आगरा : ताजनगरी में औषधि विभाग की टीम ने बुधवार को जगदीशपुरा थाना क्षेत्र में एक अवैध सर्जिकल आइटम बनाने वाली फर्म का पर्दाफाश किया. फर्म के हर आइटम की पैकिंग पर नोएडा के खाली प्लाॅट का पता लिखा था. औषधि विभाग की टीम ने यहां से करीब दो करोड़ के ग्लब्स, मास्क, सिरिंज, सैनिटरी पैड, नेबुलाइजर और ऑक्सीजन मास्क सहित बड़ी मात्रा में सर्जिकल आइटम, मशीनरी और अन्य माल जब्त किया है.
छानबीन में यह भी खुलासा हुआ है कि फर्म का मालिक इसी तरह से दमनद्वीप के पते पर भी माल बनवा रहा था. बुधवार देर रात तक औषधि विभाग की कार्रवाई जारी रही. जांच टीम जब्त किए गए सर्जिकल आइटम का रिकार्ड तैयार करने में जुटी रही.
बता दें कि औषधि विभाग की टीम ने बुधवार दोपहर गढ़ी भदौरिया स्थित मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारा. छापेमारी में चैंकाने वाला खुलासा हुआ. आरोपी ने फैक्ट्री के गेट पर ताला लगा रखा था. मगर अंदर कर्मचारी काम कर रहे थे. जब औषधि विभाग की टीम ने दरवाजा खुलवाया तो फैक्ट्री में कर्मचारी ग्लब्स सहित अन्य सर्जिकल आइटम पैक करते मिले.
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सहायक औषधि आयुक्त एके जैन ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि हेल्थकेयर डिवाइसेस के नाम पर अवैध तरीके से फर्म चलाई जा रही थी. फर्म का मालिक राजेंद्र कुमार अग्रवाल उर्फ राजन उर्फ रंजन अग्रवाल निवासी प्रतापनगर है जो नोएडा और आगरा में मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फर्म चलाता है.
कोविड में इस्तेमाल होने वाले सर्जिकल आइटम बड़ी मात्रा में फैक्ट्री में बनाए जा रहे थे. पूछताछ में राजेंद्र कुमार ने कबूला है कि सर्जिकल आइटम आगरा के साथ ही आसपास के जिलों में सप्लाई करता था. राजेंद्र अग्रवाल के पास ड्रग विभाग का कोई लाइसेंस नहीं है. वह नोएडा के एक खाली प्लाट के पते पर भी फैक्ट्री दर्शाकर यहां तीन मंजिला मकान और छत पर टीनशेड डालकर अवैध कारोबार कर रहा था.
वहीं, औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक के अनुसार भूतल में सर्जिकल आइटम मिलने के बाद टीम प्रथम तल पर पहुंची. यहां कमरे में ताला लगा था. एक महिला कर्मचारी से कमरे का ताला खुलवाया तो उसमें महिला कर्मचारी सर्जिकल आइटम पैक करतीं मिलीं. बड़ी मात्रा में बोरों में सर्जिकल आइटम पैक करके रखे मिले. राजेंद्र कुमार अग्रवाल गोरखपुर से सिरिंज, केरल, कोयंबटूर, गुजरात सहित कई जगहों से सर्जिकल आइटम खरीदता है.
इन आइटमों को मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रीपैक कराकर बिक्री करता था. उसके पास कोई लाइसेंस नहीं है. नोएडा का जो पता है, वहां पर सिर्फ खाली प्लाट है. उससे दमनद्वीप के बारे में भी पूछताछ की जा रही है. वहां भी फर्जी पता उपयोग करने का मामला सामने आया है.
औषधि निरीक्षक ने बताया कि अवैध फैक्ट्री से सैनिटाइजर की 100 एमएल की हजारों शीशियां जब्त की गईं हैं. सैनिटाइजर की इन शीशियों पर गवर्नमेंट सप्लाई लिखा मिला. इन पर नाॅट फार सेल भी लिखा है. फर्म की ओर से पल्स ऑक्सीमीटर सहित मेडिकल डिवाइस की भी बिक्री की जा रही थी लेकिन इनकी बरामदगी नहीं हो सकी है.
यह आइटम किए गए जब्त
सर्जिकल ग्लब्स, फेस मास्क, सर्जन कैप, शू कवर, सैनिटरी, नैपकिन, मैटरनिटी पैड, म्यूकस कैथेटर्स, नेबुलाइजर, मास्क, इन्फ्यूशन सेट, ब्लड एडमिनिस्ट्रेटर, स्काल्प वेन, यूरिन बैग, पीडिया सेट सक्शन, फीडिंग सिरिंज.