, फिरोजाबाद और हाथरस के रहने वाले हैं. पुलिस ने पकड़े गए गैंग से एक कार, एक पल्सर बाइक, नौ मोबाइल, 57,900 की नगदी, दो फिंगर प्रिंट लिफाफे और फिंगर प्रिंट तैयार करने का सामान बरामद किया है.


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