पेरिस: लिवरपूल और रियल मैड्रिड के बीच चैम्पियंस लीग फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मैच से पहले यहां ‘स्टेड डी फ्रांस’ स्टेडियम में पुलिस को लिवरपूल समर्थकों को पर काबू पाने के लिए शनिवार को आंसू गैस के गोले का सहारा लेना पड़ा.
प्रशंसकों के हुड़दंग के कारण मैच शुरू होने में 37 मिनट का विलंब हुआ जिसे रियल मैड्रिड ने 1-0 से अपने नाम किया. इस टूर्नामेंट का संचालन करने वाली यूरोपीय फुटबॉल संघों का संघ (यूएफा) ने कहा कि यह मामला हजारों की संख्या में नकली टिकट खरीदने वाले प्रशंसकों की वजह से हुआ. उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि ये प्रशंसक किस टीम के थे लेकिन अपने प्रशंसकों द्वारा अनुभव की गई सुरक्षा से जुड़ी परेशानियों पर ‘बेहद निराश’ व्यक्त की.
इस दौरान पुलिस और सुरक्षा गार्ड ने जबरन मैदान में घुसने की कोशिश करने वाले प्रशंसकों को पकड़ कर बाहर निकाला. लिवरपूल के प्रशंसक मैदान के बाहर चिल्ला रहे थे कि हमारे पास टिकट है, हमें अंदर जाने दिया जाए.
मैच जब 37 मिनट के विलंब से शुरू होने वाला था तब एक बार फिर स्टेडियम में अंदर आने के लिए प्रशंसकों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई. पुलिस को दोबारा आंसू गैस के गोले और मिर्च के स्प्रे का इस्तेमाल करना पड़ा. एक प्रशंसक कोल्म लैसी ने कहा, बच्चे रो रहे है, लोग भीड़ में फंस गए है. लोग लाइन तोड़कर स्टेडियम में घुसने की कोशिश कर रहे है.
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एंजेला मर्फी नाम की प्रशंसक ने कहा, हम यहां छह बजकर 15 मिनट से खड़े है. मुझे अस्थमा है और आंसू गैस के गोले से मेरी स्थिति खराब हो गई है. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी और सुरक्षा गार्ड भी आंसू गैस के चपेट में आ गए और कुछ देर के लिए उनकी स्थिति अचेत जैसी हो गई.