आगरा : जिले के टीला माईथान में धर्मशाला के बेसमेंट की खुदाई के दौरान 6 मकान जमींदाेज हाे गए थे. इस हादसे में एक बच्ची की जान चली गई थी, जबकि 4 लाेग घायल हाे गए थे. घटना के बाद से लाेगाें ने प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे. इसके बाद अवैध खुदाई और निर्माण की वजह से 100 मकान असुरक्षित घोषित कर दिए गए. इसके अलावा 100 से ज्यादा अन्य साइटाें पर भी मानकाें की अनदेखी कर काम कराया जा रहा है. इनसे कभी भी हादसा हाे सकता है. अवैध निर्माण की जानकारी एडीए, नगर निगम और पुलिस को भी है. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है. स्थानीय लोगों के अनुसार अवैध खुदाई और निर्माण की शिकायतें एडीए, नगर निगम, जिला प्रशासन और तहसील दिवस में भी कर चुके हैं. इसके बावजूद सुनवाई नहीं हाे रही है.
लुहार गली में चल रहा निर्माण कार्य : लुहार गली में 200 वर्गगज क्षेत्रफल में भवन का निर्माण तेजी से चल रहा है. पहली मंजिल बन चुकी है. यहां पर बहुमंजिला इमारत बनाई जा रही है. इसकी दुकानों की पहले ही बुकिंग हो चुकी है.
चित्तीखाना में रात में नींव की खुदाई : चित्तीखाना रोड पर भवन के लिए नींव की खुदाई की जा रही है. रात में 4 मजदूर नींव खोदते हैं. दिन में काम बंद रहता है. गहरी नींव की खुदाई से आसपास सटे मकानाें के मालिक दहशत में हैं. उन्हें डर है कि यदि बेसमेंट के लिए खुदाई की गई तो उनके मकान गिर सकते हैं.
कोतवाली थाने के पास बन रही दवा मार्केट : कोतवाली थाने से महज 100 कदम की दूरी पर एक बिल्डिंग बन रही है. इस बिल्डिंग में बेसमेंट बन गया है. पहली मंजिल बनाने का काम तेजी से चल रहा है. यहां दवा मार्केट बन रही है. इसकी अनुमति कैसे मिली. यह बड़ा सवाल है. यहां पर भी पुराने भवन की जगह बेसमेंट की खुदाई करके नया भवन बनाया जा रहा है.
यह 3 मामले बस बानगी हैं. पुराने शहर की तंग गलियों में बेखौफ खुदाई करके नए निर्माण किए जा रहे हैं. जबकि, पुराने शहर की तंग गलियों में निर्माण या खुदाई लिए आगरा विकास प्राधिकरण की एनओसी जरूरी है. लुहार गली, मोती कटरा, माईथान, फुलट्टी, छत्ता, चित्तीखाना, घटिया आजम खां, कोतवाली, हींग की मंडी, नमक की मंडी, किनारी बाजार समेत अन्य क्षेत्र में अवैध खुदाई और निर्माण कार्य जिम्मेदार अधिकारियों लापरवाही की गवाही दे रहे हैं.
बन रहे बहुमंजिला भवन : शहर के पुराने क्षेत्र छत्ता और कोतवाली में पुराने भवन की जगह नए बहुमंजिला भवन बनाए जा रहे हैं. हर भवन में बेसमेंट बना है या बेसमेंट बनाया जा रहा है. जबकि, यहां पर तंग गलियां हैं. इसकी वजह से आने-जाने में परेशानी होती है. ऐसे में आगजनी या अन्य हादसा होने पर बचाव कार्य करना भी मुश्किल है. इसको लेकर अग्निशमन विभाग ने अपनी रिपोर्ट भी जिला प्रशासन और सरकार को भेजी है.
इंजीनियर्स से मांगी अवैध निर्माण की रिपोर्ट : एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ का कहना है कि शहर की तंग गलियों में अवैध निर्माण की आए दिन शिकायतें मिल रही हैं. इसको लेकर सभी संबंधित क्षेत्र के इंजीनियर को निर्देश दिए गए हैं. वे अपने-अपने क्षेत्र में शिकायतों की जांच करें और जल्द रिपोर्ट पेश करें. जिससे अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.
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