आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने आखिरकार बीएड-2005 की 2824 डिग्रियों पर फर्जी की मुहर लगा दी. विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति और कार्य परिषद की शुक्रवार को बैठक हुई. इस बैठक में फेक सूची में शामिल डिग्री को फर्जी मान लिया गया. विवि ने 2824 रोल नंबर पर जारी डिग्रियों को फर्जी माना है, जबकि सूची में 3637 रोल नंबर शामिल थे.
विवि इनकी सूची और अभ्यर्थियों द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेज एसआईटी को सौंप देगा. वहीं, फर्जी मामले में लिए फैसले पर विवि अपना पक्ष कोर्ट में भी रखेगा. इस मामले में 10 फरवरी को सुनवाई होनी है.
बीएड फर्जीवाड़ा-2005
- शुक्रवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर स्थित अतिथि गृह में कार्य परिषद की बैठक हुई.
- इस बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद कुमार दीक्षित ने की.
- कार्य परिषद ने एसआईटी की सूची के आधार पर फेक या फिर जेनरेट की श्रेणी में आने वाले 3637 रोल नंबर की डिग्री पर चर्चा की.
- कार्य परिषद ने एसआईटी की जांच के आधार पर उन रोल नंबर को फर्जी मान लिया.
ऐसे रोल नंबर की संख्या 2834 थी. वहीं 813 प्रति उत्तर वाले रोल नंबर का रिकॉर्ड एसआईटी को भेजा जाएगा. एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर फैसला लिया गया है. 813 रोल नंबर पर विवि एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर 21 दिन के अंदर फैसला ले लेगा.
डॉ. अरविंद कुमार दीक्षित, डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय
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