आगरा: नगर निगम की ओर से दिल्ली और मुंबई की तर्ज पर वर्टिकल पार्किंग बन रही है. लगातार हो रही अवैध पार्किंग को लेकर नगर निगम ने यह कदम उठाया है. नगर निगम ने संजय प्लेस में शहर की पहली वर्टिकल पार्किंग बनाने का टेंडर भी जारी किया है. जल्द ही यह तैयार हो जाएगी. इससे वजीरपुरा, सूरसदन, संजय प्लेस और एमजी रोड के आस-पास वाहन अवैध तरीके पार्क नहीं होंगे. इससे शहर की जनता को अतिक्रमण के साथ जाम की समस्या से परेशान नहीं होना पड़ेगा.
बता दें कि संजय प्लेस शहर का व्यवसायिक हब है. संजय प्लेस में करीब 3500 दुकानें और 700 से ज्यादा फ्लैट हैं. देखा जाए तो संजय प्लेस में 35 पार्किंग स्थल हैं. लेकिन, नगर निगम और दुकानदारों के बीच पार्किंग स्थल और पार्किंग ठेका को लेकर विवाद चल रहा है. इसके साथ ही संजय प्लेस के पास सूरसदन सभागार है, जहां पर सप्ताह में कई बड़े कार्यक्रम होते हैं.
सूरसदन सभागार में भी पार्किंग स्थल बहुत छोटा है. इस वजह से कार्यक्रम में आने वाले लोग एमजी रोड पर या सूरसदन के आसपास सड़क पर वाहनों को पार्क करते हैं. इससे जाम की स्थिति पैदा होती है. साथ ही संजय प्लेस के आसपास 6 से अधिक बड़े कॉन्वेंट और पब्लिक स्कूल हैं. यहां पर भी सुबह और छुट्टी के समय जाम की स्थिति बनती है. लोग वाहन सड़क पर या फुटपाथ पर पार्क कर देते हैं. इस वजह से लोगों का निकलना दूभर हो जाता है.
इसे भी पढ़े-थोड़ी देर की बारिश से मेरठ शहर हुआ पानी-पानी, खुल गई नगर निगम की पोल
नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे ने बताया कि शहर की पहली वर्टिकल पार्किंग बनाने का टेंडर जारी किया गया है. नगर निगम करीब 4 करोड़ रुपये से वर्टिकल पार्किंग बनाएगा. इससे वर्टिकल जाम और अतिक्रमण की समस्या का समाधान होगा. वर्टिकल पार्किंग की क्षमता 300 से 500 वाहन खड़े करने की होगी. इसके साथ ही नगर निगम परिसर में थी भूमिगत पार्किंग बनाने पर विचार किया जा रहा है.
दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में वर्टिकल पार्किंग खूब चलन है. वर्टिकल पार्किंग में लोहे का आधारभूत ढांचा होता है. इसमें 5 से 7 खंड होते हैं. यहां सबसे जरूरी हाइड्रोलिक प्लेटफार्म होता है. जिस वाहन को पार्क करना होता है. उस वाहन को हाइड्रोलिक प्लेटफार्म पर खड़ा किया जाता है. फिर वाहन को खाली खंड में पार्क किया जाता है.
ऐसी ही जरुरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत