नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच चल रहा विवाद अब एक नए मोड़ पर आ गया है. दरअसल अब डब्लूएफआई, बृजभूषण शरण सिंह और संजय सिंह के खिलाफ न्याय की मांग कर रहे भारतीय पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के खिलाफ युवा पहलवानों विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
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#WATCH | Young wrestlers hold protests against Olympic-winning wrestlers Sakshee Malikkh, Vinesh Phogat and Bajrang Punia, at Delhi's Jantar Mantar pic.twitter.com/5yHVsksKp8
— ANI (@ANI) January 3, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) January 3, 2024
युवा पहलवानों ने बुधवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर ओलंपिक विजेता पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ये युवा पहलवान इन दिनों के खिलाफ भारतीय कुश्ती में बाधा डालने के लिए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
कुश्ती महासंघ के खिलाफ लगातार प्रदर्शन करने के चलते पूरे साल कुश्ती नहीं हो पाई है और इसका प्रभाव युवा पहलवानों पर पड़ा है. इनके आनंदोल के चलते युवा खिलाड़ियों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. इस लिए सैकड़ो युवा पहलवा दिल्ली के एकत्रित हो गए हैं और इस समय जंतर-मंतर पर उन्होंने भारत के इन नामी पहलवानों के खिलाफ धरना प्रदर्शन चालू कर दिया है. इस मौके पर युवा पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के नाम के नारे लगाते हुए नजर आए. इन दौरान इन सभी हाथों में इनके नाम के पोस्ट भी थे, जिसके जरिए ये लोग अपना विरोध जाहिर कर रहे थे.
आपको बता दें कि डब्ल्यूएफआई का चुनाव संजय सिंह ने जीता और वो नए अध्यक्ष बने. लेकिन साक्षी मलिक के संन्यास, बजरंग और विनेश के मेडल त्यागने के बाद केंद्रीय खेल मंत्रालय ने अध्यक्ष संजय सिंह सहित उसके सभी पदाधिकारियों के साथ निलंबित कर दिया था. इसके बाद तदर्थ समिति बनाई गई और उसने एशियाई ओलंपिक क्वालीफाइंग और विश्व क्वालीफाइंग टूर्नामेंट की मेजबानी का जिम्मा उठाया. इसके दौरान सीनियर खिलाड़ी कई फायदे मिल सकते थे. अब युवा पहलवान सीनियर पहलवानों के विरोध में उतर आए हैं.
भारतीय पहलवान अक्सर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं लेकिन भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद से पहलवानों के प्रदर्शन में भारी गिरावट आई है. भारत के दिग्गज पहलवान एशियाई खेलों में एक भी स्वर्ण हासिल नहीं कर पाए और विश्व चैंपियनशिप में भी सिर्फ 1 कांस्य पदक जीत पाए हैं. अब युवा खिलाड़ी इनके दोयमदर्ज के प्रदर्शन के बाद अपने भविष्य के बारे में सोचते हुए प्रदर्शन पर बैठ गए हैं.