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Amnesty Report On Iran : खुलासा- ईरान की जेल में बच्चों के साथ हो रही बर्बरता

ईरान में 22 वर्षीय कुर्द महिला महसा अमिनी की मौत के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे. इन विरोध प्रदर्शन में हर उम्र और तबके के लोग शामिल थे. इनमें कई हजार लोगों को ईरान की अलग-अलग एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था. अब एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जेल में कैद बच्चों के साथ ईरान की अलग-अलग एजेंसियां बर्बरता कर रही हैं.

Amnesty Report On Iran
प्रतिकात्मक तस्वीर
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Published : Mar 18, 2023, 1:37 PM IST

तेहरान (ईरान) : ईरान में बाल बंदियों को गंभीर यातना सामना करना पड़ रहा है. उनके साथ पिटाई, यौन हिंसा हो रही है. यहां तक कि उन्हें बिजली के झटके बी दिये जा रहे हैं. सीएनएन ने एमनेस्टी इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के हवाले से यह दावा किया गया है. सीएनएन ने एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि ईरान के अधिकारी बाल बंदियों से बर्बरता पूर्ण व्यवहार कर रहे हैं. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, एमनेस्टी की रिपोर्ट में इस बात के सबूत मिले हैं कि सुरक्षा बल ने हिरासत में लिये गये बच्चों से 'जबरन कबूलनामा' लिखवाने के लिए उन्हें दंडित और अपमानित करते हैं.

पढ़ें : हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के आगे झुकी ईरान सरकार, खत्म की मॉरल पुलिसिंग

एमनेस्टी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ईरान के खुफिया अधिकारी और सुरक्षा बल 12 साल से कम उम्र के बाल प्रदर्शनकारियों के प्रति बर्बर रवैया अपना रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चों को कई तरह से टॉर्चर किया जा रहा है. कुछ के साथ बलात्कार और अन्य यौन हिंसा के भयानक कृत्यों को भी अंजाम दिया गया है. इसके अलावा, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और अर्धसैनिक बल के अधिकारी भी इस कार्रवाई में शामिल हैं.

पढ़ें : शतरंज चैंपियनशिप में बिना हिजाब उतरीं सारा खादेम, विरोध आंदोलन का किया समर्थन

मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के लिए एमनेस्टी इंटरनेशनल की उप क्षेत्रीय निदेशक, डायना एल्ताहावी ने कहा कि बच्चों के खिलाफ हिंसा जानबूझकर की गई रणनीति का हिस्सा है. ईरान का प्रशासन चाहता है कि देश के युवा स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की मांग करना बंद कर दें. सीएनएन के अनुसार, एमनेस्टी ने पीड़ितों और उनके परिवारों से भी बात की है. सीएनएन ने एमनेस्टी इंटरनेशनल का हवाला देते हुए बताया कि ईरान ने विरोध प्रदर्शनों के दौरान 22,000 से अधिक लोगों को हिरासत में रखने की बात स्वीकार की है.

पढ़ें : Poison to Girls : लड़कियों को स्कूल नहीं भेजना पड़े, इसलिए उन्हें दे रहे जहर

पिछले साल 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद देश में प्रदर्शन हुए थे. जिनके बाद कई बच्चों को हिरासत में लिया गया था. ड्रेस कोड को लेकर हिरासत में लिए जाने के बाद अमिनी की ईरान की नैतिकता पुलिस की हिरासत में मौत हो गई थी.

पढ़ें : Iran governments plea: भारतीय कंपनी को 35 लाख डॉलर देने संबंधी आदेश के खिलाफ ईरान सरकार की याचिका खारिज

(एएनआई)

तेहरान (ईरान) : ईरान में बाल बंदियों को गंभीर यातना सामना करना पड़ रहा है. उनके साथ पिटाई, यौन हिंसा हो रही है. यहां तक कि उन्हें बिजली के झटके बी दिये जा रहे हैं. सीएनएन ने एमनेस्टी इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के हवाले से यह दावा किया गया है. सीएनएन ने एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि ईरान के अधिकारी बाल बंदियों से बर्बरता पूर्ण व्यवहार कर रहे हैं. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, एमनेस्टी की रिपोर्ट में इस बात के सबूत मिले हैं कि सुरक्षा बल ने हिरासत में लिये गये बच्चों से 'जबरन कबूलनामा' लिखवाने के लिए उन्हें दंडित और अपमानित करते हैं.

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एमनेस्टी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ईरान के खुफिया अधिकारी और सुरक्षा बल 12 साल से कम उम्र के बाल प्रदर्शनकारियों के प्रति बर्बर रवैया अपना रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चों को कई तरह से टॉर्चर किया जा रहा है. कुछ के साथ बलात्कार और अन्य यौन हिंसा के भयानक कृत्यों को भी अंजाम दिया गया है. इसके अलावा, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और अर्धसैनिक बल के अधिकारी भी इस कार्रवाई में शामिल हैं.

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मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के लिए एमनेस्टी इंटरनेशनल की उप क्षेत्रीय निदेशक, डायना एल्ताहावी ने कहा कि बच्चों के खिलाफ हिंसा जानबूझकर की गई रणनीति का हिस्सा है. ईरान का प्रशासन चाहता है कि देश के युवा स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की मांग करना बंद कर दें. सीएनएन के अनुसार, एमनेस्टी ने पीड़ितों और उनके परिवारों से भी बात की है. सीएनएन ने एमनेस्टी इंटरनेशनल का हवाला देते हुए बताया कि ईरान ने विरोध प्रदर्शनों के दौरान 22,000 से अधिक लोगों को हिरासत में रखने की बात स्वीकार की है.

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पिछले साल 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद देश में प्रदर्शन हुए थे. जिनके बाद कई बच्चों को हिरासत में लिया गया था. ड्रेस कोड को लेकर हिरासत में लिए जाने के बाद अमिनी की ईरान की नैतिकता पुलिस की हिरासत में मौत हो गई थी.

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(एएनआई)

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