आगरा: जल्द ही आगरा छावनी परिषद का नाम छावनी नगर पंचायत हो जाएगा. पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करके छावनी नगर पंचायत करने का प्रस्ताव रखा था. रक्षामंत्री और पूर्व मंत्री की मुलाकात के मायने भी सामने आने लगे हैं. छावनी परिषद में बुधवार को जॉइंट सेक्रेटरी मिनिस्टरी ऑफ डिफेंस राकेश मित्तल, डायरेक्टर रक्षा संपदा मध्य कमान लखनऊ एसवी सत्यनारायण, अतिरिक्त महानिदेशक रक्षा संपदा नई दिल्ली सोनम यंगडोल आगरा छावनी परिषद पहुंची.
रक्षा संपदा और रक्षा विभाग के अधिकारियों ने छावनी विधायक डॉ. जीएस धर्मेश और प्रतिष्ठित लोगों के साथ छावनी परिषद सभागार में बैठक की. जिसमें छावनी क्षेत्र की समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखा गया तो दूसरी ओर विधायक ने छावनी बोर्ड को खत्म करके उसकी जगह छावनी नगर पंचायत बनाने पर चर्चा की. आगरा छावनी से भाजपा विधायक के साथ एक प्रतिनिधि मंडल ने बीते दिनों दिल्ली में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. जिसमें छावनी परिषद को खत्म करने की मांग की गई थी. आगरा छावनी परिषद खत्म करके उसे छावनी नगर पंचायत किया जाता है, तो इसका असर यूपी की अन्य छावनी परिषद में भी देखने के लिए मिलेगा. इस बारे में रक्षा मंत्रालय ने गेंद यूपी सरकार के पाले में डाल दी है.
आगरा छावनी विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने बताया कि छावनी परिषद की जनता तमाम परेशानियां झेल रही हैं. इसका सिर्फ एक ही समाधान है. वो समाधान यह है कि, छावनी बोर्ड को खत्म कर दिया जाए. इसे छावनी नगर पंचायत बना दिया जाए. रक्षा मंत्रालय और रक्षा संपदा के अधिकारियों के साथ बैठक हुई. इस बैठक में भी उन्होंने अपने इस प्रस्ताव को दोबारा से रखा है. जिस पर खुलकर चर्चा हुई. विधायक डॉ. जीएस धर्मेश का कहना है कि रक्षा मंत्रालय और रक्षा संपदा अधिकारियों ने छावनी परिषद को नगर पंचायत बदलने की सहमति दे दी है. अब पाला उत्तर प्रदेश सरकार हाथ में है. रक्षा मंत्रालय की ओर से उत्तर प्रदेश शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही आगरा छावनी को छावनी नगर पंचायत बनने में अधिक समय नहीं लगेगा. नगर पंचायत के बनने से यहां के क्षेत्रीय निवासियों की जो भी समस्या है उनका निस्तारण समय से तो होगा ही और यहां पर काबिज अधिकारियों पर भी लगाम लग सकेगी.
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