आगरा: जनपद के थाना बसई अरेला पुलिस ने मिली सूचना के आधार पर वाहन चेकिंग के दौरान एक मानव तस्करी करने वाले एक गैंग को हिरासत में लिया है. मानव तस्करी करने वाले इस गैंग में 9 पुरुष 2 महिलाओं सहित तस्करी को ले जाई जा रही तीन युवतियों को पुलिस ने बरामद किया है. इन लोगों से पूछताछ में कई मामले प्रकाश में आए हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस अपराधियों पर कस रही शिकंजा
इन दिनों आगरा जनपद में पुलिस अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है.जनपद में चोरी, लूट ,डकैती, वाहन चोरी, जुआ, सट्टा, वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार द्वारा कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. इसी क्रम में शुक्रवार की रात को पुलिस अधिकारियों को मिशन मुक्ति फाउंडेशन एनजीओ के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार एवं पदाधिकारियों ने विशेष सूत्रों से प्राप्त मानव तस्करी की सूचना दी. उन्होंने पुलिस को बताया कि थाना बसई अरेला क्षेत्र के अरनोटा पुलिस चौकी इलाके में गरीब असहाय परिवार की कुछ युवतियों की खरीद-फरोख्त अवैध कार्य और उनकी मर्जी के बिना शादी कराने के लिए की जा रही है. युवतियों को तस्करी के लिए गैंग के लोग दो बोलेरो गाड़ियों में लेकर जा रहे हैं. जानकारी के आधार पर तत्काल थानाध्यक्ष बसई अरेला शेर सिंह ने पुलिस टीम के साथ आगरा-बाह मार्ग पर शुक्रवार रात को चेकिंग प्रारंभ कर दी. इसी दौरान दोनों गाड़ियों को आता देख पुलिसकर्मियों ने बैरियर डालकर जब चेकिंग की तो मानव तस्करी गैंग के सदस्य हड़बड़ा गए. इस दौरान कुछ लोगों ने भागने का प्रयास किया. जिन्हें पुलिस ने घेराबंदी कर दबोच लिया.
मध्य प्रदेश और झारखंड की युवती भी शामिल
इस कार्रवाई में पुलिस ने मानव तस्करी के लिए ले जाई जा रही तीन युवतियां को बरामद किया. जिनमें से एक मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के थाना गठवा क्षेत्र की युवती दूसरी झारखंड के जिला गढ़वा और तीसरी उत्तर प्रदेश के थाना मांची जिला सोनभद्र की युवती शामिल है.
ये लोग हुए गिरफ्तार
वहीं पुलिस ने मानव तस्करी गैंग के 9 पुरुष 2 महिला सदस्यों को गिरफ्तार किया. जिसमें रमेश, प्रेम निवासी जिला गढ़वा झारखंड, रामवृक्ष, नालेश, बृजेश, अमित, प्रदीप निवासी हंसराजपुर थाना एकमा शिवान बिहार, मुन्नालाल, प्रेमा देवी, आशा शामिल हैं.
पुलिस ने किया खुलासा
गैंग का खुलासा करते हुए एसपी पूर्वी आगरा के बैंकेट अशोक ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों से ही पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि जिन तीन युवतियों को गिरोह के सदस्यों के चंगुल से मुक्त कराया गया है, वह गरीब असहाय परिवार की युवतियां झारखंड, उत्तर प्रदेश सोनभद्र और मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं. जिन्हें आर्केस्ट्रा में गाने और नाचने के लिए रुपयों का लालच देकर लाया गया था और बाद में आगरा लाकर इन युवतियों को कहा गया कि इनकी शादी कराई जा रही है. पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि पचास हजार से लेकर एक लाख तक में युवतियों को बेचा जाता था.
पहले भी सामने आए हैं मामले
थाना वासवानी के अंतर्गत ग्राम पुराकनेरा के निवासी मुन्नालाल पुत्र पातीराम के माध्यम से महिला एवं युवतियों को उनकी बिना मर्जी के अवैध कार्य एवं लिए बेचने का काम करते हैं. पूर्व में भी आगरा एवं फिरोजाबाद जनपद में शादी के नाम पर कई युवतियों को बेचा जा चुका है जिसकी पुलिस जांच कर रही है.
11 अभियुक्तों को भेजा जेल
फिलहाल पुलिस ने मानव तस्करी में शामिल 11 अभियुक्तों के खिलाफ 370/34 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर उन्हें जेल भेज दिया है. साथ ही मानव तस्करी में संलिप्त तथ्यों के आधार पर पुलिस और लोगों की तलाश कर रही है.