पुणे: चेन्नई सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि 99 रन पर आउट होना खिलाड़ी के लिए हमेशा निराशाजनक होता है, लेकिन रविवार को एमसीए स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत में योगदान देने के साथ वह शतक नहीं लगाने से मिली निराशा को भूल गए. गायकवाड़ की 57 गेंदों में 99 रन और डेवोन कॉनवे की 55 गेंदों की नाबाद 85 रनों की पारी ने टीम को दो विकेट खोकर 202 रन बनाने में मदद की.
सीएसके द्वारा दिए गए लक्ष्य का पीछा करने उतरी सनराइजर्स हैदराबाद ने छह विकेट खोकर 189 रन बनाए, जिसमें टीम ने 13 रन से मैच को गंवा दिया. गायकवाड़ 18वें ओवर में आउट हुए और एक रन से शतक से चूक गए. गायकवाड़ और कॉनवे के बीच रिकॉर्ड तोड़ 182 रन की साझेदारी हुई. गायकवाड़ ने कहा, 99 रन पर आउट होने से मुझे थोड़ा दुख हुआ, लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने जीत में योगदान दिया.
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गायकवाड़ ने आईपीएल टी-20 डॉट कॉम के हवाले से कहा कि अपने घरेलू मैदान पर बड़ा स्कोर बनाना हमेशा खास होता है. लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं खुश हूं, क्योंकि मैंने टीम की जीत में योगदान दिया है. परिवार और दोस्तों के सामने खेलकर मुझे अच्छा लगा. दाएं हाथ के बल्लेबाज ने आगे कॉनवे की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें उनके साथ बल्लेबाजी करने में मजा आया. गायकवाड़ ने कहा, हमारे बीच पहले से ही ऑफ-फील्ड बातचीत हुई थी और शुक्र है कि हमने बहुत अच्छी साझेदारी निभाई.
वाइड बॉल फेंकने पर चौधरी से नाराज हुए धोनी
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी युवा तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी से नाराज दिखे, जिन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाज को आखिरी ओवर में एक वाइड बॉल फेंकी. हालांकि, जीत के बाद चार विकेट लेने वाले चौधरी की धोनी ने जमकर तारीफ की. आखिरी ओवर में हैदराबाद की तरफ से पूरन क्रीज पर थे और उन्होंने गेंदबाजों को काफी परेशान किया. आखिरी ओवर में टीम को जीत के लिए 38 रन की जरूरत थी. जहां बल्लेबाज ने तीन छक्के, एक चौका और दो रन लिए, जिसमें उन्होंने 24 रन बटोरे, लेकिन फिर भी वह जीतने में नाकाम रहे. उन्होंने 33 गेंदों पर छह छक्के और तीन चौके के साथ नाबाद 64 रन की पारी खेली.
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धोनी इस सीजन में पहली बार सीएसके का नेतृत्व कर रहे थे, जब रवींद्र जडेजा ने फ्रैंचाइजी द्वारा खराब प्रदर्शन के बाद पद छोड़ दिया था. जाहिर तौर पर धोनी चाहते थे कि तेज गेंदबाज ऑफ स्टंप पर वाइड गेंदबाजी करें, क्योंकि कप्तान ने ऑफ साइड पर फील्डिंग को मजबूत किया था. हालांकि चौधरी ने अच्छी गेंदबाजी की, वे सीएसके के सबसे सफल गेंदबाज के रूप में उभरे. उन्होंने चार ओवर में चार विकेट झटकते हुए बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा.
चौधरी ने कहा, अंत में एमएस धोनी ने मुझे उस आखिरी ओवर के बारे में कुछ खास नहीं बताया. उन्होंने मुझे सिर्फ स्टंप टू स्टंप गेंदबाजी करने, नो बॉल से बचने और वाइड फेंकने से मना किया था. धोनी ने बाद में चौधरी को उनके गेंदबाजी प्रदर्शन के लिए बधाई भी दी.
क्रिकेट में 'फॉर्म' शब्द पर मुझे विश्वास नहीं : ऋतुराज गायकवाड़
चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ को 'फॉर्म' शब्द से नफरत है. क्योंकि उन्हें इस शब्द पर विश्वास नहीं है. उन्होंने कहा कि क्रिकेट हमेशा शून्य से शुरू होता है भले ही किसी ने पिछले मैच में शतक जड़ा हो या नहीं. रविवार को कप्तान के रूप में महेंद्र सिंह धोनी की वापसी ने चार बार के आईपीएल चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए अद्भुत काम किया. क्योंकि उन्होंने एमसीए स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद को 13 रन से हरा दिया.
टीम के बल्लेबाज गायकवाड़ ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसके लिए वे 'मैन ऑफ द मैच' चुने गए. बल्लेबाज सिर्फ एक रन से अपने शतक से चूक गए. उन्होंने 57 गेंदों में 99 रनों की पारी खेलकर और बल्लेबाज कॉनवे के साथ मिलकर 107 गेंदों पर 182 रनों की शानदार साझेदारी निभाई. टीम ने दो विकेट खोकर 202 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था. गायकवाड़ ने पिछले सीजन में 635 रन बनाए थे, जिसमें उन्होंने ऑरेंज कैप हासिल की थी और आईपीएल 2022 में उनकी खराब फॉर्म चिंता का एक प्रमुख कारण थी.
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गायकवाड़ ने आगे कहा, व्यक्तिगत रूप से मुझे फॉर्म शब्द में विश्वास नहीं है, भले ही आपने पिछले मैच में जो भी स्कोर किया हो, आपको अगला मैच जीरो से शुरू करना होगा. मैं हर मैच को शून्य से शुरू करने में विश्वास करता हूं और इससे मुझे मदद मिलती है. गायकवाड़ ने रिकॉर्ड तोड़ने वाली साझेदारी के दौरान कॉनवे (नाबाद 85) के साथ हुई बातचीत का भी खुलासा किया.
गायकवाड़ ने कहा, मैं कॉनवे से मैच में अपना समय लेने के लिए कह रहा था. मैंने यहां बहुत मैच खेले हैं, क्योंकि यह मेरा घरेलू मैदान है, मुझे मैदान के बारे में पहले से पता था कि यह कैसी पिच है. मैं उनसे इस बारे में ही बात कर रहा था.