आगरा: जिले में कोविड-19 से जुड़े उपकरणों और सामान्य खाद्य पदार्थों की अब कालाबजारी नहीं हो सकेगी. इसके लिए जिले में टास्क फोर्स का गठन किया है. इसका नाम 'कोविड एंटी ब्लैक मार्केटिंग स्क्वाड' रखा गया है. इसके नोडल अधिकारी एसपी पूर्वी के वेंकटेश को बनाया गया है.
ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की पूरे देश में कालाबाजारी की खबरे चर्चा में हैं. ऐसे कई लोगों को देश के विभिन्न राज्यों में गिरफ्तार भी किया गया है. इस कलंक से अब आगरा भी अछूता नहीं रह गया है. इसपर अंकुश लगाने के लिए आगरा पुलिस ने एक सराहनीय पहल की है. आगरा पुलिस की ओर से एक सार्वजनिक नंबर जारी किया गया है. जिस पर शहर की आम जनता सीधे पुलिस से संपर्क कर बाजारों और दुकानों पर हो रही कालाबाजारी की सूचना सीधे पुलिस को अवगत करा सकती है. शिकायत के अनुसार, पुलिस कंट्रोल रूम से संबंधित थाने को सूचना भेजी जाएगी. इसकी पुलिस जांच कर दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.
आईजी ने दिए थे टास्क फोर्स गठन के निर्देश
बीते दिनों कोरोना महामारी से बिगड़े आगरा शहर के हालातों के मद्देनजर आईजी नवीन अरोड़ा ने पुलिस लाइन में एक बैठक आयोजित की थी. जिसमें कोविड अस्पतालों के डॉक्टर सहित ऑक्सीजन-दवा सप्लायर तथा समाजसेवी मौजूद थे. आईजी को जिले में बड़े पैमाने पर कालाबाजारी की सूचना मिली थी, जिसे देखते हुए उन्होंने ब्लैक मार्केटिंग पर अंकुश लगाने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन करने के निर्देश दिए थे.
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पुलिस शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखेगी
बरहाल पुलिस ने एक सार्वजनिक नंबर की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी की है. जिसमें '7839003386' और आगरा पुलिस के ट्वीटर हैंडल की आईडी जारी की गई है. जिस पर लोग ऑक्सीजन, दवाएं और खाद्य सामग्री संबंधित सूचना भेज सकते हैं. पुलिस शिकायतकर्ता का नाम, पता और नंबर गोपनीय रखेगी.
जिले के लोगों से अपील है कि आगर आपको लगता है कि किसी भी प्रकार की कालाबाजारी एंबुलेंस, ऑक्सीजन सिलेंडर या रेमडेसिविर इंजेक्शन किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर तुरंत इसकी सूचना दें. इसपर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी.
-रोहन पी बोत्रे, एसपी सिटी