आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस कर्मचारियों की लापरवाही से लाशें बदल गईं. चिकित्सक और कर्मचारियों ने सीलबंद एक लाश गुना (मध्य प्रदेश) के परिवार को उनके बेटे की बताकर दी. आगरा से परिवार शव लेकर 340 किमी. दूर गुना पहुंचे. जब अंतिम संस्कार के लिए सीलबंद शव खोला तो चेहरा देखकर परिवार के होश उड़ गए. शव उनके बेटे का नहीं था. इस पर परिवार उल्टे पांव 340 किमी. लौटकर आया. पोस्टमार्टम हाउस आए और पूरा वाक्या बताया. फिर, पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों ने खोजबीन की तो खुलासा हुआ कि युवक का शव सुरक्षित है. शव का पोस्टमार्टम किया गया. तब परिजन शव लेकर गुना गए. उन्हें जो सीलबंद शव दिया था, वह एत्मादपुर से आए अज्ञात व्यक्ति का था.
बता दें कि आगरा के सैंया थाना क्षेत्र में तिहरा के पास मंगलवार सुबह एक सड़क हादसे में पिकअप चालक विष्णु की मौत हो गई थी. विष्णु मध्य प्रदेश में गुना जिले के बजरंगगढ़ का रहने वाला है. हादसे की सूचना पर गुना से मृतक विष्णु के परिजन आगरा आए. सैंया पुलिस ने बुधवार को उसके शव का पोस्टमार्टम करवाया. परिजन पोस्टमार्टम के बाद भाड़े पर गाड़ी कर शव लेकर गुना पहुंच गए. गुना के बजरंगगढ़ में शव के अंतिम संस्कार की तैयारी थी. विष्णु की बहन ने शव खोलकर देखा तो उसकी चीख निकल गई. उसने चेहरा देखकर कहा कि शव उसके भाई का नहीं है. इससे सभी के होश उड़ गए. परिजन आनन फानन में दोबारा गाड़ी में शव रखकर आगरा के लिए चल दिए. उन्होंने पहले सैंया थाना पर बेटा का शव बदलने की बात पुलिस को बताई, जिससे पुलिस भी घबरा गई. पुलिस और परिजन पोस्टमार्टम गृह आए तो कर्मचारियों को शव बदलने की जानकारी दी. इस पर कर्मचारियों ने देखा तो विष्णु का शव मिल गया.
अन्तिम संस्कार से पहले शव किसी दूसरे का निकलने पर परिजन ने गुना पुलिस को सूचना दी थी. इस पर गुना एसपी ने सैंया थाना प्रभारी निरीक्षक आकाश आर्य से बात की थी. बताया था कि पोस्टमार्टम में शव बदल गया है. सैंया थाना प्रभारी निरीक्षक आकाश आर्य ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद कर्मचारियों ने विष्णु की जगह सीलबंद करके मुकेश का शव दे दिया था. कर्मचारियों ने परिजनों को विष्णु की जगह एत्मादपुर क्षेत्र से पहुंचे अज्ञात शव का पोस्टमार्टम करके दे दिया था. बुधवार देर रात परिजन विष्णु का शव लेकर गुना चले गए.
यह भी पढ़ें: उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर का भाई बदला लेने के लिए बना रहा था खूंखार गैंग, सुराग हाथ लगने पर चढ़ा हत्थे