आगरा: दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड यानी की डीवीवीएनएल इन दिनों तंगहाली से जूझ रहा है. बकाया बिलों की वसूली नहीं होने से डीवीवीएनएल का खजाना खाली हो गया है. डीवीवीएनएल के 21 जिलों में 12.78 लाख उपभोक्ताओं पर 7605 करोड़ रुपये की बकाएदारी है. डीवीवीएनएल अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही से बिजली के बिलों की बकाएदारी बढ़ती ही जा रही है.
सरकारी विभाग भी बिजली बिलों की बकाएदारी में पीछे नहीं हैं. डीवीवीएनएल के 21 जिलों की बात की जाए तो 67 सरकारी विभागों में 484.14 करोड़ रुपये की बकाएदारी है. इससे भी डीवीवीएनएल को बिजली आपूर्ति करना घाटे का सौदा साबित हो रहा है. इन विभागों के दफ्तरों का कनेक्शन कभी भी काटा जा सकता है.
हर दिन कटेंगे 250 बिजली कनेक्शन
सरकारी विभागों की बकाएदारी में पहले पायदान पर प्राथमिक शिक्षा विभाग है, जिसपर 174.50 करोड़ रुपये की बकाया राशि है. डीवीवीएनएल अधिकारी अब जिलेवार हर बुधवार और शनिवार को विशेष अभियान चलाकर सामान्य उपभोक्ताओं के साथ ही सरकारी विभागों की बिजली कनेक्शन काटने के साथ ही बकाया बिल की राशि की वसूली कर रहे हैं. इस अभियान में हर जिले की टीम को 250 बिजली कनेक्शन काटने का लक्ष्य दिया गया है.