नई दिल्ली: जसप्रीत बुमराह पिछले 35 साल में भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने वाले पहले तेज गेंदबाज बन जायेंगे क्योंकि नियमित कप्तान रोहित शर्मा दोबारा कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में नहीं खेल सकेंगे.
आखिरी बार भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने वाले तेज गेंदबाज कपिल देव थे जिन्हें 1987 में कप्तानी से हटा दिया गया था. उसके बाद से किसी तेज गेंदबाज ने भारतीय टेस्ट टीम की कमान नहीं संभाली है.
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआई को गोपनीयता की शर्त पर बताया, रोहित एक जुलाई से शुरू हो रहा पहला टेस्ट नहीं खेल सकेगा क्योंकि उसका आरटी पीसीआर टेस्ट फिर पॉजिटिव आया है. वह अभी भी पृथकवास में है. केएल की गैर मौजूदगी में उपकप्तानों में से एक जसप्रीत बुमराह कप्तान होंगे.
भारत ने 1932 में पहला टेस्ट खेला था और उसके बाद से टीम की कमान संभालने वाले बुमराह भारत की कप्तानी करने वाले 36वें क्रिकेटर होंगे. गुजरात के तेज गेंदबाज ने 29 टेस्ट में 123 विकेट लिए हैं और उनकी गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में होती है.
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चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें भविष्य के कप्तान के रूप में तैयार किया जा रहा है. भारत में आम तौर पर तेज गेंदबाजों को कप्तानी नहीं दी जाती है जबकि पाकिस्तान में इमरान खान, वसीम अकरम और वकार युनूस जैसे तेज गेंदबाज कप्तान रह चुके हैं. वेस्टइंडीज में कर्टनी वाल्श ने कप्तानी संभाली जबकि आस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान पैट कमिंस भी तेज गेंदबाज हैं.
रोहित के अंतिम एकादश में नहीं होने से शुभमन गिल के साथ चेतेश्वर पुजारा पारी की शुरूआत कर सकते हैं. सूत्र ने बताया कि मयंक अग्रवाल को बस कवर के तौर पर बुलाया गया है और वह अंतिम एकादश् में नहीं होंगे. देखना यह भी है कि शार्दुल ठाकुर के रूप में चौथे तेज गेंदबाज को उतारा जाता है या रविंद्र जडेजा के साथ दूसरे स्पिनर के तौर पर आर अश्विन खेलते हैं.
टेस्ट पांच जुलाई को खत्म होगा और पहला टी-20 मैच सात जुलाई को है लिहाजा आयरलैंड के खिलाफ टी-20 मैच खेलने वाली टीम पहला टी-20 खेलेगी. इसके बाद दूसरे टी-20 से सभी सितारा खिलाड़ियों की वापसी होगी.