आगरा: आगरा विकास प्राधिकरण (ADA) ने ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) की तर्ज पर ग्रेटर आगरा (Greater Agra) बसाने की ओर एक और कदम बढ़ाया है. एडीए ने ग्रेटर आगरा के लिए एजेंसी चयन का काम शुरू कर दिया है, जिससे एत्मादपुर, मदरा और रायपुर गांव की 612 हेक्टेयर जमीन पर नया शहर बसाया जा सके. यहां पर 50 वर्ग गज से लेकर 300 वर्ग गज तक के भूखंड होंगे.
एडीए नए शहर को बसाने में 3500 करोड़ रुपये खर्च करेगा. यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) और लखनऊ एक्सप्रेसवे (Lucknow Expressway) के बीच में इनर रिंग रोड के सहारे दो गांवों में एक नया शहर बसने से क्षेत्र का तेजी से विकास होगा. एडीए ने इनर रिंग रोड के सहारे दो गांव मदरा (एत्मादपुर) और गांव रायपुर की 612 हेक्टेयर जमीन पर नया शहर बसाने की योजना बनाई है. यह नया शहर ग्रेटर आगरा है, जो यमुना एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे से कुछ ही मीटर की दूरी पर रहेगा. यह पहला मौका है जब एडीए की ओर से इस तरीके का नया शहर बसाया जा रहा है.
एडीए की ओर जो ग्रेटर आगरा को बसाने की योजना बनाई गई है, उसमें तमाम खासियत हैं. यहां पर स्कूल से लेकर स्वीमिंग पूल तक होगा. इसके साथ ही ग्रेटर आगरा में 50 वर्ग गज से लेकर 300 वर्ग गज के तक भूखंड होंगे. शहर को ऐसा बसाया जाएगा, जिसमें बड़े भूखंड और छोटे भूखंड होंगे, जिससे सभी तरह के लोग यहां पर आकर रह सकें.
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एडीए उपाध्यक्ष राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि ग्रेटर आगरा की ब्रांडिंग पर एडीए विशेष ध्यान देगा. नए शहर का लगातार प्रचार-प्रसार कराया जाएगा. एडीए ने ग्रेटर आगरा के लिए एजेंसी के चयन का काम शुरू कर दिया है. एडीए की स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के सदस्यों के साथ बैठक भी हो चुकी है. इसी सप्ताह फिर से बैठक होगी, जिसमें तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी.