आगराः संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा-2021 में ताजनगरी के सक्षम गोयल ने पहले ही प्रयास में ऑल इंडिया 27 वीं रैंक हासिल की है. एंथम कालोनी आवास विकास कॉलोनी निवासी 22 वर्षीय सक्षम गोयल के पहले ही प्रयास में सफलता मिलने से परिवार और उनके दोस्तों में हर्ष की लहर है. सक्षम के पिता अमित गोयल पावर ग्रिड में इंजीनियर है और दादा सुधीर कुमार गोयल रेलवे से रिटायर्ड डीआरएम है. सक्षम गोयल ने आगरा में सेंट कॉनरेड्स इंटर कॉलेज से दसवीं और दिल्ली के वसंत कुंज स्थित डीपीएस से 12वीं की पढ़ाई की है. 2020 में सक्षम ने राजनीतिशास्त्र और अर्थशास्त्र विषय से बीए करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी थी.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए सक्षम ने कहा कि परिवार के सपोर्ट और मेहनत से सफलता मिली है. सक्षम गोयल ने बताया कि 2020 में उसने सिविल सर्विसेस का एग्जाम देने की तैयारी की थी. लेकिन जब फॉर्म भरने पहुंचे तो पता चला कि उम्र कम है. लेकिन फिर भी तैयार जारी रखी. कोरोना संक्रमण के चलते घर पर ही सेल्फ स्टडी की. बिना कोचिंग के ही परीक्षी की तैयारी की थी. इसमें परिवार के साथ खूब समय भी बिताया.
परिवार में ब्यूरोक्रेट्स देखकर जगा सपना
सक्षम ने बताया कि 'मेरे परिवार में पहले से ही कई ब्यूरोक्रेट्स हैं. इसके साथ कॉलेज में भी कई एलुमनाई आकर लेक्चर देते थे तो लगता था कि यह जॉब बहुत ही अच्छा और सिक्योर जॉब है. मेरे पास पॉलिटिकल सब्जेक्ट रहा. इसके चलते में लगातार पुराने ब्यूरोक्रेट्स की किताबें पढ़ता था और वहां से भी मुझे यही पता चलता था कि सिविल सर्विसेज से सिक्योर जॉब मिलता है.' सक्षम गोयल ने कहा कि युवा कलेक्टर बनना है, यह सोचकर कभी तैयारी नहीं करें. पहले यह सोचे कि, क्या आपका यह पैशन है. इस एग्जाम में अनिश्चितता बहुत है. मुझे भी नहीं पता था कि कोई भी नौकरी मिलेगी कि नहीं. इसका फस्ट्रेशन टेकल करने के लिए फैमिली का सपोर्ट जरूर साथ रखें.
इंटरव्यू में मुझे पूछा था नाम का अर्थ
सक्षम ने बताया कि 'इंटरव्यू में मुझसे माहौल कंफर्ट बनाने के लिए मेरे नाम का अर्थ पूछा था. जब मैंने बताया कि मेरे नाम का अर्थ कैपेबल है.तो उन्होंने कहा कि यू सक्षम ब्यूरोक्रेट्स हैं. इसके बाद उन्होंने जो बातचीत में डेफ्थ आई थी, उसी पर मुझसे सवाल पूछे. कोई भी ऐसा सवाल नहीं था, जो ज्यादा टफ हो. मुझसे एक सवाल पूछा गया था. जिसके बारे में मैंने कहा था इसके बारे में मुझे बहुत कम आता है. सक्षम ने बताया कि जब मैं ट्रेनिंग के बाद फील्ड में जाऊंगा तो अपने हिसाब से काम करूंगा. हेल्थ, एजुकेशन और सोशल सर्विस पर फोकस करूंगा.