आगराः उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में मेट्रो का काम तेजी से चल रहा है. अब तक क्रेन की मदद से पिलर पर चार यू गर्डर रखे जा चुके हैं. एक यू गर्डर का वजन 150 टन और लंबाई 28 मीटर है. जबकि, पहले प्रस्तावित तीन मेट्रो स्टेशन के लिए 196 गर्डर बनाए जा चुके हैं.
बता दें कि ताजनगरी में फतेहाबाद रोड पर एलिवेटेड ट्रैक और मेट्रो स्टेशन के निर्माण का काम दिनरात चल रहा है. पहले मेट्रो स्टेशन पर यू गर्डर रखने के काम के साथ ही ट्रैक के पिलर बनाने काम हो रहा है. आगरा में चल रहे मेट्रो स्टेशन और एलिवेटेड मेट्रो ट्रैक के काम को आप तस्वीरों में भी देख सकते हैं.
पहले चरण में बनेंगे 6 स्टेशन
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) की ओर से आगरा में दो कॉरिडोर में मेट्रो ट्रैक का निर्माण करना है. पहले कॉरिडोर में पहले चरण में ताजपूर्वी गेट से जामा मस्जिद तक छह स्टेशन बनाए जाते हैं. जिनमें तीन मेट्रो स्टेशन एलिवेटेड हैं तो तीन मेट्रो स्टेशन भूमिगत मेट्रो स्टेशन हैं. पहले तीन मेट्रो ट्रैक और स्टेशन बनाने का काम 273 करोड़ रुपये का है. जो 24 माह में फर्म को पूरा करना है.
क्रेन की मदद से हो रहा काम
खास बात ये है कि आगरा में निर्माण को लेकर मेट्रो अलग रणनीति पर काम कर रही है. जिसक तहत निर्माण कार्य बिना यातायात को डायवर्ट किए किया जा रहा है. जिसके तहत पहले मेट्रो के पिलर बनाए गए. अब बमरौली कटारा स्थित कास्टिंग यार्ड में प्री-कास्ट गर्डर को क्रेन और ट्रक से साइट पर ला रहा है. जहां पर पिलर पर क्रेन की मदद से गर्डर को रखा जाता है.
इस बाबत आगरा मेट्रो के प्रोजेक्ट निदेशक अरविंद राय ने बताया कि पहले यू गर्डर को पिलर पर रखने का कार्य पूरा होगा. इसके बाद मेट्रो का एलिवेटेड ट्रैक बनाना शुरू होगा. दिसंबर 2023 तक ट्रायल का दावा है.
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बिंदूवार पढ़ें मेट्रो निर्माण की रिपोर्ट-
दो कॉरिडोर में दौड़ेगी आगरा में मेट्रो
सिकंदरा से ताजपूर्वी गेट तक 14 किमी लंबा है पहला कॉरिडोर
पहले कॉरिडोर में हैं 13 स्टेशन, जिसमें सात भूमिगत व छह एलिवेटेड हैं मेट्रो स्टेशन
फतेहाबाद रोड पर टीडीआई मॉल से जामा मस्जिद तक के 6 मेट्रो स्टेशन पर प्राथमिकता से दिसंबर 2023 तक ट्रायल का दावा
आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक का है दूसरा कॉरिडोर जोकि 15.40 किमी लंबा और एलिवेटेड है. इसमें शामिल हैं 15 मेट्रो स्टेशन.