ढाका : टीम इंडिया ने भारत की वनडे टीम से ऋषभ पंत को मेडिकल ग्राउंड पर आराम देना न सिर्फ एक चेतावनी देने का तरीका है, बल्कि इससे एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की गयी है. एक तो पंत को अपनी बल्लेबाजी के दम टीम में जगह बनाने के लिए सोचना होगा, वहीं केएल राहुल को टीम में बने रहने के लिए बल्लेबाजी के साथ साथ विकेट के पीछे अच्छी भूमिका निभानी होगी. न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गयी श्रृंखला में ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाकर सारे मैच खिलाने का संकेत दिया गया था, ताकि वह निश्चिंत होकर सारे मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर सकें. यही फार्मूला अब उपकप्तान केएल राहुल पर लागू होगा. उनको मध्यक्रम के विकेटकीपर बल्लेबाज के रुप में खुद को स्थापित करने का मौका है.
भारत के मध्य क्रम के विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल ने खुलासा किया कि वह बांग्लादेश में भारत के वनडे टीम से ऋषभ पंत की रिलीज के कारणों से अनजान थे. रविवार को शेर-ए-बांग्ला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम (एसबीएनसीएस) में पहले वनडे के टॉस के बाद, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घोषणा की थी कि पंत को अपने मेडिकल स्टाफ के परामर्श के बाद भारत की वनडे टीम से रिलीज किया गया था.
इसमें कहा गया है कि बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में बाएं हाथ का विकेटकीपर-बल्लेबाज हिस्सा क्यों नहीं लेंगे. इस पर विशेष विवरण का उल्लेख किए बिना, उनकी अनुपस्थिति में टीम द्वारा कोई विकल्प नहीं मांगा जाएगा.
टीम के उपकप्तान को नहीं थी जानकारी
इस बारे में जब टीम के उपकप्तान व विकेटकीपर की भूमिका निभाने वाले केएल राहुल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ''मुझे उस समय ड्रेसिंग रूम में पता चला कि उन्हें बाहर कर दिया गया है. मुझे नहीं पता कि क्या कारण हैं, शायद मेडिकल टीम उस प्रश्न का उत्तर देने के लिए बेहतर स्थिति में हों."
राहुल ने कहा, 'मैंने पंत को जब ड्रेसिंग रूम में नहीं देखा और हमने पूछा, 'क्या हुआ तब यह बात चला चली. उसके पहले किसी ने कुछ नहीं बताया ?"
30 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल ने पंत के सवाल पर खुलासा करते हुए कहा- 'टीम मैनेजमेंट ने वनडे में मुझे मिडिल ऑर्डर में बैटिंग-विकेट कीपिंग के लिए तैयार रहने को कहा है.' जवाब को आगे बढ़ाते हुए राहुल ने कहा- 'हमने पिछले 8-9 महीनों में ज्यादा वनडे मैच नहीं खेले हैं, लेकिन अगर आप 2020-21 को देखें, तो मैंने विकेट कीपिंग की है और मैंने चौथे तथा पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी की है. टीम ने मुझे यह भूमिका निभाने के लिए कहा है. मैं सफेद गेंद के क्रिकेट में इस भूमिका के लिए तैयार हूं.'
राहुल 2021 में खेले गए कुछ मैचों में विकेटकीपर के तौर पर खेल चुके हैं. बांग्लादेश के खिलाफ 3 मुकाबलों की सीरीज के शुरुआती वनडे में उन्होंने मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए 73 रन की पारी खेली और फिर विकेटकीपर की भूमिका निभाई है. हालांकि उनके द्वारा छोड़ा गया कैच ही टीम की हार का कारण बना.
पंत को बाहर बैठाकर संकेत
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को मेडिकल टीम की सलाह पर वनडे सीरीज से आराम देने की बात वैसे भले ही सामान्य लग रही हो, लेकिन यह उनको एक संकेत भी है. अदर उनकी परफार्मेंस न सुधरी तो सफेद बॉल के खेल में उनके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है. क्योंकि पंत किसी चोट के कारण टीम से बाहर नहीं हुए हैं. बस उनको मेडिकल ग्राउंड के बहाने विश्राम दिया गया है.
टीम मैनेजमेंट ने प्लेयिंग इलेवन में 6 गेंदबाजों व बल्लेबाजों के कंबिनेशन को पूरा करने की कोशिश में यह फैसला लिया है. अगर पंत बल्लेबाजी में बेहतर नहीं कर पाएंगे तो एकदिवसीय के साथ साथ टेस्ट टीम से भी पत्ता साफ हो सकता है. पंत और राहुल दोनों एक साख खिलाए जाने पर एक गेंदबाज कम करना पड़ता. यही सोचकर टीम मैनेजमेंट ने केएल राहुल से कीपिंग कराने का फैसला किया.
आपको याद होगा कि इसी तरह एक अतिरिक्त बल्लेबाज व गेंदबाज को मौका देने के लिए टीम इंडिया ने काफी दिनों तक राहुल द्रविड़ से कीपिंग करायी थी. इसीलिए केएल राहुल के उपर कीपिंग के साथ साथ अच्छी बल्लेबाजी का दबाव बढ़ेगा.
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