कीव : रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में एक इस्पात संयंत्र पर शनिवार को हमला किया. ऑर्थोडोक्स ईस्टर की पूर्व संध्या पर कथित हमले के बाद क्रेमलिन ने दावा किया कि उसकी सेना ने अज़ोवस्तल संयंत्र को छोड़कर पूरे मारियुपोल पर कब्जा कर लिया है और रूस की सेना ने दक्षिणी तथा पूर्वी यूक्रेन के अन्य शहरों और कस्बों पर भी हमले किए. वहीं, यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि रूस ने काला सागर बंदरगाह शहर ओडेसा पर कम से कम छह क्रूज मिसाइल दागीं, जिससे पांच लोग मारे गए. रूसी सैनिकों के इस हमले का उद्देश्य रणनीतिक महत्व के मारियुपोल शहर में यूक्रेनी प्रतिरोध के अंतिम गढ़ को संभवत: ध्वस्त करना है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी अरेस्तोविच ने इस हमले की जानकारी दी. उन्होंने अज़ोवस्तल संयंत्र में शेष यूक्रेनी सैनिकों के साथ करीब 1,000 नागरिकों के शरण लिए होने का अनुमान व्यक्त किया है. इस बीच, रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के जोरदार जवाबी हमले के बीच डोनबास क्षेत्र में अपने हमले तेज कर दिए हैं. एरस्तोविच ने एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि रूसी सेना ने समुद्र तट पर स्थित विशाल संयंत्र पर हवाई हमले फिर से शुरू कर दिए हैं. उन्होंने कहा, 'दुश्मन अजोवस्तल इलाके में मारियुपोल के रक्षकों के प्रतिरोध का पूरी तरह से दमन करने की कोशिश कर रहा है.'
यूक्रेन ने रूस की कमान चौकी पर हमला किया
यूक्रेन की सेना ने शनिवार को कहा कि उसने खेरसन में रूस की एक कमान चौकी को ध्वस्त कर दिया है. यह दक्षिणी शहर युद्ध की शुरुआत में ही रूसी सेना के कब्जे में चला गया था. यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी ने एक बयान में कहा कि कमान चौकी पर शुक्रवार को हमला किया गया और इसमें दो जनरल की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया. ओलेक्सी अरेस्तोविच ने ऑनलाइन साक्षात्कार में कहा कि हमले के वक्त कमान केंद्र में रूस के 50 वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. हालांकि, रूसी सेना ने इस दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
गौरतलब है कि दो दिन पहले रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया था कि अजोवस्तल को छोड़कर पूरे मारियुपोल को रूसियों ने मुक्त करा लिया है. हालांकि, पुतिन ने रूसी सेना को संयंत्र पर धावा नहीं बोलने का आदेश दिया था और इसके बजाय उसका बाहरी संपर्क काटने को कहा था. यूक्रेनी अधिकारियों का अनुमान है कि उनके करीब 2,000 सैनिक संयंत्र के अंदर हैं. एरस्तोविच ने कहा कि यूक्रेनी सैनिक रूसियों का डटकर मुकाबला कर रहे हैं.
शनिवार सुबह, यूक्रेन के नेशनल गार्ड के एजोव रेजीमेंट, जिसके सदस्य संयंत्र में छिपे हुए हैं, ने करीब दो दर्जन महिलाओं और बच्चों की वीडियो फुटेज जारी की, जिनमें से कुछ ने कहा कि वे दो महीनों से मिल की भूमिगत सुरंगों में शरण लिए हुए हैं और लंबे समय से बाहर नहीं निकले हैं. रेजिमेंट के उप कमांडर स्वीतोस्लाव पालामार ने कहा कि यह वीडियो गुरुवार को बनाया गया था, उसी दिन रूस ने शेष मारियुपोल पर विजय की घोषणा की थी. हालांकि, वीडियो में मौजूद सामग्री की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी.
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यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक मारियुपोल में एक लाख से अधिक लोग फंसे हुए हैं. अजोवस्तल की फुटेज में सैनिक बच्चों को मिठाइयां देते नजर आ रहे हैं. इसमें एक बच्ची यह कहते हुए देखी जा सकती है कि उसने और उसके सगे-संबंधियों ने 27 फरवरी को घर छोड़ने के बाद से खुला आसमान या सूरज नहीं देखा है. रूसी सैनिकों की करीब दो महीनों की घेराबंदी के दौरान 20,000 से अधिक नागरिक मारियुपोल में मारे गए हैं.
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि नए सबूत सामने आ रहे हैं जिससे पता चलता है कि रूसी सेना ने मारियुपोल में हजारों नागरिकों की हत्या की और फिर इसे छिपाने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि यूक्रेन ने रूस की उस बातचीत का पता लगा लिया है कि कैसे वे अपने अपराध के निशान छिपा रहे हैं. उपग्रह से ली गयी तस्वीरों से मारियुपोल के पश्चिमी और पूर्वी शहरों में सामूहिक कब्रें दिखायी देती हैं. जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने उन लोगों के लिए मारियुपोल के समीप नजरबंदी शिविर बनाए है जो शहर छोड़कर जाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन शिविरों में रहने वाले लोगों को रूस के कब्जे वाले इलाकों या रूस में भेजा जाता है. उन्होंने बताया कि इनमें कई बच्चे भी शामिल हैं.
(पीटीआई-भाषा)