लाहौर : पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पिछले कुछ दिनों में सरकारी वितरण केंद्रों से मुफ्त आटा लेने की कोशिश के दौरान कम से कम चार बुजुर्गों की मौत हो गई. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. आसमान छूती महंगाई से निपटने के लिए विशेष रूप से पंजाब प्रांत में गरीबों के लिए मुफ्त आटा योजना शुरू की गई थी. इसका लाभ उठाने के लिए सरकारी वितरण केंद्रों पर भीड़ उमड़ पड़ी और कई लोगों की मौत हो गई.
पंजाब सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुल्तान, मुजफ्फरगढ़ और फैसलाबाद शहरों में पिछले कुछ दिनों में मुफ्त गेहूं का आटा लेने के प्रयास में चार बुजुर्गों की मौत हो गई और कई बेहोश हो गए.
उन्होंने कहा कि लोगों की भारी भीड़ और वितरण केंद्रों पर सुविधाओं की कमी के कारण ये घटनाएं हुईं. उन्होंने कहा, 'दो लोगों की मौत भगदड़ की वजह से हुई और दो व्यक्तियों की घंटों तक कतार में खड़े रहने के कारण थकान की वजह से मौत हो गई.'
दूसरी ओर पुलिस ने लोगों को कतार में खड़ा करने के लिए लाठीचार्ज किया. लोगों ने इन वितरण केंद्रों पर जिला प्रशासन द्वारा उचित व्यवस्था नहीं किए जाने और आटे की कम आपूर्ति का आरोप लगाया है.
वहीं, आटा प्वाइंटों के मुफ्त वितरण में घोर कुप्रबंधन को देखते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ऐसे प्वाइंट्स का दौरा करना शुरू कर दिया है. शनिवार को उन्होंने सरगोधा शहर का दौरा किया और फ्री आटा प्वाइंट का निरीक्षण किया. शरीफ ने आटे की थैलियों की गुणवत्ता और वजन की जांच की और लोगों से बात की. उन्होंने जिला प्रशासन को आटा वितरण केंद्रों पर विशेष रूप से वृद्धजनों को सुविधा प्रदान करने के भी निर्देश दिए.
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(PTI)